मार्च 25, 2017

सहरसा डबल मर्डर


पीसीसी सडक निमार्ण को लेकर चली गोली......
एक को गोली मार कर हत्या  .....
दूसरे को पिट पिट कर कर दी हत्या ........
आशीष कुमार सिंह -------
मनरेगा योजना से सड़क समेत अन्य काम कराने में हर जगह कुछ न कुछ घटना जरूर हो जाती है । मुखिया के विरोधी द्वारा काम को आरोप लगाकर रोकना आम बात सी हो गई है। ऩए सत्र में मनरेगा योजना से सड़क बनाने के विवाद में केवल सौर बाजार प्रखंड में तीन लोगों की हत्या हो चुकी है। 
 पहली घटना चन्दौर पूर्वी पंचायत के बेलहा गांव में लगभग एक माह पूर्व हुई थी जहां मनरेगा से बनी सड़क पर चलने के विवाद में एक भाई ने अपने सगे भाई की हत्या कर दी थी। 
दूसरी घटना आज सौरबाजार प्रखंड क्षेत्र के गम्हरिया पंचायत के ईटहरा गांव में घटी जहां मनरेगा से ईट सोलिंग और पीसीसी सड़क बनाने में दोनो पक्ष के एक-एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई है. हत्या में मृतक दोनो पक्ष के लोगों का बयान अलग अलग आ रहा है. 
एक पक्ष कहता है -----
एक मृतक गम्हरिया निवासी अरूण यादव के पुत्र बिकाश के परिजनो का कहना है कि ईटहरा में सड़क बनने में विवाद था जिसके कारण पंचायती के लिए सड़क बनवा रहे बिन्दा यादव के पुत्र सुबोध कुमार बुलाकर ले गया जहा योजना वध तरीके से उन लोगों ने पीटकर उसे अधमरा कर दिया जिसे पुलिस ने सदर अस्पताल पहुंचाया जहां उनकी मौत हो गई।
दूसरा पक्ष कहता है -----
दूसरे पक्ष के मृतक मो० कारी के परिजनों ने बताया कि मुखिया सुनीता देवी के द्वारा कराए जा रहे सड़क निर्मान कार्य को बिकास रोकने आया था जहां काम नही रोकने के कारण काम कर रहे मजदूर मो० कारी को गोली मारकर हत्या कर दी है।
घटना के बाद दोनो और से स्थिति तनाव पूर्ण है लेकिन नियंत्रण में है। तनाव को देखते हुए प्रशासन द्वारा ईटहरा गांव में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी. बैजनाथपुर चौक पर भी एसडीपीओ सुबोध विश्वास के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस केम्प कर रही है। 
जाम और तनाव को देखते हुए प्रशासन ने सौरबाजार, महिषी, बिहरा, सिमरी बख्तियारपुर, नवहट्टा समेत जिले से भी भारी संख्या में पुलिस बल मंगाया गया.बुला लिए थे. जाम हटाने एवं स्थिती को नियंत्रित करने में पुलिस पदाधिकारी के साथ राजद नेता रंजीत यादव, भारत यादव, दीलीप यादव, भानु प्रताप, समेत अन्य जन प्रतिनिधि भी मौजूद थे.
बहरहाल इस घटना को लेकर गावं में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. स्थानीय ग्रामीण भयभीत है. प्रशासन इस घटना पर पैनी नजर बनाये हुए है. 

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।