जनवरी 11, 2015

सदर अस्पताल की कुव्यवस्था आखिर कब तक

कृष्णमोहन सोनी की रिपोर्ट:- कोसी का पी.एम.सी.एच. कहा जाने वाला सहरसा का सदर अस्पताल इनदिनों भगवान भरोसे  चल रहा है. सरकार के स्वास्थ्य विभाग भले हीं दावा करे,मगर अस्पताल के विभिन्न वार्डो में जाने के बाद वहाँ गंदगियों व बदबुओं से ठहर पाना मुश्किल भरा रहता है.अस्पताल के अंदर जहाँ गंदगियों  का अम्बार रहता है वही बदबुओं से मरीज परेशान रहते हैं.सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर करोड़ों रुपये खर्च करती है मगर सहरसा के सदर अस्पताल में पूरी व्यवस्था बदहाल है.अस्पताल परिसर व वार्डो में मरीजों के लिए शौचालय की व्यवस्था की गई है लेकिन कहीं कोई शौचालय ठीक नही है जिससे मरीजों को काफी कठिनाइयों का सामना  करना परता है. सदर अस्पताल के वार्डो में शौचालय काफी  जर्जर है.किसी में खिड़की तो किसी में गेट नहीं है आखिर मरीज शौच के लिए जाएँ तो  जाएँ कहाँ,यह एक बड़ी समस्या बनी हुई है. 
सबसे ख़ास व \दुःखद बात यह है की महिला मरीजों के लिए बनाये गए शौचालय का भी हाल वही है. अपने लोकलाज को बचाने की खातिर महिला मरीजों को नाक और मुँह पर कपड़े रख कर और शर्म से सर को झुका लेना पड़ता है.जाहिर तौर पर इसका मुख्य कारण शौचालय के गेट व खिड़की टूटा हुआ होना है. इस दिशा में सहरसा स्वास्थ्य विभाग कोई ठोस  पहल नहीं  कर पा रहा है. अस्पताल आये कुछ महिला व पुरुष मरीजों के परिजनों ने अस्पताल की इस बदहाल व्यवस्था को देख विभागीय अधिकारियों को जिम्मेबार बताया.मरीज के परिजनों ने बताया की वे इलाज कराने मरीजों के साथ आये थे. मगर यहाँ तो मरीज के साथ आये अन्य लोग भी बीमार पड़ जाएंगे.परिजन  सुकनी देवी,रमेश यादव,रणधीर सिंह,आशा देवी, रेणु  देवी ,अनिल कुमार, आदि ने अस्पताल की बदहाल व्यवस्था, पर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा की यह कोसी का पी.एम.सी.एच. सहरसा का सदर अस्पताल भगवान भरोसे है. काश!स्वास्थ्य विभाग इस कुव्यवस्था पर गंभीर हो तो व्यवस्था को ठीक किया जा सकता है और यहां आने वाले सभी  मरीजों को कम से कम शौच जैसी बड़ी समस्या से निजात तो मिल ही जायेगी.  

