नवंबर 23, 2015

बैठक में योजनाओं पर जिलाधिकारी ने रखी पैनी नज़र..........

कृष्ण मोहन सोनी की रिपोर्ट :-विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल कि अध्यक्षता में जिला समन्वय समिति कि एक बैठक हुई. बैठक में विभिन्न विभागों कि कार्यो कि गहन समीक्षा कि गई. इस बैठक में मुख्य रूप से डीजल अनुदान राशी, इंदिरा आवास, खाद्य आपूर्ति, सहित पैक्स चुनाव को लेकर जिलाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने गंभीरता से लेते हुए सम्बंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण एवं कार्यो में पारदर्शिता के साथ तेजी लाने का निर्देश भी दिया.
इस मौके पर डीएम ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, कार्यक्रम पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी समेत सभी प्रखंडस्तरीय अधिकारियों को अपने मुख्यालय में रहने का निर्देश दिया तथा इस सम्बन्ध में सभी प्रखंडों के जिलास्तरीय प्रभारी पदाधिकारी को जाँच कर प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया. डीएम ने डीजल अनुदान कि राशी का तीन दिन के अंदर निकासी कर वितरण करने व संभावित पंचायत निर्वाचन कि तैयारी करने तथा धान अधिप्राप्ति कि तैयारी प्रारम्भ करने तथा फसल क्षति का उपयोगिता शनिवार तक जमा करने का भी निर्देश दिया गया. बैठक में बनमा इटहरी प्रखंड में इंदिरा आवास योजना को लेकर असंतोष प्रकट करते हुए बीडीओ से स्पष्टीकरण देने कि मांग कि. इस मौके पे डीडीसी दारोगा यादव, डीआरडीए निदेशक रामसूचित शर्मा सहित सभी जिला/प्रखंडों के वरीय पदाधिकारी ने भी भाग लिया.   

नवंबर 22, 2015

सहरसा में अपराधियों का साम्राज्य कायम ........

सहरसा टाइम्स की रिपोर्ट:- सहरसा में अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है. यहाँ अपराधी बड़े आराम से किसी घटना को अंजाम देता है और हमारी पुलिसिया तंत्र अपराध के बाद अनुसंधान में लग जाती है. शहर में पूरी तरह से गुंडा राज का बोल बाला है.
गौरतलब है कि बीती रात शहर के व्यस्तम डीबी रोड मछली मार्केट में देर रात  अपराधियों ने एक होटल में जमकर उत्पात मचाया और गोली मारने की कोशिश की और बुरी तरह से होटल संचालक को पिटा. इतना से भी जब मन नहीं भरा तो अपराधियों ने एक अंडा दुकानदार पर गोली चला दी. अंडा विक्रेता को दो गोली पेट में लगी जिससे उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. 
जाहिर तौर से सहरसा में अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है यदि पुलिस प्रशासन समय रहते नहीं सचेत हुई तो इस शहर में फिर से गुंडा राज स्थापित होगा और अपराध का एक से एक कहानी गढ़ी जाएगी.

नवंबर 20, 2015

हर्षोल्लास से मनाया गया छठ महापर्व

जीतापुर से सहरसा टाइम्स की रिपोर्ट: जिले के विभिन्न जगहों में लोक आस्था का महा पर्व छठपूजा शान्ति पूर्ण और बरे ही हर्षौल्लास से मनाया गया. इस मौके पर शहर के विभिन्न घाटों, पोखरों और तलोबों के पास छठव्रती ने उगते सूर्य को अर्घ्य दिया. मधेपुरा जिले के बबुआन टोले में ग्रामीण स्तर पर लोगों ने छठपूजा को लेकर जोरदार तैयारी की और छठ घाट को आकर्षक ढंग से सजाया दिया. 
गौरतलब है कि ये तस्वीर उस गाँव से ली गई है जहाँ न तो पोखर है न ही तलाब है लेकिन छठ मैया के लिए ग्रामीण स्तर से लोगों ने इस घाट को आकर्षक बना दिया. इस घाट कि यह विशेषता रही कि यहाँ कई जाति के लोगों ने बहुत ही शान्ति पूर्ण से छठ पूजा की. ग्रामीणों का कहना है कि प्रत्येक वर्ष हम लोग सारे गिले सिक्वे भुला कर शान्ति और सौहार्द्यापूर्ण वातावरण में इस पूजा को मानते है. जाहिर तौर पर सहरसा टाइम्स कि भी यही कोशिश है कि इसी तरह लोग शान्ति और सौहार्द्यापूर्ण वातावरण बनाये रखे.

