फ़रवरी 02, 2015

प्रेरकों ने मंत्री को सात सूत्री माँग समर्पित किया


कृष्णमोहन सोनी की रिपोर्ट:- स्थानीय सुपर बाजार स्थित कला भवन में  आयोजित राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के जिला कार्यकर्ता सम्मेलन, सहरसा में आये उपेन्द्र कुशवाहा मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री, भारत सरकार के समक्ष प्रदेश प्रेरक संघ (साक्षरता) पटना बिहार के सचिव इंद्रभूषण कुमार के नेतृत्व में सैकड़ों प्रेरकों ने संघ के बैनर तले अपने मांगों को लेकर प्रदर्शन भी किया. प्रेरकों ने समर्पित ज्ञापन में कहा है कि केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्धारा चलाये जा रहे साक्षर भारत कार्यक्रम को बिहार राज्य के सभी पंचायतो में स्थापित लोक शिक्षा केन्द्रों को सुचारू रूप से संचालित किये जाने को लेकर सरकार ने  प्रेरकों के जिम्मा दिया है.  जिसका नियोजन सितम्बर माह 2011 में आरक्षण रोस्टर अनुसार विभागीय निदेश के आलोक में संविदा पर 31 मार्च 2017 तक के लिए किया गया है.जिसमे प्रेरकों का मानदेय प्रतिमाह मात्र दो हजार रुपये निर्धारित है जो प्रति दिन लगभग 66. 64 रुपये होता है जबकी प्रेरकों का कार्य अवधि 8 घंटे प्रतिदिन है.ऐसे में साक्षर कर्मियों का मानदेय कम होने से वर्तमान में और सेवा संविदा पर कुछ वर्षों के लिए होने से भविष्य दुःखदायी महसूस हो रहा है.
इस कार्यक्रम में प्रखंड स्तर एवं जिला स्तर पर कार्यरत समन्वयकों का जीवन प्रेरकों जैसा ही है.  जबकि यह कार्यक्रम बिहार के अलावा अन्य राज्यों में संचालित है जिससे साक्षर कर्मियों का अंधकारमय जीवन को प्रकाशित करने हेतु आपकी पहल की आवश्यकता है. प्रेरकों ने माँग करते हुए कहा है कि तत्काल मानदेय राशि में सम्मानजनक वृद्धि, कार्यरत प्रेरकों एवं समन्वयकों की सेवा संहिता निर्माण करते हुए सेवा स्थायी की जाय, केंद्रीय कर्मचारी की तरह विभागीय सुविधाओं का लाभ,कार्यक्रम के अधीन पंचायत स्तरीय क्रय-व्यय का अधिकार {आर्थोराइजेशन }एवं खाता  का संचालन संबंधित पंचायत लोक शिक्षा समिति को दी जाए इस मौके पर प्रेरक संघ के संयोजक संजय कुमार, बिहार प्रदेश प्रखंड कार्यक्रम समन्वयक संघ पटना सहित अन्य ने भाग लिया.

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