जनवरी 10, 2015

कालाजार मरीजों से पटा शहर का सदर अस्पताल

कृष्ण मोहन सोनी की रिपोर्ट: सरकार ने कालाजार जैसे भयानक बीमारियो से निजात दिलाने को लेकर  कई कारगर योजनाये चला रखी है  मगर अब तक इन बिमारियों पर अबतक  काबू नहीं  पाया जा सका है. इसके लिए स्वास्थ्य  विभाग को कड़े निर्देश  भी दिए गए है और इस  भयानक बीमारियो के लिए एक से एक दवाओ की व्यवस्था भी की गई है, मगर कालाजार की मरीजों की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती ही जा रही है. इन दिनों कालाजार मरीजों से सदर अस्पताल सहरसा पटा हुआ है. अस्पताल में सहरसा जिले के विभिन्न क्षेत्रों  से आये कालाजार मरीज बेहतर इलाज को लेकर पहुंचे है. 
जिला मुख्यालय से सटे करीब ४.७७ किलो मीटर की दुरी पर बसा आरण भेलवा  गाँव निवासी अनिल यादव की ४० वर्षीय पत्नी  रेणु देवी कला जार रोग से ग्रसित है. जिसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उसी तरह सोनवर्षा कचहरी बिशनपुर निवासी कमल किशोर साह की पुत्री १६ वर्षीय स्वीटी कुमारी ,सिमरीबख्तियारपुर तुर्की भटौनी गांव निवासी सत्तो सदा केपुत्र १८ वर्षीय विकास कुमार कहरा  के रामेश्वर सादा  के पुत्र, २४ वर्षीय अनिल सदा सत्तर कटैया, बरहशेर गंडोल मझोळ के निवासी अशोक साह की पुत्री ज्योति कुमारी, पटुआहा के केलु यादव की पत्नी बीणा देवी, बेलवारा बटखोरा टोला के रविन्द्र पासवान के पुत्र विनोद कुमार ,महिषी सहरवा घेमपुर के हरेराम सदा के पुत्र विमलेश कुमार जैसे दर्जनो मरीज है जो कालाजार रोग से ग्रसित है.  जिसे बेहतर इलाज हेतु सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सहरसा का सदर अस्पताल जहाँ  कालाजार रोगियों से पटा हुआ है।  इस जानलेवा बीमारी से ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों  में  हड़कंम मचा हुआ है.

जनवरी 09, 2015

विरोध का परचम-----



कृष्ण मोहन सोनी की रिपोर्ट: बीते सात जनवरी  की       
रात में हुई व्यवसायी की हत्या के विरोध में आज ना केवल सहरसा बाजार पूरी तरह से बंद रहा बल्कि शहर के एक दर्जन से अधिक जगहों पर आंदोलनकारियों ने जाम लगाकर यातायात को भी पूरी तरह से बाधित कर दिया।दिनभर  आम जीवन अस्त--व्यस्त रहा और लोग हलकान और परेशान रहे.इस आंदोलन में व्यवसायी संघ, एनडीए और सीपीआई मुख्य रूप से शामिल रहे लेकिन ख़ास बात यह थी की जदयू के बागी विधायक नीरज कुमार बबलू मुखर होकर आंदोलन को नेतृत्व दे रहे थे.नीरज कुमार बबलू खुद अपने समर्थकों के साथ मोटरसाईकिल से घूम--घूमकर विभिन्य बाजार की दुकानों को बंद करा रहे थे.इस मौके पर नीरज बबलू सहित अन्य नेताओं ने गिरती कानून व्यवस्था को लेकर जमकर अपनी भड़ास निकाली।
जदयू के बागी विधायक नीरज बबलू कैसे मोटरसाईकिल खुद से चलाते हुए काफिला में बाजार बंद करा रहे थे.शंकर चौक पर एनडीए के नेता--कार्यकर्ता के साथ--साथ व्यवसायी संघ के नेता और सीपीआई के नेता--कार्यकर्ता भी जमा हुए और वहाँ पर जमकर नारेबाजी की.फिर घूम--घूमकर इन्होने बाजार बंद कराया.एनडीए के साथ सीपीआई और जदयू के बागी विधायक नीरज बबलू को एक साथ देखने से कयास लगाया जा सकता है की कोसी इलाके में राजनीति की एक अलग धारा ही बह रही है.कोसी इलाके में बढ़ते अपराध और सात जनवरी को व्यवसायी सुनील कुमार की हत्या से आंदोलित लोगों का आक्रोश दिनभर सड़कों पर उबलता रहा.   
 इस मौके पाकर जदयू के बागी विधायक नीरज बबलू ने कहा की सहरसा में विधि व्यवस्था गिर गयी है. यहां प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं है. इसलिए लगता है की हमलोगों को ही प्रशासन का काम सम्भालना होगा. समाज के लोग आज रोड पर उतरे हैं. शासन--प्रशासन या तो दुरुस्त हो जाए या फिर ये लोग सारा काम आमलोगों को सौंपकर यहां से चले चलें जाएँ. बिहार में जंगल राज पार्ट टू का आगाज हो चुका है और कोसी इलाके में जब से लोकसभा का रिजल्ट आया है तभी से अपराध में बढ़ोतरी शुरू हुयी है. बबलू का सीधा हमला मधेपुरा के राजद सांसद पप्पू यादव पर था. उन्होनें आमलोगों की राय बताते हुए पप्पू को कटघरे में खड़ा किया. 
सहरसा के पूर्व बीजेपी विधायक संजीव कुमार झा का बयान:---
हद का बयान तो सहरसा के पूर्व बीजेपी विधायक संजीव कुमार झा ने दिया. इनका कहना था की जब से पप्पू सांसद बने हैं,तभी से अपराध बढ़ा है.जो अपराधी,अपराध छोड़कर ट्रैक्टर चलाने लगे थे,वे फिर से अपराध करने लगे हैं.इनकी मानें तो जिसका अपराध से जन्म हुआ हो और फिर वह सांसद बना हो तो वह अपराधी का सरगना है.तमाम अपराधी उसके साथ हैं.इसी तरह का कुछ तल्ख़ बयान वर्तमान बीजेपी विधायक आलोक रंजन ने भी दिया.