नवंबर 09, 2015

हो सकता है कोशी का कायाकल्प............

सहरसा टाइम्स की रिपोर्ट:-  सहरसा के चारो विधान सभा से दिग्गजों की जीत से कोशी की तस्वीर बदल सकती है. एक से एक कद्दावर इस क्षेत्र से चुने गए है. श्री अरुण यादव, श्री दिनेश चन्द्र यादव, अब्दुल गफूर और रत्नेश सादा जैसे दिग्गजों की जीत से सिर्फ सहरसा जिले का ही नहीं बल्कि कोसी का काया कल्प हो सकता है. कायाश ये लगाया जा रहा है कि इस गठबंधन की सरकार में कोशी से बिहार मंत्रीमंडल में दो से तीन मंत्री पद मिल सकता है जिससे  कोसी के लिए विकास की नई इबादत लिखी जा सकती है. 
गौरतलब है कि आज भी सहरसा में कई ऐसे सरकारी योजनाये है जो सरकारी उदासीनता के कारण दम तोड़ रही है, इस क्षेत्र से विधायकों को लोगो ने पूर्ण बहुमत देकर जिताया है उससे लोगो में विकास होने की उम्मीद देखि जा रही है. ओवर ब्रिज हो या मत्स्यगंधा का सौन्द्रयकरण, पेपर मिल हो या डुमरी का पुल सरकार को इन सभी योजनाओं पर विशेष ध्यान देना होगा. 

नवंबर 08, 2015

मतगणना कार्यों पर अधिकारियों की रही पैनी नजर.............

कृष्ण मोहन सोनी की रिपोर्ट : बिहार विधान सभा 2015 की चुनाव के बाद आज शुरू हुए मतगणना कार्यो में परिणाम में जहां प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों की पैनी नजर रही वही चाक चौबंद सुरक्ष्ाा व्यवस्था के साथ अधिकारियों की भी रही है। जिले के सभी चार विधान सभा सहरसा ,सोनबरसा ,सिमरीबख्तियारपुर व महिषी का चुनाव परिणाम के लिए मतगणना कार्यो के लिए दो सेंटर बनाये गए जिसमे सहरसा व सोनबरसा की गिनती जिला स्कुल में किया गया वही महिषी व सिमरीबख्तियारपुर का राजकीय कन्या उच्च मध्य विधालय में किये गए इन दोनों जगहों पर चाक चौबंद सुरक्ष्ाा के साथ मतगणना का काम शुरू किये गए.
इन केन्द्रों परप्रेक्ष्क टी आर मीणा , निर्मल शर्मा , कोसी  प्रमंडलीय आयुक्त बिंधेश्वरी व जिला पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल, आरक्षीअधिक्ष्क विनोद कुमार सहित अन्य अधिकारियों ने मतगणना केन्द्रो पर अपनी पैनी नजर रखते हुए किसी  तरह की कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए हमेशा खोज खबर लेते रहे। मतगणना कार्यो में मीडिया कोषांग व अन्य व्यवस्था पर डी पी आर ओ बिन्दुसार मंडल खुद अपने नियंत्रण में  कार्यो का सम्पादन में जुटे रहे वही जिला स्कुल केंद्र पर मुक्तेश्वर मुकेश भी मतगणना के कामो में किसी तरह असुविधा न हो इसके लिए कन्टीन्यू केम्प में मॉनिटरिंग करते रहे केम्प से बाहर सभी चारो विधान सभा के प्रत्याशियों के समर्थको में मतगणना में किसकी जीत किसकी हार कौन आगे कौन पीछे की जानकारी पाने के लिए भीड़ जुटी रही। इधर शहर में रह रह कर अलग अलग जगहों पर मतगणना में बढ़त की सुचना मिलते ही उन प्रत्याशी के समर्थको में ख़ुशी व पटाखे भी छोड़ते देखे गए

सहरसा के सभी विधान सभा का परिणाम जानिए..........

