फ़रवरी 14, 2017

ये वेलेंटाइन डे क्या है ?


मुकेश कुमार सिंह की दो टूक-----
वेलेंटाइन डे पाश्चात्य सभ्यता की देन है ।यह हिन्दुस्तानी परम्परा और संस्कृति के लिहाज से कतई स्वीकार्य नहीं है । पाश्चात्य संस्कृति में विवाह जैसा कोई संस्कार ना तो पहले था और ना ही अभी है ।पश्चिम के देशों में पुरुष पुरानी मेज और कुर्सी की तरह स्त्री बदलते रहे हैं । पुरे जीवन काल में एक पुरुष का कई नारियों के साथ शारीरिक सम्बन्ध होते हैं ।प्लेटो,अरस्तू सहित तमाम दार्शनिक और विचारकों के कई स्त्रियों से शारीरिक सम्बन्ध रहे थे । "लिव इन रिलेशनशिप" पाश्चात्य जगत का ही घृणित उपहार है ।अब तो हिन्दुस्तान में भी यह रोग फैल रहा है । 
सबसे हास्यास्पद तो समलैंगिक सम्बन्ध है ।वेलेंटाइन डे क्यों मनाया जाता है ?मुख़्तसर में आपको बताऊँ की पश्चिम के देश में ही बेलेंटाइन नाम के दार्शनिक पैदा हुए जो बाद में एक चर्च के पादरी बन गए ।हिन्दुस्तान के विवाह परम्परा से वे काफी प्रभावित थे ।उनकी नजर में भी एक पुरुष का एक स्त्री से ही शारीरिक सम्बन्ध होना जायज था । वेलेंटाइन ने इस सन्देश को पश्चिम के देशों में फैलाना शुरू किया ।हांलांकि उनके सन्देश का कोई व्यापक फायदा नहीं हुआ ।उनकी मृत्यु के बाद बेलेंटाइन डे मनाया जाने लगा ।हिन्दुस्तान यूँ भी दशकों से पाश्चात्य संस्कृति की राह पर है ।
 हमारी वैवाहिक संस्कृति भी अब नैसर्गिक मर्यादा के दायरे से बाहर होती दिख रही है ।यूँ बेमेल शादी,यानि वैचारिक सामंजस्य के बिना हो रही शादियां नकारात्मक परिणाम दे रही हैं ।पाश्चात्य संस्कृति में एक पुरुष कई नारियों का उपभोग अपनी जरूरत के मुताबिक वस्तु की तर्ज पर करते हैं ।हिन्दुस्तान में इसकी ईजाजत नहीं है ।इस देश में यह खेल छुपकर खेला जाता है ।आप वेलेंटाइन डे को उत्साह और खुशियों से लवरेज होकर सेलिब्रेट करें लेकिन अपनी संस्कृति के हो रहे दोहन का ख्याल जरूर करें ।हिन्दुस्तान में हमारी जानकारी के मुताबिक 1992 से वेलेंटाइन डे,यानि प्यार का उत्सव मनाया जाता है ।विश्व को ज्ञान, संस्कार,नैतिकता और मौलिक जीवन का सन्देश देने वाला हिन्दुस्तान आज हासिये पर लुढ़ककर कराह रहा है ।जागो देशवासियों जागो ।

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।