उन्होंने कहा की वर्तमान में जो सड़ा व्यवस्था है उसमे भ्र्ष्टाचार कूट कूट कर भरा हुआ है ऐसी व्यवस्था के खिलाफ मेरी लड़ाई है. में गरीब घर का बेटाहूँ बहुत कठिन समस्याओ से गुजरकर पढ़ाई किया बी डी ओ बना लेकिन ईमानदारी से कार्य करने वालो को विचौलिये द्वारा प्रताड़ित किया जाता था अपने स्वाभमान के लिए मेने इस्तीफा दे दिया।भ्र्ष्टाचार के कारण गरीबो की हक मारी हो रही है. इसी कोसी की धरती पर मेरा जन्म हुआ है गरीबी को जानता हूँ वैसे भी यह धरती मंडन मिश्र, लक्ष्मी नाथ गोसाई, बाबा कारु खिड़हरी की है समाजवादियो की जिसने सवारा है लेकिन कुछ राजनितिक कूटनीतियो व भ्र्ष्टाचरियो विचौलियो ने गंदा किया है जिसके चलते समाज में सही सही विकास की रौशनी नही पहुंच पा रही है अगर महिषी की जनता का आशिर्वाद मिला तो हम एक बेटा बनकर सेवा करेंगे।हमे नेता नही बल्कि बेटा समझकर चुने एक मौका दे.
अक्टूबर 31, 2015
नेता नही बेटा के रूप में चुने, सेवा किया हूँ और करूंगा------गौतम कृष्ण
उन्होंने कहा की वर्तमान में जो सड़ा व्यवस्था है उसमे भ्र्ष्टाचार कूट कूट कर भरा हुआ है ऐसी व्यवस्था के खिलाफ मेरी लड़ाई है. में गरीब घर का बेटाहूँ बहुत कठिन समस्याओ से गुजरकर पढ़ाई किया बी डी ओ बना लेकिन ईमानदारी से कार्य करने वालो को विचौलिये द्वारा प्रताड़ित किया जाता था अपने स्वाभमान के लिए मेने इस्तीफा दे दिया।भ्र्ष्टाचार के कारण गरीबो की हक मारी हो रही है. इसी कोसी की धरती पर मेरा जन्म हुआ है गरीबी को जानता हूँ वैसे भी यह धरती मंडन मिश्र, लक्ष्मी नाथ गोसाई, बाबा कारु खिड़हरी की है समाजवादियो की जिसने सवारा है लेकिन कुछ राजनितिक कूटनीतियो व भ्र्ष्टाचरियो विचौलियो ने गंदा किया है जिसके चलते समाज में सही सही विकास की रौशनी नही पहुंच पा रही है अगर महिषी की जनता का आशिर्वाद मिला तो हम एक बेटा बनकर सेवा करेंगे।हमे नेता नही बल्कि बेटा समझकर चुने एक मौका दे.
अक्टूबर 30, 2015
पूनम देव के लिए गोलबन्द हो रही है महिलाये.....
सहरसा टाईम्स के खबर का असर ....


खबर का असर होते ही नगर परिषद् के आलाधिकारी के द्वारा संज्ञान लेते हुए इस रोड की सफाई तुरन्त करवाई गई. आखिरकार किस-किस विभाग को कब तक जगाने का काम करती रहेगी सहरसा टाईम्स.
विभाग को अपनी जिम्मेदारी को खुद समझते हुए उस पे संजीदगी से काम करना होगा. नगर परिषद् की कार्य व्यवस्था कि पोल तो खुली और खबर का असर भी खूब हुआ. सिर्फ विभाग की संजीदगी से नहीं होने वाला है आम आदमी की भी कुछ जिम्मेदारियों को समझना होगा. अधिकतर देखा जाता है की लोग कूड़ा कचरा यत्र-तत्र फेंकते रहते है. अब आगे देखना दिलचस्प होगा कि सहरसा टाईम्स के कैमरे में किस विभाग कि लापरवाही की तस्वीर कैद होती है. अब अगली बारी किसकी .......?
अक्टूबर 29, 2015
सहरसा में सभी राजनीति पार्टियों का दिखा असली चेहरा .....
** भाड़े के चन्द गुण्डों ने सहरसा की संस्कृति को किया अपमानित …
मो० अजहर उद्दीन की रिपोर्ट : सहरसा के धरती पर विधान सभा चुनाव 2015 को लेकर आज तक न्यूज चैनल की ओर से सहरसा के जिला परिषद् प्रांगण में "किसका होगा राजतिलक" कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें सहरसा टाईम्स की टीम ने रखी पैनी नज़र.
आजतक न्यूज़ चैनल के द्वारा कार्यक्रम को बेहतर और नायाब आगाज देने लिए विधान सभा चुनाव से जुड़े सभी राजनितिक पार्टी के दिग्गज़ों को दावत दे कर बुलाया गया. जिसमें सभी ने अपनी उपस्तिथि भी दर्ज़ करवायी आगे बताना लाजमी होगा की जनप्रतिनिधि के साथ आये सभी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ऐसा गुल खिलाया की जो इस 30 मिनट के LIVE कार्यक्रम को 5 मिनट भी नहीं करवाया जा सका. कुर्सी की तोड़-फोर और पार्टी के लोगों के द्वारा खूब लगाई गयी नारेबाजी से पूरी दुनिया में फिर से सहरसा की संस्कृति को बदनाम करने में पीछे नहीं रहा. साथ ही जनप्रतिनिधि के साथ आये हुए लोगों ने इस तरह से अपनी - अपनी पार्टी के ताकत को दिखलाना शुरू किया कि कार्यक्रम 5 मिनट भी चलने में उफ बोल दिया. पार्टियों के नारेबाजी से हालत तनाव पूर्ण हो गया.
