अक्टूबर 02, 2011

चोर की जमकर धुनाई


02-10-2011   
सहरसा
आज अहले सुबह सदर थाना क्षेत्र के रिफ्यूजी कोलोनी में एक घर में घुसकर चोरी की घटना को अंजाम दे रहे एक युवक को मुहल्ले के लोगों ने ना केवल धर दबोचा बल्कि लोहे के खम्भे में उसे बांधकर और दौड़ा--दौड़ा कर के बेरहमी से उसकी पिटाई भी की.लोडेड पिस्तौल से लैस यह आधुनिक चोर स्थानीय बटराहा मुहल्ले के एक लॉज में रहकर पढाई भी करता था.सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने लहुलुहान और खून से लथ--पथ हुए चोर को अपने कब्जे में ले लिया.गंभीर रूप से जख्मी हुए चोर को तत्काल पुलिस सदर अस्पताल ले गयी है जहां उसकी हालत नाजुक बतायी जा रही है.-
एक बार फिर भीड़ ने कानून को अपने हाथों में लेकर एक चोर को खम्भे से बांधकर और दौड़ा-दौड़ा कर तबतक पीटा जबतक की वह लहुलुहान होकर बेदम नहीं हो गया.हम आपको शहर के रिहायशी इलाके रिफ्यूजी कोलोनी का नजारा दिखा रहे हैं.पप्पू यादव नाम के इस चोर को देखिये लोग किस तरह से धुनाई कर रहे हैं.मुहल्ले के एक घर में यह पौ फटने से ठीक पहले चोरी की घटना को अंजाम दे रहा था.अचानक घर के लोगों की नींद खुल गयी और उन्होने हल्ला मचाया.उसके बाद फिर क्या हुआ यह हमें बताने की जरुरत नहीं है.देखिये इस आधुनिक चोर को,किस तरह से इसकी कमर में लोडेड पिस्तौल खोंसी हुई है.इसके पास से तीन जिन्दा कारतूस भी अलग बरामद किये गए हैं.हद बात तो यह है की यह चोर शहर के ही एक मुहल्ले बटराहा के एक लॉज में रहकर पढाई भी कर रहा था.यह बीएससी पार्ट वन का छात्र भी है.सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची सदर थाना की पुलिस ने चोर को लोगों की गिरफ्त से मुक्त कराके उसे अपने कब्जे में ले लिया.थाना लाने के क्रम में बेरहमी से हुई पिटाई की वजह से अचानक चोर बेहोश हो गया.आनन्--फानन में पुलिस चोर को इलाज के लिए सदर अस्पताल ले गयी है जहां उसकी हालत नाजुक है.

रविन्द्र यादव,थानाध्यक्ष,सदर थाना,सहरसा.
कानून को हाथ में लेकर भीड़ के द्वारा चोर की इस तरह से बेरहमी से पिटाई करने को कभी भी जायज नहीं ठहराया जा सकता है.जाहिर तौर पर यह पुलिस की नाकामियों का ही नतीजा है की अब पुलिस पर से लोगों का भरोसा उठने लगा है और लोग खुद कानून हाथ में लेकर इन्साफ करने में जुट गए हैं.दशहरे का समय है इस समय तो पुलिस को खासकर के और ज्यादा चौकस और सतर्क रहके ना केवल गस्त लगानी होगी बल्कि असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर भी रखनी होगी.

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।