जनवरी 08, 2015

हत्या के विरोध में मशाल और विशाल जुलूस----

कृष्ण मोहन सोनी की रिपोर्ट:-- बीते सात जनवरी की रात में सदर थाना के पंचवटी चौक इलाके में गोली मारकर व्यवसायी की हुयी हत्या के विरोध में आज जदयू से निष्कासित विधायक नीरज कुमार बबलू एनडीए के साथ ना केवल मुखर होकर सामने आये बल्कि एनडीए के क्षेत्रीय नेताओं और समर्थकों के साथ मिलकर मशाल जुलुस भी निकाला. मशाल जुलूस जिला मुख्यालय के चांदनी चौक से निकला जो महावीर चौक, दहलान चौक, शंकर चौक और डीबी रोड होते हुए थाना चौक पहुंचा जहां नेता और कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की. सहरसा में गिरती कानून व्यवस्था को लेकर ये सभी आंदोलित थे. नीरज कुमार बबलू ने कहा की लोग हत्या के विरोध में सड़क पर उतरे हत्या के करीब चौबीस घंटे बीत गए हैं लेकिन अभीतक कोई गिरफ्तारी नहीं है.विरोध में आमलोग सड़क पर उतरे हैं कल सहरसा बाजार बंद रहेगा और वे जिला प्रशासन को सात दिनों का अल्टीमेटम देंगे. अगर इस दौरान मृत व्यवसायी सुनील कुमार के हत्यारे की गिरफ्तारी नहीं हुयी तो आगे एनडीए के नेतृत्व में चरणबद्ध और उग्र होगा.

गोली मारकर व्यवसायी की हत्या


सहरसा में आतंक राज कायम हो चुका है.यहां की पुलिस काहिल और निक्कमी है जबकि अपराधियों का मंसूबा सातवें आसमान पर है.अपराधी मन--माफिक तरीके से घटना को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस महज मामला दर्ज करने का कर्तव्य निभा रही है.ताजा वाकया सदर थाना के पंचवटी इलाके का है जहां बीती रात करीब सवा नौ बजे अज्ञात अपराधियों ने एक युवा व्यवसायी को गोल मार दी.गंभीर स्थिति में जख्मी को ईलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. अपराधियों की गोली से जख्मी हुए युवा व्यवसायी सुनील कुमार गुप्ता अपनी दूकान को बंद करने ही वाले थे की दो मोटरसाईकिल पर सवार चार अज्ञात अपराधी आ धमके.व्यवसायी सुनील गुप्ता कुछ समझ पाते,इससे पहले ही अपराधियों ने उनपर गोली दाग दी और वहाँ से नौ दो ग्यारह हो गए.घर के लोग और स्थानीय लोग मौके पर जबतक आये तबतक सुनील फर्श पर खून से लटपट छटपटा रहा था.आनन--फानन में उसे सदर अस्पताल लाया गए जहां से उसे तुरंत रेफर कर दिया गया.जान बचाने की गरज से लोग जख्मी को लेकर एक निजी नर्सिग होम पहुंचे लेकिन तमाम प्रयास के बाबजूद सुनील की मौत हो गयी.अपराधियों ने लूटपाट अथवा किस नीयत से गोली चलायी है फिलवक्त इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है.
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर जदयू के बागी सह निष्कासित विधायक नीरज कुमार बबलू पहुंचे और उन्होने सरकार के साथ--साथ पुलिस को खूब खरी --खोटी सुनाई.नीरज बबलू ने कहा की यह जंगल पार्ट टू का नजारा है.पुलिस--प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं रह गयी है.हर जगह आतंक राज कायम हो रहा है.
पुलिस अधिकारी प्रेम सागर,एसडीपीओ,सदर हर बार की तरह इस बार भी घटना को लेकर जानकारी देने के साथ--साथ जांच के बाद उचित कार्रवाई का भरोसा दिला रहे हैं.अधिकारी अपने जुमले को दुहराते हुए कह रहे हैं की किसी भी सूरत में दोषी बख्से नहीं जाएंगे.  बहरहाल घटना के कारण का खुलासा नहीं हो पा रहा है.लेकिन सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक़ मृत व्यवसायी एक बड़ा कारोबारी था और यह हत्या रंगदारी के लिए की गयी है.वैसे व्यवसायी की दूकान में कुछ लूटपाट किये जाने की भी खबर आ रही है.अब आगे देखना दिलचस्प होगा की पुलिस किस--किस बिंदु को आधार बनाकर आगे की कार्रवाई करती है.