बहरहाल इस प्रोग्राम को लेकर स्थानीय लोगो के साथ- साथ देश-विदेश में रह रहे कोसी के सपूतों ने सहरसा टाईम्स को USA,सऊदी अरब, दुबई से अपनी प्रतिक्रिया दे रहे है और इस घटना की घोर निंदा करते हुए काफी मर्माहत भी है. सहरसा के राजनीति करने वाले एक कार्यक्रम को अगर बेहतर से नहीं करवा सकें तो जिला या राज्य को कैसे चलायेंगे -----उफ फिर हुई सहरसा की धरती बदनाम.
अक्टूबर 28, 2015
अलोक रंजन के साथ बढ़ता हुआ जनाधार, बनेगी एनडीए की सरकार.....
चन्दन सिंह की रिपोर्ट:- बिहार की जनता एनडीए के पक्ष् में है विकास चाहती है, बिहार का विकास एनडीए ही कर सकती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पूर्व से जंगल राज को खत्म कर एक स्वच्छ
बिहार बनाना चाहते हैं. जिसमे सभी वर्गो के लोगो के लिए एक से एक विकास के
काम होंगे स्वास्थ्य, शिक्षा व वेरोजगारो के लिए रोजगार की गारंटी होगी. इसलिए इसबार की चुनाव में जनता परिवर्तन चाहती है. बिहार की जनता को
नितीश व लालू ने सिर्फ ठगने का काम किया है, अब जनता एनडीए के
पक्ष् में है. बिहार में बनेगी एनडीए की सरकार। उक्त बातें सहरसा विधान
सभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे भाजपा के प्रत्याशी वर्तमान विधायक आलोक रंजन
ने अपने सेकड़ो समर्थको के साथ जनसम्पर्क अभियान के दौरान सहरसा टाइम्स को
बताया .
बताते चले कि विधान सभा की पांचवे चरण की चुनाव का समय ज्यों ज्यों
नजदीक आती जा रही है
प्रत्याशियों में जनता को रिझाने व आशीर्वाद मांगने की दौड़ उतनी ही तेज हो
गयी है। सहरसा विधान सभा क्षेत्र में भी इसी तरह सभी प्रत्याशी अपने अपने
जीत के लिए जनता के बीच जनसम्पर्क कर वोट रूपी आशीर्वाद जनता से मांग रहे
है.अब तो जनता को रिझाने का अलग अलग तरीके भी अपनाये जा रहे है सहरसा विधान
सभा से प्रत्याशी आलोक रंजन के पक्ष् में युवा वर्ग भी मोदी जी के मुखौटा
पहन कर एक अलग जत्था बनाकर जनता के बीच सम्पर्क साध रहे है लुभाने का इस नए
तरीके से लोगो में अलग चर्चा का विषय है. अब देखना यह है की जनता कैसी व
किसकी सरकार बनाती है. यह तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा।
बहरहाल ये जानकारी मिल रही है कि आलोक रंजन से जो वोटर नाराज चल रहे थे काफी मस्कत के बाद वो मान गए है और श्री रंजन के साथ बड़ा जनाधार है.
अक्टूबर 27, 2015
मै भी आपका सेवक हूँ, मुझे सेवा करने का मौका दे :- रितेश रंजन
कृष्ण मोहन सोनी की रिपोर्ट:- निर्दलीय प्रत्याशी रितेश रंजन अपने सेकड़ो समर्थकों के साथ क्षेत्र में जनता के बीच जा रहे है जहां जनता का भरपूर समर्थन ही नही बल्कि बुजुर्गो के साथ नौजवान भी इनके सेवाभाव व विचारों के कायल हो रहे है तो वही महिलाओ की भी रितेश के पहुंचते ही रितेश भैया मत घबराना हम भी तुम्हारे साथ है की नारे लगाने लगते है.


अक्टूबर 26, 2015
आपके आशीर्वाद से होगी हमारी जीत,आपके आशाओ पर खड़े उतरेंगे :- अरुण यादव
सहरसा विधान सभा से राजद के वरीय नेताव व महागठबंधन के उम्मीदवार अरुण कुमार यादव अपने सेकड़ो समर्थको के साथ जनसम्पर्क यात्रा कर जनता से महागठबंधन के पक्ष में वोट करने कि अपील कर रहे है. इस जनसम्पर्क अभियान में महागठ्बन्धन के जदयू, राजद व कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता सहित समर्थको ने भाग लिया. इस मौके पर प्रत्याशी अरुण कुमार यादव ने बताया कि जनता विकास चाहती है.
बिहार में विकास कि झड़ी लगाने वाले नितीश सरकार को फिर एक बार बिहार का सत्ता सोपने के लिए भारी मतो से महागठ्बन्धन को जिताने के लिए कमर कस रखी है.