सभी विधान सभा का मतगणना कार्य विलंब से प्रारंभ .................
  • महागठबंधन   -------   जीते -----------
  • एनडीए. --------------   अघोषित
  • जाप-------------------अघोषित
  • अन्य -----------------अघोषित

  • महागठबंधन   -------  जीते -----------
  • एनडीए. --------------अघोषित
  • जाप-------------------अघोषित
  • अन्य -----------------अघोषित

  • महागठबंधन   -------  जीते -----------
  • एनडीए. --------------अघोषित
  • जाप-------------------अघोषित
  • अन्य -----------------अघोषित

 
  • महागठबंधन   ------- जीते -----------
  • एनडीए. --------------अघोषित
  • जाप-------------------अघोषित
  • अन्य -----------------अघोषित

नवंबर 07, 2015

मधेपुरा सांसद पप्‍पू यादव के स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार.....


सहरसा टाइम्स की रिपोर्ट:- मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव का तबीयत बुधवार को अचानक ख़राब हो गया था जिसे प्राथमिक उपचार के लिए पूर्णिया के अस्पताल में ही भर्ती कराया गया था लकिन ब्लड प्रेसर और रक्त चाप बढ़ने के कारण उनकी स्थिति नाजुक बनती जा रही थी जिसे बेहतर इलाज के लिए एयर एम्बुलेस से दिल्ली पहचाया गया और एम्स में भर्ती होने के उपरांत ईलाज किया गया. सहरसा टाइम्स ने उनके निजी सहायक अजय जयसवाल से जब बात की तो उन्होंने कहा कि आज उनकी तबीयत सामान्य हुई है और अपने आवास पर परिवार के साथ है.
अपने परिवार के साथ सांसद पप्पू यादव
गौरतलब है की जब से माननीय सांसद महोदय का तबीयत ख़राब होने का समाचार लोगो में पहुँचा तब से लोग उन्हें सहानभूति  किसी न किसी रूप में देने लगा. पप्पू यादव कोसी का वह इकलौता सपूत है जिसने लोगो के हर दुःख दर्द में सामिल हुआ है, ख़ुशी और गम में सहयोग देने का हमेसा कार्य किया है. आज उनकी राजनीति में जीत या हार हो उससे में भी इतेफाक नहीं रखता हूँ लेकिन पप्पू यादव एक बेहतर सांसद के रूप में लोगों के दिलों में राज करता है और करता रहेगा। सहरसा टाइम्स का पूरा परिवार सांसद पप्पू यादव को स्वस्थ होने की कामना भगवान से करता है.