जनवरी 07, 2015

लूटपाट कर मारी गोली


जख्मी शिवन यादव
कृष्ण मोहन सोनी की  रिपोर्ट :- आज रात करीब बिहरा थाना के मेनहा गाँव के समीप मोटरसाईकिल सवार दो अज्ञात अपराधियों ने एक मवेशी व्यापारी से ना केवल सत्रह हजार रूपये लूट लिए बल्कि लूट का विरोध करने पर मवेशी व्यापारी को गोली भी मार दी. जख्मी व्यापारी को सदर अस्पताल लाया गया, जहां उनकी पीठ में लगी गोली को चिकित्सकों ने निकाल दिया. अब जख्मी की स्थिति फिलवक्त खतरे से बाहर है. पुलिस के आलाधिकारी घटनास्थल और अस्पताल पहुंचकर जायजा लेते हुए अपराधियों की धड़--पकड़ के लिए बड़ी कार्रवाई की बात कर रहे हैं.
घटनास्थल से लौटकर अस्पताल पहुंचे पुलिस कप्तान पंकज सिन्हा ने बताया की यह सीरियस मामला है और पुलिस इस मामले का उदभेदन का हर सम्भव प्रयास करेगी. घटना के बाबत पूरी जानकारी देते हुए इन्होनें कहा की इस मामले में साइंटिफिक तरीके से  जांच को आगे बढाकर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी. सहरसा जिले में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है. इस जिले में पुलिस अपराधियों के सामने बौनी नजर आ रही है. अपराधी मस्त और पुलिस पस्त. जाहिर तौर पर पुलिस पर अपराधी पूरी तरह से भारी हैं .इस मामले में पुलिस क्या गुल खिलाती है, आगे देखना दिलचस्प होगा. बहरहाल हमारी समझ से यह मामला अपराध के आंकड़े में एक इजाफा भर है.