जनता महागठबंधन को जिताने की मन बना चुकी है. महागठ्बन्धन कि जीत होगी और फिर बिहार में विकास कि बाढ़ आयेगी. उन्होंने कहा कि मतदाता एन.डी.ए. के नेताओं के झांसे में आने वाले नही है. कोसी कि यह धरती समाजवादियो कि धरती है, मंडन मिश्र, लक्ष्मीनाथ गोसाई, कारू खिरहरी, दीनाभद्री, राजा सलहेस जेसे कि यह धरती है. जिसे सजाने के लिए ललित बाबू ,परमेश्वर कुंवर, लहटन चौधरी, रमेश झा जेसे समाजवादी बिचारको ने विकास कि पटरी बिछाई. इसलिए यहाँ कि जनता झांसे में नही आने वाली है. जनता के वोट रूपी आशिर्वाद से हमारी जीत होगी हम जनता के आशाओ पर खड़े उतरकर दिखाएँगे सहरसा का विकास में कोई कमी नही होने दूंगा.
बिहार में विकास कि झड़ी लगाने वाले नितीश सरकार को फिर एक बार बिहार का सत्ता सोपने के लिए भारी मतो से महागठ्बन्धन को जिताने के लिए कमर कस रखी है.
जनता महागठबंधन को जिताने की मन बना चुकी है. महागठ्बन्धन कि जीत होगी और फिर बिहार में विकास कि बाढ़ आयेगी. उन्होंने कहा कि मतदाता एन.डी.ए. के नेताओं के झांसे में आने वाले नही है. कोसी कि यह धरती समाजवादियो कि धरती है, मंडन मिश्र, लक्ष्मीनाथ गोसाई, कारू खिरहरी, दीनाभद्री, राजा सलहेस जेसे कि यह धरती है. जिसे सजाने के लिए ललित बाबू ,परमेश्वर कुंवर, लहटन चौधरी, रमेश झा जेसे समाजवादी बिचारको ने विकास कि पटरी बिछाई. इसलिए यहाँ कि जनता झांसे में नही आने वाली है. जनता के वोट रूपी आशिर्वाद से हमारी जीत होगी हम जनता के आशाओ पर खड़े उतरकर दिखाएँगे सहरसा का विकास में कोई कमी नही होने दूंगा.
जनसम्पर्क अभियान में राजद जिलाध्यक्ष् मो०ताहिर, रघुनाथ यादव ,गीता यादव, शिव शंकर विक्रांत ,रंजीत यादव,कौशल प्रसाद यादव , श्याम सुंदर तांती , चंदन कुमार चौधरी , जदयू के गुड्डू जी अमर कुमार व्यापार संघ के विकास गुप्ता सहित सेकड़ो समर्थको ने भाग लिया
पूनम देव के समर्थन में कार्यकर्ताओ व ग्रामीणो ने लिया संकल्प..........
जनसम्पर्क के दौरान मतदाताओ का समर्थन भी उन्हें मिल रहा है, अब मतदाता भी अपना मन बना रही है कि वोट किसे दे, इसके लिए प्रत्याशी का चयन पर रणनीति बनाने लगे है. रविवार को हजारो की संख्या में कार्यकर्ताओ व क्षेत्र के ग्रामीणो की एक बैठक बालेश्वर यादव की अध्यक्ष्ता में पूनम देव के आवास पर हुई. जिसमे जीत सुनिश्चित करने के उदेश्य से पुनम देव के समर्थन में चुनावी रणनीति पर बिचार विमर्श किया गया. इस बैठक महिषी विधान सभा क्षेत्र के विभिन्न पंचायतो से कार्यकर्ताओ व ग्रामीणो ने भाग लेकर पूनम देव को जिताने का संकल्प लिया.
बैठक में मुख्य रूप से कहा गया की सत्ता का परिवर्तन ही हमारा मुख्य उदेश्य नही है बल्कि वर्षो से हमारी सेवा करने वाले ही हमारा प्रतिनिधि होगा, हर दुःख सुख में साथ देने वाली पूनम को भले ही पार्टी का ऊपर के लोग नजर अंदाज कर टिकट नही दिया मगर हम मतदाता उसे निर्दलीय प्रत्याशी पूनम देव को अपना-अपना हर एक वोट देकर विधान सभा में भेजेंगे.
बैठक में मनोज पाण्डेय, नारायण पाण्डेय, ब्रह्मदेव मुखिया, दिनेश निषाद, बबलू पासवान, भगवान झा, कमलेश्वरी यादव, राजेश यादव, बबलू सिंह, बबलू चौधरी, मो0 समसो, नंदन ठाकुर महावीर मुखिया, बनारसी शर्मा, तीरो शर्मा,ध्यानी पासवान गंगा राम झा सहित अन्य ने भी अपना समर्थन देते हुए क्षेत्र में घूम कर मतदाताओ से पूनम के पक्ष् आशिर्वाद में एक वोट देने का अपील करेंगे .
अक्टूबर 25, 2015
सरकार और तंत्र से हक़ और हकूक को लेकर सैंकड़ों सवाल पूछती बेबस जिंदगियां.......
** जिन्दगी बचाने और उसे सहेजने में निकल जाती है बेजा जिन्दगी............
सहरसा टाइम्स की रिपोर्ट :- लोकतंत्र बचाना है हर एक वोट से, आपके वोट से ही बनती है सरकार. जिले में 5 तारीख को है मतदान नेताओं के चुनाव प्रचार हो चुकी है तेज, नये नये वादों के साथ मैदान में उतर चुके है नेता जी, खेत से लेकर खलियान तक मतदाताओं को लुभाने के लिए नेता जी कर रहे है ताबर तौर दौरा.