नवंबर 06, 2015

चुनाव में 106 वर्ष की राधा व विकलांग अनिल की जज्बे को सलाम

कृष्ण मोहन सोनी की रिपोर्ट:- इस चुनाव में ऐसे मतदाताओं की तस्वीर को आपके सामने लाये है जिसे हम सहरसा टाइम्स की टीम इनके जज्बे को सलाम करते हैं. शायद आप भी इनके जज्बे को जानेंगे तो आप भी करेंगे इन्हे सलाम. 
हम ले चलते है आपको अंतिम चुनाव में लोकतंत्र की ताकत को मजबूत करने वाले ऐसे मतदाता के पास जिनके अंदर आज भी कायम है और रखते है लोकतंत्र को मजबूत करने की ताकत. 
इनके अंदर की दर्द व दस्ताओँ को सुन आप जरूर एक बार नही बार बार सलाम करने पर होंगे मजबूर.
ये तस्वीर है 106 वर्षीय मसोमात राधा देवी की जो सहरसा विधान सभा क्षेत्र के कहरा स्थित एक मतदान केंद्र पर अपना वोट गिरायी है। इनके इस उम्र में भी लोकतंत्र की ताकत को मजबूत करने की  क्ष्मता व उत्साह  है इनके बुलंद इरादे इतने है कि ये  इस चुनाव में अपना वोट दी है. कहना भी है कि आखिर लोकतंत्र हमसे है इस लोकतंत्र से हम और हमारा समाज राज्य ,व देश का भविष्य जुड़ा है। इनके इरादे मजबूत है मतदान को लेकर वह पूरी तरह सजग व संवेदनशील भी दिखाई दे रही है।इनको चलने फिरने व बोलने में शक्ति नही रही है। सही सही बोल नही पति है अपने घर में बैठी थी तभी इनके सहपाठी ने कहा वोट गिर रहा है आज चुनाव है इतना सुनते ही उत्साहित हो वोट गिराने के लिए तैयार हो गयी  अपने एक बेटे के सहारे बूथ पर आकर अपना मतदान किया. ये बहुत पूछने पर बताती हैं कि जब भी चुनाव आये अपना वोट जरूर देना ताकि हमारे इस वोट से ही लोक तंत्र मजबूत होते है जिसमे हम सबका भविष्य जुड़ा है.
इसी तरह अपने शरीर व पैर से लाचार कहरा निवासी स्वर्गीय लक्ष्मण साह के पुत्र 35 वर्षीय अनिल कुमार साह व उनकी धर्म पत्नी रिंकू देवी की है। अनिल का एक एक्सीडेंट में दोनों पैर ,कमर व हाथ क्ष्ति ग्रस्त हो गया वैसे तो खुद जिंदगी कि नैया खीच पाने में बेवस व लाचार है लेकिन मतदान करने अपनी पत्नी रिंकू के दिए सहारे से अपना मताधिकार का प्रयोग किया।
 हमे भी इनके जज्बे व बुलंद इरादो से एक सीखलेनी है और करनी है हमे भी एक वोट ताकि हम अपने लोकतंत्र को मजबूत बनाने में कामयाब हो सके ऐसे जज्बे को हम सहरसा टाइम्स की टीम सलाम करते हैं।            

पाँचवे चरण के अंतिम चुनाव शान्तिपूर्ण,वोटरों में दिखा उत्साह

कृष्ण मोहन सोनी के साथ मो० अजहर उद्दीन की रिपोर्ट जिले के चार विधान सभा क्षेत्र में हुए चुनाव शान्तिपूर्ण रहा. इस चुनाव में सभी  मतदान केन्द्रो पर आये महिला व पुरुषो के वोटरों में उत्साह देखे गए. सहरसा, सोनवरसा, सिमरिबख्तियापुर व महिषी विधान सभा में पांचवे चरण की अंतिम चुनाव सम्पन्न हुए. इस चुनाव में फिर एक बार महिलाएं पुरुषों से आगे बढ़ चढ़ कर वोट की सुबह से ही वोटर लाइन में लग गए व बूथों पर लम्बी कतार लगी रही और उत्साह के साथ वोट किये. वही इस बार भी मतदान के लिए लाये गए ई बी एम बूथों पर धोखा दिया जिससे मतदान करने  में वोटरो को परेशानी भी हुई। बूथ पर इबीएम के खराब होने की शिकायत मिलने के बाद वहां दूसरे मशीन को भेजा गया।इस  चुनाव में ग्रामीण क्षेत्रो में शहरी क्षेत्रो से अधिक मतदाताओं में उत्साह देखे गए। सीमा सुरक्ष्ा बलों के जवानों ने  भी जगह जगह तैनात रहे।
 सबसे दिल चस्प तो यह रहा की इस बार आदर्श मतदान केंद्र भी बनाये गए  जिसमे वोटरों के लिए चिकित्सा व्यवस्था का केम्प व अन्य सुविधाए भी देने का था मगर वोटरो को कोई सुविधा नही मिलने की शिकायत भी मिली है। इस चुनाव में अधिकारियों की तरफ से मॉनिटरिंग भी किये व सभी बूथों का  जायजा भी लिया।  हलांकि इन मतदाताओ के लिए प्रशासनिक तोड़ पर  सुरक्ष्ा का पुख्ता इंतजाम भी किये गए थे। खराब इबीएम के  कारण घंटो बाधित रहा पोल.      

नवंबर 03, 2015

बहती है विकास की गंगोत्री तो हम आज भी क्यों है खानाबदोश ? ..........