बाहुबल का नंगा नांच


मुकेश कुमार सिंह की कलम से---- जदयू से निष्काषित और विधायकी खत्म हुए विधायकों के पक्ष में माननीय उच्च न्यायालय का फैसला आते ही निष्कासित और विधायकी खत्म हुए विधायकों की ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा.राज्य मुख्यालय पटना में बागियों का जमकर जलसा हुआ. इसी कड़ी में छातापुर से जदयू के बागी बाहुबली विधायक नीरज कुमार बबलू के सहरसा स्थित आवास पर बबलू समर्थकों ने एक साथ ना केवल होली और दिवाली दोनों मनाई बल्कि छंककर मिठाईयां भी खाई. हद की इंतहा तो यह देखने को मिली की इस मौके पर बाबले हुए बबलू समर्थकों ने नीरज बबलू के सामने ही रायफल और पिस्टल से हवा में जमकर गोलियां दागी. नियम--कायदे, पुलिस और कानून अक्सर बाहुबलियों के सामने घुंटने टेक देते हैं, यह तस्वीर उसकी बानगी है.
नीरज बबलू के घर बधाई देने पहुंचे उनके समर्थक 
नीरज बबलू के घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ था. लोग एक दूसरे को अबीर लगाकर मिठाईयां खा रहे थे. हद तो यह है की नीरज बबलू के सामने ही बबलू समर्थक उनके आवास से लेकर शहर भर में घूम--घूमकर पटाखे चलाने के साथ---साथ रायफल और पिस्टल से जमकर गोलियां भी छोड़े जा रहे थे. कानून को सिद्दत से ठेंगा दिखा रहे ये सारे समर्थक नीरज कुमार बबलू के "बाहुबल" का खुलकर प्रदर्शन कर रहे थे. इस मौके पर नीरज बबलू ने सहरसा टाईम्स से कहा की माननीय न्यायालय ने नीतीश कुमार पर कड़ा तमाचा जड़ा है. नीतीश कुमार गलती पर गलती करते जा रहे हैं. उनका और उनके साथियों का एकमात्र मकसद है जदयू और नीतीश का सफाया. जनता नीतीश कुमार की तमाम हरकतों को देख रही है और बहुत जल्द नीतीश का सर्वनाश तय है. 
नीतीश पर कई तरह के विष वाण छोड़ते हुए नीरज बबलू ने कहा की सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं हो सकता. माननीय उच्च न्यायालय ने इस पर अपनी मुहर लगा दी है. समर्थकों द्वारा गोलीबारी किये जाने को लेकर नीरज बबलू ने कहा की देखिये कोई फायरिंग नहीं हुयी है ये तो ख़ुशी का इजहार है. ऐसे भी अब रायफल, बन्दुक शोभा की वस्तु है. इससे कोई शिकार भी नहीं कर सकता. उनके कैम्पस में लायसेंसी हथियार से फायरिंग करना कोई अन्याय नहीं है. उनके समर्थकों का कहना है की माननीय न्यायालय के सम्मान में उन्होनें फायरिंग की है, वह भी लायसेंसी हथियार से. इनकी नजर में इन्होनें कोई गुनाह नहीं किया है. बाहुबल के सामने कानून और पुलिस की नहीं चलती है. धुंआं उगलते बन्दुक ने बाहुबल की एक नयी इबारत लिखी है. न्यायालय के फैसले पर खुश होना लाजिमी है लेकिन ख़ुशी का इजहार, इस तरीके से करना, हमारी समझ से कहीं से भी जायज नहीं