**सरकार और तंत्र से हक़ और हकूक को लेकर सैंकड़ों सवाल पूछती बेबस हजारों जिंदगियां.......

गौरतलब है कि सहरसा जिले के चरों विधान सभाओं में समस्यों से लोग लबरेज है, लेकिन कभी किसी जनप्रतिनिधि ने इनकी सुधि नहीं ली. ऐसी हालत में अगर जनता अपने हक़ हकूक और क्षेत्र के विकास को लेकर सवाल करती है तो क्या हर्ज है. यूँ तो सहरसा जिले के सभी विधान सभा क्षेत्रों की हालत वही है, लेकिन जिले के पूर्वी और पश्चिमी कोसी तटबंध के भीतर रहने वाले मतदाताओं की समस्याए कुछ और बया करती है. यहाँ कोसी नदी हर साल तबाही लाती है. हर साल हजारों लोग बेघर होकर यायावर हो जाते हैं. इतने दर्द के बाद महगाई की डायन भी जीने नहीं दे रहे है.
सही मायने में यह वह इलाका है जहां के लोग हर साल पहले उजड़ते फिर बसने की कोशिश करते रहते हैं. यानी उजड़ने और बसने का यह अंतहीन सिलसिला ताउम्र चलता रहता है. हजारों की तायदाद में बहुतों ऐसे बाढ़ विस्थापित हैं जो पिछले कई दशकों से तटबंध के किनारे या उसके आसपास बसे आजतक बस सरकारी मदद की बाट जोहे रहते है लेकिन कोई तारणहार नजर नहीं आते है, मगर चुनाव आते ही हमारी याद इन्हें आने लगती है. एक माँ उबालती रही पत्थर तमाम रात, बच्चे फरेब खाकर चटाई पर सो गए, सो जाते हैं फुटपाथ पर अखबार बिछाकर, मजदूर कभी नींद की गोली नहीं खाते।इन बाढ़ विस्थापितों का जीवन ही बेस्वादी है।
अक्टूबर 24, 2015
मुहर्रम पर भव्य मशाल जुलूस............
इसमें महिलाओ और बच्चों ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया, गाजे बाजे, पुरानी परंपराओं को ध्यान में रखते हुए और पुरे अनुशासनात्क तरीके से लोगों ने मशाल जुलूस निकला.
जाहिर तौर से सहरसा जिला प्रशासन ने दुर्गा पूजा और मुहर्रम को लेकर पहले से है शहरी क्षेत्र सहित ग्रामीण क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए चौकसी बरती जा रही है.
अक्टूबर 23, 2015
मुहर्रम पर्व पर जंगियो का दौड़, दिलाता कर्बला मैदान के शहीदो की याद..............
इस पर्व में एक दिन पहले नवमी के दिन चौकी पूजा मेला होता है, नवमी व दशमी दो दिन का रोजा रखकर गम मनाते है, कहा जाता है कि मो० साहब के नवासे हसन रजिअल्लाहो अनाह के कर्बला मैदान में शहीद होने पर उसकी याद में हर वर्ष मुहर्रम का त्यौहार मनाया जाता है. जिसमे तजिया बनाकर दशमी के दिन इमामबाड़ा से रणखेत पर जाकर परम्पागत हथियार का खेल का प्रदर्शन किया जाता है. जिस मे युवा वर्ग से लेकर बृद्ध भी भाग लेते है. इस त्यौहार में फकीरो को दान भी दिया जाता है हिन्दू समाज के भी लोग लोग ताजिया का पूजा करते है और अपने घर परिवार की शुख, शान्ति के लिए सलामती की दुआ भी मांगते है.
अक्टूबर 22, 2015
सुशासन बाबू के विकास की बेरंग तस्वीर.......
मो० अज़हर उद्दीन की रिपोर्ट :- जी हाँ, पिछले दस सालों से बिहार के मालिक बने सुशासन बाबू नीतीश जी विकास और विकास की गति में तेजी आ ने की खूब बातें कर रहे है. लेकिन विकास कि किरण कितनी तेजी से कहाँ पूहँची है देखना लाज़मी होगा.
आज सहरसा टाईम्स आप सभी को बिहार के सहरसा जिले की बेरंग तस्वीर से रूबरू करायेगा. बात अगर यातायात सेवा में सड़क की, की जाय तो एक हकीकत इस तस्वीर को बानगी बना कर पेश कर रहा है.
सहरसा जिले के बरियाही बाजार की तस्वीर है, जहाँ के लोगों का जन - जीवन काफी उदासीन बना हुआ है. सड़क की जर्जर हालात से आने - जाने के साथ घरेलू समान लाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. परेशानी का सबब लोगों में कितना है इस तस्वीर से स्पष्ट हो रहा है.
ये सड़क की बेरंग दूसरी तस्वीर सहरसा से बनगाँव मार्ग की है. सहरसा टाईम्स के कैमरे में इस सड़क की बेरंग तस्वीर तो कैद हो गयी लेकिन सहरसा जिले में जर्जर सड़क की तस्वीर और कितनी सामने आयेगी मोटे तौर पर इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. "अब खुदा तू ही बिहार के विकास में नई रौशनी ला सकता है".…आगे सब रब के हाथ में..
अक्टूबर 21, 2015
हमारी जीत से महिषी क्षेत्र में चमकेगी विकास की रौशनी--------पूनम देव
महिषी विधान सभा से निर्दलिये प्रत्याशी पूनम देव |
महिषी विधान सभा से निर्दलिये प्रत्याशी पूनम देव अपने सेकड़ो समर्थको के साथ अभियान में जनता से मिलकर अपनी जीत के लिए वोट देने की अपील कर रही है हलांकि पूनम देव एक मात्र महिला उम्मीदवार है.