कृष्ण मोहन सोनी के साथ मो० अज़हर उद्दीन की रिपोर्ट :सहरसा टाईम्स बार - बार लोगों के दर्द और विभाग की लापरवाही को कैमरे में कैद कर उस तस्वीर से आप लोगों को रू ब रू कराया है, लेकिन यहाँ तो जख्म एक हो तो बताऊ यहाँ तो जहाँ दवाये वहाँ मवाद ही मवाद है. आईये आप लोगों को  लोकतंत्र के इस महापर्व में कई बादे घोषणाओं की झड़ी लगाने वाले स्थानीय छोटभैए  नेताओ से लेकर राज्य स्तर तक के नेताओ ने भी एक ऐसे गांव के परिवारो को उनके अधिकारों से वंचित  रखा जहां, उन्हें सिर्फ तो सिर्फ वोट देने तक का ही अधिकार है, इनके लिए सरकार की जनकल्याण कारी योजनाये एक सपने से कम नही, आखिर इन्हे भी  तो जीना है पर कैसे ? अपनी जिंदगी व अपने बच्चो के लिए ये परिवार हर रोज समाज व गांव में आज भी लोगो से सहयोग व भीख मांग कर जीने के लिए मजबूर है.
ये कहानी कोई फ़िल्मी  नही बल्कि आजादी के पूर्व से ही यहां उनके पूर्वजों ने डेरा डाला था लेकिन आजादी के बाद भी अब उन पूर्वजों के वारिस भी वही जिंदगी जीने के लिए बेवस व लाचार है आखिर कौन होगा इनके तारणहार. 
आज चुनाव का फिर आया मौसम और वोट के लिए नेता कर रहे हैं इन बेवस लाचार को एक वोट देने के लिए मजबूर, ये दर्द  है सोनवर्षा विधान सभा क्षेत्र व सिमरीबख्तियारपुर अनुमंडल के बीच छोटी घोड़दौड़ पंचायत के लाठौड़  समुदाय  के बंजारन परिवार की जो सड़कों के किनारे तम्बू में अपना शेष जिंदगी गुजार रहे हैं हम इन परिवारों की तस्वीर व इनके दास्ताँ को सिर्फ आपसे रूबरू कराते है. सुनकर आपकी आँखे भर जायेगी. 
ये बंजारन परिवार तकरीबन 70 वर्षो से यहाँ पे रह रहे है.इस परिवार के सदस्यों की संख्या 50 से 60 के बीच है. इन परिवार के कुछ बच्चों को छोड़ कर सभी लोगों का मतदाता सूची में नाम दर्ज है, और ये हर चुनाव में अपने वोट का प्रयोग करते है. इन परिवारों के मुखिया 80 वर्षीय दशई  लाठौड सहित अन्य परिवार के लोग आज भी इन्तजार करते है किसी तारणहार की ये बताते है की हम देते है वोट बनती है सरकार, क्या सरकार की जनकल्याण कारी योजनाओ पर हमें नही है. अधिकार सरकार और जनप्रतिनिधि सत्ता में आते है.लेकिन क्षेत्र के विकास से लोग मरहूम रह जाते है.

इस परिवार के लोगों के पास ना ही राशन कार्ड, विधवा पेंशन,वृद्ध पेंशन,स्मार्ट कार्ड,बेहतर रोजगार एवं बंजारन परिवार को जो सरकार की ओर से सुख - सुविधा मिलती है.उन सभी चीजों से ये परिवार वंचित है.क्या इन्हें जीने का अधिकार नहीं है.इनका तो पल-पल मानवाधिकार का हनन हो रहा है. ये परिवार तो पूरी तरह से खानाबदोस की तरह अपनी ज़िन्दगी गुजार रहे है.
छोटे - छोटे बच्चें भूख के कारण ये खामोश चूल्हे को टकटकी लगा के देखते है कि कब इस चूल्हे में आग सुलगेगी और हमारी पेट कि आग बुझेगी.कई रात को तो इस परिवार के लोग भूख को अपनी करबट बना कर सो जाते है.फिर सुबह उठते ही दर्द भरा सिलसिला शुरू होता है. इस दर्दनाक दास्ता को सुनने और समझने के बाद आगे बताना लाज़मी होगा कि पूरा तंत्र इन लोगों के लिए विफल दिख रहा है. जब सारे आलम के लोगों कि ज़िन्दगी बेरंग से रंग भरी होगी और बेंजा से मजबूत बनेगी तभी हमारा पूरा तंत्र विकास का सेहरा अपने सर पर पहन पायेगा.    

*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।