जनवरी 06, 2015

पेंटावेलेंट टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ 7 जनवरी से

कृष्ण मोहन सोनी की रिपोर्ट :- बच्चों में हिब जैसे जानलेवा बिमारियों को समाप्त करने के लिए राज्य सरकार ने निःशुल्क पेंटावेलेंट सुई टीकाकरण अभियान चलाई है. अभियान को लेकर स्थानीय समाहरणालय सभागार में संवाददाता सम्मेलन जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई. सम्मेलन में मुख्य रूप से ग्रामीण बच्चो में अधिकांश पाये जाने वाली गोलघोटू, काली खांसी, टिटनेस हेपटाइटिस बी. और हिमेंफिलिस,  इन्फ्लूएंजा टाइप बी से बचाव को लेकर जानकारी दी गई. इस टीकाकरण अभियान से खास कर ग्रामीण क्षेत्रो में गरीब बच्चो के बीच नि :शुल्क पेंटावेलेंट  टीका से बिमारियों से बचाव होगा। अभियान का शुभारम्भ  7  जनवरी 2015  से किया जाएगा।
सिविल सर्जन भोलानाथ झा
 इस मौके पर सिविल सर्जन भोलानाथ झा ने सरकार की इस योजना को जिले के सभी प्रखंडो सामुदायिक व स्वास्थ्य केन्द्रों, उपकेन्द्र एवं  आँगनबाड़ी में नि:शुल्क दिए जाने की बात कही है. उन्होंने कहा की बिमारियों की रोक थाम और बचाव के उपाय को गंभीरता पूर्वक लागू करना है ताकि एक भी बच्चे न छूटे। डॉ संजय सिंह ने विस्तार पूर्वक वेंटावेंलेंट सुई से लाभ की बात कही जिस में  शून्य से एक वर्ष के बच्चो को राज्य सरकार अब मुफ्त में पेंटावेलेंट  टिका लगाएगी। यह टिका सभी जिला के अस्पतालों में उपलब्ध होगा.  जिसमें पांच  घातक रोंगो से बचायेगा। सम्मेलन में कहा गया की यह टिका हिमफिलिस इंफ्लूंइजा टाइप बी से होने वाले गंभीर रोगों जैसे निमोनिया मैनिंजाइटिस ,सेप्टीसेमिया और एपिग्लोटाइटिस आदि की रोक थाम करता है. अब पेंटावेलेंट टिका बच्चे को लगने वाली सुइयों की संख्या कम करेगा अब बच्चों को अलग से  डी पि टी, हेपटाइटिस बी और निमोनिया का टीका नही लगाना पड़ेगा।  इस हिब टीके से निमोनिया के एक तिहाई मामलो की और  मैनिंजाइटिस के 90 प्रतिशत मामलों की रोक थाम हो सकती है.  इस मौके पर डॉ यु.सी. मिश्रा, डी.पी.एम, डी.पी.आर.ओ. सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.
हिब के बारे में मुख्य सन्देश :------१. हर वर्ष विश्व भर में हिब रोग ५ वर्ष से कम आयु के 370000 बच्चों की मृत्यु का  कारण बनता है. इनमे से  लगभग 20 % बच्चे भारत के होते है. २- हिब रोग के पश्चात जीवित अधिकतर बच्चों में दीर्घकालीन प्रभाव रह जाते है. जैसे लकबा, बहरापन हो जाना या मस्तिष्क छतिग्रस्त हो जाना।३- हिब टीके  से निमोनिया के एक तिहाई मामलों की और हिब मैनिंजाइटिस के 90 % की रोकथाम हो सकती है.  