इस बावत प्रत्याशी पूनम देव ने कहना है कि मुझे जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है जिसमे महिलाये अधिक उत्साहित होकर मेरे साथ घूम भी रही है. मेरी यह लड़ाई गरीबो व अमीरो के बीच है. उन्होंने कहा की इस क्षेत्र में लोग सड़क, बिजली, जलजमाव, वेरोजगारी, स्वास्थ्य,शिक्षा जैसे समस्याओ से जूझ रहा है इस इलाके में बच्चों के लिए स्कुल क्षेत्र के लिए एक महाविधालय एवं अस्पताल अति आवश्यक है,कारण कोसी तटबंध के लोगो इलाज के लिए आवागमन नही रहने व चिकित्सा व्यवस्था की भी कमी है. यह मुख्य मुद्दा है हमारी. जीत हुई तो महिषी क्षेत्र व कोसी बांध के अंदर में विकास की रौशनी जगमगाएगा. में इन जनता के आशाओ पर खड़ी उतरूंगी. जनसम्पर्क के दौरान गुड़िया कुमारी, उपेन्द्र मुखिया, छोटू कुमार झा, अशोक यादव, रामचन्द्र यादव दिलीप यादव ब्रजेश, नवीन, रमन सहित सेकड़ो ग्रामीण समर्थक शामिल थे.
अक्टूबर 20, 2015
जीत का परचम लहरा सकते है, रितेश रंजन ....

आज सहरसा टाईम्स सिमरीबख्तियारपुर विधान सभा क्षेत्र पे गौर और फ़िक्र करेंगे. जहाँ से चर्चित उम्मीदवार लोजपा के महबूब अली कैसर के पुत्र मो० युसूफ, महागठबंधन के और कोसी के विकास पुत्र दिनेश चन्द्र यादव और निर्दलीय उम्मीदवार रितेश रंजन ने विधान सभा चुनाव के लिए पर्चा भरा है.
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फाइल फोटो |
वही दूसरे छोड़ पे निर्दलीय के रूप में युवा उम्मीदवार रितेश रंजन है, जो राजनीति में अपनी पहचान बनाने के लिए विगत कई वर्षो से जनता का सेवक बने हुए है. इस जनता के सेवक की बात की जाय तो ये अपने विधान सभा क्षेत्र में ही नहीं बल्कि दिल्ली या दूसरे देश भी जा कर लोगों के बीच नि: स्वार्थ भाव से अटूट मेहनत की है. जनता और जमीन से जुड़े रहने के कारण जनता के बीच ये काफी लोकप्रिय बने हुए है. समाज के बीच अटूट मेहनत करने वाले इस युवा नेता का समर्थन सभी जाति व धर्मों के मतदाता कर रहे है. अब आगे देखना दिलचस्प होगा कि जनता युवा, शिक्षित,मेहनती या फिर सिर्फ AC कमरों में बैठने वालों नेताओं को पसंद करते है.
अक्टूबर 19, 2015
महागठबंधन की सरकार बनेगी, विकास का द्धार खुलेगा......
महागठबंधन के प्रत्याशी अरुण यादव |
कृष्ण मोहन के साथ चन्दन सिंह की रिपोर्ट:- बिहार विधान सभा 2015 की पांचवे चरण की होने वाली आम चुनाव को लेकर सहरसा जिले के कुल चार विधान सभा क्षेत्रों में विभिन्न राजनितिक दलों के गठबंधन एवं निर्दलीय उम्मीदवारों ने अलग-अलग विधान सभा से अपना अपना भाग आजमाने मैदान में उतरे है.
बहरहाल प्रत्याशी जनता के बीच जनसम्पर्क कर जनता को लुभाने रिझाने में जुट गए है. सहरसा विधान सभा से महागठबंधन के प्रत्याशी अरुण यादव अपने सेकड़ो समर्थको के साथ अभियान में जनता से मिलकर महागठबंधन के उम्मीदवार के रूप अपनी जीत के लिए वोट देने की अपील कर रहे है.
प्रत्याशी अरुण यादव को लोगो का समर्थन व आस्वासन भी मिल रहा है. इस बावत अरुण यादव ने कहा की एन.डी.ए. के सभी नेता दो चरणो की हुई चुनाव में महागठबंधन की हवा से ही घबरा गए है. पुरे राज्य में हवा गठबंधन की जीत की चल रही है. यह लड़ाई गरीबो व अमीरो के बीच है. जनसम्पर्क के दौरान सहरसा विधान सभा के वार्ड न० 25, 26,27 की जर्जर सड़को व जलजमाव से जूझ रहे लोगो की समस्याओ से भी अवगत हुए. उन्होंने मतदाताओ से कहा की महागठबंधन की ही सरकार बनेगी, विकास का द्धार खुलेगा. आपके विश्वास को डिगने नही देंगे विकास की राशि आपके गांव आपके दरवाजे पर होगी.
इस मौके पर राजद जिला अध्यक्ष् मो० ताहिर, प्रो हरिनारायण यादव, कौशल कुमार यादव, युवा अध्यक्ष् श्याम सुंदर, दिनेश पासवान, दिनेश यादव, चंदन कुमार चौधरी सहित अन्य शामिल थे.
जब देश गुलाम था तो फरकिया आजाद था .....
कृष्णा मोहन सोनी की रिपोर्ट:- सिमरी बख्तियारपुर विधान सभा से चुनाव मैदान में उतरने के लिए अपना एन. आर. रसीद कटा चुके दो उम्मीदवारों ने अपना नामांकन न देकर सकलोपा के उम्मीदवार बने गणेश मुखिया निषाद को अपने सैकड़ों समर्थको के साथ समर्थन कर दिया है. गणेश मुखिया निषाद सर्वजन कल्याण लोकतांत्रिक पार्टी के उम्मीदवार है. इस बावत गणेश मुखिया निषाद ने बताया की निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान जाने वाले कलर देवी व लोक संता पार्टी के शिवम चौधरी अपना एन.आर. रसीद कटाये थे, लेकिन वे नामांकन पत्र दाखिल नही किये वे अपना समर्थन मुझे अपना समझ कर कर दिया है. इनके समर्थन से क्षेत्र के लोगो में उत्साह है. जिससे हमारी जीत सुनिश्चित है. उन्होंने कहा कि दोनों सकलोपा के चुनाव चिन्ह नाव को समर्थन कर हमारे पक्ष् में आये है जिनका हम स्वागत करते है. शिवम चौधरी व कलर देवी ने बताया की हम सब क्षेत्र का विकास चाहते है इसलिए चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन हम लोगो ने फैसला लिया एक अच्छे प्रत्याशी को जिताकर भेजे ताकि विकास हो सके इसलिए गणेश मुखिया निषाद को अपना समर्थन किया है. हम सभी एक साथ जनता के बीच जा रहे है जनता में उत्साह भी है.
सकलोपा प्रत्याशी श्री निषाद ने कहा की पुरे क्षेत्र में चाहे होगी जिसकी सरकार उसमे होंगे हम हिस्सेदार, अबकी बार नैया पार नारों से क्षेत्र गूंज रहा है प्रत्याशी श्री निषाद ने कहा की वर्षो से जनता विकास के लिए कई प्रतिनिधि को जीता कर भेजी है लेकिन किसी ने जनता की समस्याओ पर सोचा तक नही जिससे यह क्षेत्र पिछड़ा रहा है. कोसी तटबंध के अंदर अस्पताल की जरूरत है.
जब देश गुलाम था तो फरकिया आजाद था और जब देश आजाद हुआ तो फरकिया गुलाम हो गया. इस क्षेत्र से नौजवान रोजगार के लिए पलायन कर रहे है, सड़क पूल व आवागमन की कोई साधन नही है, डेंगराही पुल तक नही बनी जिससे लोगो को सुविधा मिलता, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार समुचित व्यवस्था नही है. किसानो मजदूरो की हालत बत्तर है बीमार मरीजों के लिए अस्पताल हो इन सभी समस्याओ का निदान हम चाहते है. इन्ही मुद्दो पर हमारी लड़ाई है.
अक्टूबर 18, 2015
फेसबूक पर छा गए सहरसा के नेता जी ........
सोशल साईट पर नेताओं की पैनी नज़र ………
कई बेरोजगार को मिला है टेम्परोरी नौकरी......

गौरतलब है कि लोकसभा में मोदी जी ने सोशल साईट का सहारा लिया उसके बाद केजरीवाल साहब ने भी मोदी का देखा देखी सोशल साईट पर छा गए और दिल्ली का सत्ता परिवर्तन कर दिए. सोशल साईट का असर देख कोसी क्षेत्र अधिकतर नेताजी प्रचार प्रसार के लिए फेसबुक का सहारा ले रहे है. इस बार नेता जी सब सोशल साईट पर छा गए है. अपने प्रचार प्रसार की तस्वीर और विडिओ लोड कर रहे है. कुछ हो न हो नेता जी सब हाईटेक हो रहे है. पत्रकारों जी को नेता जी के चुनाव प्रसार प्रचार की तस्वीरें उनके फेसबुक टाईमलाईन से भी मिल जा रही है. कई बुद्धिजीवी नेताओं ने तो ऐसे ओपरेटर भी रखे है जो सिर्फ ये देखता है कौन क्या प्रतिक्रिया दिया है यदि किसी ने भद्दी प्रतिक्रिया भी लिखी तो उसे जल्द ही मिटा दिया जाता है.
इन चारो विधान सभाओ के सहरसा, सोनवर्षा, महिषी व सिमरी बख्तियारपुर विधान सभा क्षेत्रों में अपने अपने पक्ष में वोट बटोरने के लिए प्रत्याशियों में होड़ लगी हुई है. प्रत्याशी भी जनता के आस्वासनो से अपना जीत सुनिश्चित समझ रहे है. लेकिन जनता किन प्रत्याशियों के सर जीत का सेहरा देगी यह तो चुनाव में मतदानके बाद पता चलेगा की जनता अपना प्रतिनिधि किसे चुना है. बहरहाल प्रत्याशी जनता के बीच जनसम्पर्क कर जनता को लुभाने रिझाने में जुट गए है.
अक्टूबर 16, 2015
बसपा के युवा उम्मीदवार विनोद पासवान ने भरा पर्चा.............
क्षेत्र की जनता वर्षो से झेल रही है समस्या / युवा कर रहे पलायन-------विनोद पासवान
कृष्णमोहन सोनी की रिपोर्ट :- पांचवे चरण में होने वाली बिहार विधान सभा 2015 की इस चुनाव में सिमरी बख्तियारपुर विधान सभा से चुनाव मैदान में उतरे बसपा के युवा उम्मीदवार विनोद पासवान ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. उत्साह से ओतप्रोत हजारो समर्थको के साथ नामांकन करने पहुंचे विनोद पासवान ने बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद अपने हजारो समर्थको के साथ ये भी सिमरिबख्तियापुर क्षेत्र की जनता से जीत के लिए अपने पक्ष् में वोट के लिए अपील किया है. बाजार में घुमघुम कर बाजार वासियो से रूबरू होकर लोगो का अभिवादन करते हुए जनता से एक बार बसपा को जिताने के लिए अपील किया. इस दौरान बसपा प्रत्याशी विनोद पासवान ने इस चुनाव में मुद्दों के बारे में कहा की हम सिमरी बख्तियारपूर क्षेत्र के विकास को लेकर इस चुनाव मैदान में आये है.