जनवरी 04, 2015

दबंगों का कहर

मुकेश कुमार सिंह की कलम से --- लगता है बिहार में कानून और पुलिस का कोई खौफ नहीं रहा. चहुँदिश दबंग, गुंडे और मवालियों का कहर बरप रहा है. अपराध के आंकड़े सारे रिकॉर्ड तोड़ने पर आमदा है. आलम यह है की आमलोगों का जीना पूरी तरह से मुहाल है. बीती रात सहरसा जिले के सौर बाजार इलाके में दबंगों ने कुछ दलित परिवारों पर ऐसा कहर ढाया जिसे ये दलित ताउम्र नहीं भूल पाएंगे। दबंगों ने इनके घर को तोड़फोड़ कर ना केवल जमीनदोज कर डाला बल्कि इनके जीवन भर की कुल जमापूंजी भी लूट ली. यही नहीं जालिमों ने महिलाओं, बच्चों के साथ---साथ सभी उम्र के लोगों की धुनाई भी की. पीड़ित परिवार ने  सौर बाजार थाना में आठ लोगों को नामजद और करीब पचास अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. लेकिन पुलिस अभीतक किसी की गिरफ्तारी में कामयाब नहीं हो पायी है. पीड़ित परिवार बेछपपर डरे--सहमे हैं क्योंकि उन्हें दबंगों की तरफ से अभी भी जान से मार डालने की धमकी मिल रही है. विशेष रिपोर्ट-----------
तिनका--तिनका जोड़कर सपनों का आशियाना बनाया था  कमर तोड़ मिहनत से घर में कुछ सामान भी जुटाए थे. लेकिन बीती रात दबंग दरिंदों का कहर बरपा और जो कुछ हुआ उसके स्मरण मात्र से रूह थर्रा जाती है. दबंगों ने इनके घर को तोड़फोड़ कर ना केवल जमीनदोज कर डाला बल्कि इनके जीवन भर की कुल जमापूंजी भी लूट ली. यही नहीं जालिमों ने महिलाओं, बच्चों के साथ---साथ सभी उम्र के लोगों की धुनाई भी की. गर्भवती महिलाओं को भी नहीं बख्सा इन बहसी आततायियों ने. घर में दाना नहीं और तन ढकने के लिए कपडे नहीं. सर्द रात में आसमान इनके लिए छत है. देखिये यहां का जर्रा--जर्रा सच की कहानी बयां कर रहा है. कल चमन था आज एक सहरा हुआ .दरिंदों ने कुछ भी नहीं छोड़ा, बेछप्पर कर डाला इन्हें.बात इतने पर ही खत्म नहीं हो रही. दबंग अब इन्हें धमकी दे रहे हैं की हादसे वाली जगह पर फिर से घर बनाया तो उन्हें मौत की गहरी नींद में सुला दिया जाएगा.
घर के मुखिया विष्णुदेव पासवान.हैं जालिमों ने पेड़ में बांधकर इनकी पिटाई की है. ये जख्मी हैं और कह रहे हैं की लगातार तीन साल से उनके परिवार पर जुल्म ढाया जा रहा है. इसबार तो हद की इंतहा हो गयी. खाने को लाले हैं. उनकी कोई नहीं सुन रहा.क्या करें, कहाँ जाएँ और किससे फ़रियाद करें, उन्हें कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है.दलित पर जुल्म हुआ हो तो विरोधी दल के सियासी लोगों को एक बड़ा मौक़ा तो मिल ही जाता है.वारदात स्थल पर इनका पहुंचना लाजिमी है. लोजपा नेत्री सरिता पासवान मौके पर पहुंचकर अपना राजनीतिक धर्म निभा रही हैं. पीड़ितों पर हुए जुल्म की दास्ताँ को जुबां देने के साथ--साथ पीड़ितों को न्याय मिले इसके लिए वे आवाज बुलंद कर रही हैं.
  प्रेम सागर, एसडीपीओ, सदर सहरसा
पहली बार हमें एक ऐसे पुलिस अधिकारी मिले जिन्होनें बिना लफ्फाजी के घटना घटी है, उसे स्वीकारा है. अधिकारी प्रेम सागर, एसडीपीओ, सदर, सहरसा कह रहे हैं की घटना घटी है और वे खुद आरोपियों को गिरफ्त में लेने के लिए छापामारी में जुटे हुए हैं. इनकी मानें तो डरे--सहमे दलित परिवार के लोगों की सुरक्षा के लिए थाना स्तर से इंतजाम किया गया है. अब सुरक्षा का क्या इंतजाम हुआ है, हमने इसका भी जायजा लिया. जहां इतनी बड़ी घटना घटी हो और आगे भी कोई बड़ी अनहोनी होने की आशंका हो, वहाँ पर चार होमगार्ड के जवान को लगाया गया है. होमगार्ड के जवान कमल मिस्त्री कह रहे हैं की इस जगह पर किसी बड़े अधिकारी को होना चाहिए. लेकिन वे तो एक अदना सा मुलाजिम है,इसलिए हुकूम बजा रहे हैं.बड़ा सवाल यह है की अगर कोई बड़ी अनहोनी हुयी,तो इसकी जिम्मेवारी कौन लेगा.
बहरहाल जो तस्वीरें चस्पां है, उससे तो यही जाहिर हो रहा है की दबंगों के सामने कानून और पुलिस ने अपने घुंटने टेक दिए हैं.रब जाने आगे क्या होगा.

जनवरी 03, 2015

वर्षा से जनजीवन अस्त व्यस्त

के० एम० सोनी की रिपोर्ट :- सहरसा में भीषण ठंड बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. शरीर को हार  कपा देने वाली इस ठंड से लोग परेशान थे. खास कर इस भीषण ठंड में फुटपाथ  पर रह रहे गरीबों की दर्द कह पाना मुश्किल सा लगता है हलांकि चार दिन सूर्य देवता ने अपने रूप को दिखा सब को राहत तो दी मगर दो दिन से ठंड हवा व बारिश ने लोगो को जीना मुहाल कर दिया है. एक तरफ जहाँ शहरी जीवन पर असर पड़ा वही वर्षा से किशानो के चेहरों पर खुशियां फसलों में जान आई है. वैसे तो लोग रोज सड़क जाम  व कूड़े कचड़े से तंग थे मगर अब इस ठंड व बारिश ने कीचड़ में रहने व चलने पर मजबूर कर दिया है. 

*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।