बसपा उम्मीदवार विनोद पासवान |
इस क्षेत्र की जनता विभिन्न समस्याओ से त्राहिमाम है. युवा वर्ग के हाथ में रोजगार नही है यही कारण है की आज लाखों की संख्या में नौजवान मजदूरी के लिए अपने परिवार के लोगो के मुंह में दो जून की रोटी के लिए दिल्ली पंजाब या अन्य राज्यों में पलायन कर रहे है. उन्होंने कहा की यहां के मजदूर नौजवान अपने घर को छोड़कर बूढ़े माँ पिता एवं पत्नियों को छोड़ कर दूसरे राज्यों में काम के लिए भटकते है.कोसी बांध के अंदर व बाहर बहुत समस्या है जिसे जनता वर्षो से झेल रही है हर ऐसे समस्याओ को चिन्हित कर हम व्यवस्था में बदलाव चाहते है. महिलाओं को मान सम्मान नौजवानो को रोजगार के साथ अन्य क्षेत्रीय विकास की जरूरत है।
बिहार में एनडीए की ही सरकार बनेगी.....
कृष्ण मोहन सोनी की रिपोर्ट :- बिहार विधान सभा की इस चुनाव में जनता परिवर्तन चाहती है पुरे सूबे में जनता का विश्वास नीतीश व लालू पर से उठ चुका है. बिहार में एनडीए की ही सरकार बनेगी. युवा वर्ग अब जात-पात मजहब में नही बल्कि विकास व उत्थानं के लिए सोच रहे हैं, युवा एक मत होकर अब देश व समाज का विकास चाहते है. लोग लालू जी व नीतीश के झांसे में नही पड़ने वाले है अब बदलाव चाहते है लोग परेशान है.उक्त बाते खगड़िया जिले के लोजपा सांसद चौधरी महबूब अली कैशर ने सिमरी बख्तियारपुर से लोजपा उम्मीदवार बने युसूफ के नामांकन के बाद आयोजित चुनावी सभा के मौके पर कही.
उन्होंने कहा कि जनता तय कर चुकी है की एनडीए की सरकार बनानी है और भारी मतो से सिमरी बख्तियारपुर विधान सभा से लोजपा के युवा उम्मीदवार युसूफ की जीत होगी. इस विधान सभा में सभी वर्गो के लोग जात पात से उपर उठकर अपना मत डालेगे. सभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने मतदाताओ से अपील करते हुए कहा की बिहार की जनता विकास चाहती है लेकिन पहले तो लालू प्रसाद ने जनता को धोखे में रख कर विकास से दूर रखा उसके बाद नीतीश जी ने भी जनता को सिर्फ ठगने का काम किया है इन दोनों से जनता ऊब चुकी है.
चौदह वर्ष के बाद गीता की घर वापसी.......

पिछले दो महीने से भारत और पाकिस्तान के बीच पारस्परिक संबधों की मजबूत कड़ी बनी गीता के घर और परिवार का पता चलने के बाद सहरसा की रंगत ही बदल गयी है.दरअसल यह वही गीता है जिसे अपनी बेटी हीरा होने का दावा कोसी नदी के अंदर बसे एक गाँव कबीरा धाप के जनार्दन महतो ने किया था.अब जब भारत सरकार ने गीता को पाकिस्तान से वापस भारत लाने की कवायद शुरू कर दी है और उसे बिहार के सहरसा की बेटी भी घोषित कर दिया है तो गीता के टूटे--फूटे महज संज्ञा भर के घर में भी जश्न का माहौल है.गाँव में सभी लोग बहुत खुश है और गीता के गाँव आने पर खास तरह से जश्न मनाने और गाँव में मिटाई बांटने की बात कर रहे हैं.कुछ लोग पत्रकार के साथ---साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की तारीफ़ में कसीदे भी कढ रहे हैं.
कोसी तटबंध के अंदर बसे कबीराधाप गाँव में हर कोई बहुत खुश है.भला खुश हो भी क्यों नहीं.14 साल पूर्व अपने माँ--बाप से बिछुड़ी बेटी हीरा का पता जो चल गया है और उसे घर लाने की तैयारी भी जो चल रही है.गीता के नाम से जानी जा रही हीरा के पिता जनार्दन महतो को दो महीने पूर्व जब टेलीविजन पर पाकिस्तान में फसी गीता की कहानी दिखाई गयी तो गाँव के लोगों ने उन्हें इस बात की जानकारी दी.जनार्दन जब अपनी आँखों से पाकिस्तान में रह रही गीता की तस्वीर देखी तो झट से उसे पहचान लिया और अपनी बेटी हीरा होने का दावा कर दिया.उसके बाद बेटी को वापस पाने के लिए जनार्दन महतो ने विदेश मंत्रालय तक की दौड़ लगायी. अब परिणाम सामने है तो जनार्दन महतो काफी उत्साहित है.
कहते हैं की वर्षों बाद बेटी मिलने की उन्हें खुशी है. वे काफी गरीब हैं और बेटी को पाने के लिए उन्होनें अपना सब कुछ गवां दिया है.कहते हैं की इसबार होली और दिवाली गीता के घर आने पर वे एक साथ मनाएंगे.डीएनए को लेकर वे कहते हैं की उनके और गीता के खून की जांच होगी तो जांच में सिर्फ यही निकलेगा की गीता उनकी बेटी है.गीता की पूरी कहानी को वे तफ़सील से बताते हैं और कहते हैं की वे सपरिवार लुधियाना में रहते हैं.गीता जब गर्भवती थी तो उसे लेकर गाँव से वे लुधियाना गए जहां से उनके दामाद उसकी विदाई कराके उसे जालंधर के बलियापीठ गाँव ले गए जहां से गीता वैसाखी पर्व के मौके पर गुम हो गयी. अपने दम से उन्होनें उसे ढूंढने का भरपूर प्रयास किया लेकिन वह नहीं मिली.
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कोसी की बेटी गीता |
गीता को एक बेटा भी है जो अभी अपनी नानी के साथ लुधियाना में है.
गीता के पति ने पत्नी के साथ -साथ बेटे का भी त्याग कर दिया है. ऐसे में हमारे इस सवाल का की क्या वे आगे गीता की शादी करेंगे को लेकर उन्होनें कहा की वे चाहेंगे की वह अपने बेटे के साथ रहे,वैसे उसकी जो मर्जी होगी,वे वही करेंगे.हालांकि जनार्दन महतो को अभीतक सरकार की तरफ से कोई सूचना नहीं मिली है की गीता उनकी ही बेटी है लेकिन टेलीविजन और अखबारों के माध्यम से उन्हें यह जानकारी मिल गयी है की सरकार ने गीता पर उनके दावे को सही मान लिया है.जनार्दन महतो सुषमा स्वराज के साथ--साथ नरेंद्र मोदी को भी लाख-- लाख धन्यवाद दे रहे हैं.
गीता का भाई बलराम महतो भी बेहद खुश है और कह रहा है की उसे अपनी बहन की बेहद याद आती थी,खास कर के रक्षा बंधन के मौके पर.उसकी बहन जैसे ही यहां आएगी,वह उससे फ़ौरन राखी बंधवाकर पहले रक्षा बंधन मनाएगा.
पिछले चौदह साल से अपने घर से दूर रही गीता जब अपने गाँव जायेगी तो आखिर कैसे? कोसी नदी के पेट में बसे उसके गाँव तक पहुँचने का एक मात्र साधन नाव है.गरीबी, बेबसी,लाचारी और मुफलिसी में रहबसर कर रहे जनार्दन महतो आखिर किस बुते गीता की तक़दीर संवारेंगे. गीता स्वदेश लौटकर,वहाँ जायेगी जहां सीलन,चुभन और सिसकियाँ कुलाचें भर रही हैं.
ऊपर वाला जब भी देता है छप्पर फाड़ कर देता है.आगे अंतर्राष्ट्रीय संधि के तहत सारी प्रक्रिया के बाद जब गीता भारत पहुंचेगी,तो पहले देश उसे सर आँखों पर लेगा.और फिर डीएनए के बाद जब वह अपने परिजनों से मिलेगी,तो आप खुद से अंदाजा लगाईये की वह मंजर कितना खुशनुमा और दिल को सिद्दत से सुकून देने वाला होगा.
अक्टूबर 15, 2015
दिग्गजों का नामांकन...........

सहरसा विधानसभा से भाजपा के सिटिंग विधायक आलोक रंजन,सोनवर्षाराज विधानसभा से लोजपा की सरिता पासवान,सोनवर्षाराज विधानसभा से ही जन अधिकार पार्टी से मनोज पासवान और महिषी विधानसभा से RLSP के चन्दन बागची और महिषी से ही भाजपा से बागी सुरेन्द्र यादव निर्दलीय ने बड़े तामझाम और लोगों के बड़े हुजूम के साथ आज अपना--अपना नामांकन किया.जिला समाहरणालय परिसर के बाहर हांलांकि लोगों की भीड़ को सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया.

है.विरोधी खेमे से बाँकी लोग जो मैदान में खड़े हैं,वे हारे हुए खिलाड़ी हैं.सरिता पासवान ने कहा की उनका किसी से भी मुकाबला नहीं है.जनता उनके साथ है और उनकी जीत पक्की है.यूँ सोनवर्षा राज से जदयू के सिटिंग विधायक रत्नेश सदा से सरिता पासवान का मुकाबला है.
सबसे चौंकाने वाला बयान महिषी से भाजपा से बागी होकर निर्दलीय पर्चा भरने वाले सुरेन्द्र यादव ने दिया. सुरेन्द्र ने कहा कि वे अभी भी भाजपा में हैं और आगे भी वे भाजपा में ही रहेंगे.
इनकी मानें तो चुनाव में भाजपा RLSP के प्रत्यासी चन्दन बागची की जगह उन्हें मदद करेगी.इनकी नजर में चन्दन बागची एक कमजोर उम्मीदवार हैं जिन्हें जनता नकार देगी.
बताते चलें की सुरेन्द्र यादव ने पिछले विधानसभा में भी महिषी से निर्दलीय चुनाव लड़ा था और उन्हें इक्कीस हजार मत मिले थे.नीतीश की आंधी में जीत राजद के अब्दुल गफूर की हुयी थी.अहम बात यह है की अब्दुल गफूर महज 1721 मत से विजयी हुए थे.ऐसे में,सुरेन्द्र का ताल ठोंकना महिषी विधानसभा चुनाव में मुकाबले को बेहद रोचक बना रहा है.
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