मुकेश कुमार सिंह,सहरसा टाइम्स :
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संध्या कुमारी, दीपिका कुमारी |
यह नजारा है सहरसा के आलिशान आदर्श थाने का।थाने के ये दोनों लडकियां गुमला जिले की अलग--अलग जगहों की है।दोनों लड़कियों में से
पहली दीपिका कुमारी गुमला जिले के गिरिरा कुम्हार टोली की तो दूसरी सध्या
कुमारी केसीपाड़ा की रहने वाली है।अब हम कहानी को तफसील से बताने जा रहे
हैं।संध्या के मोबाइल पर एक दिन एक मिस कॉल आया।यह मिस कॉल मधेपुरा जिले के
आलमनगर के रहने वाले मोहम्मद राजू का था।मिस कॉल ने गुल खिलाया और संध्या न
चाहते हुए भी मोबाइल पर राजू से बात करने लगी।धीरे--धीरे प्यार हिचकोले
लेने लगा।सीने के भीतर आग सुलग चुकी थी।छः महीने तक बातचीत का सिलसिला
चला।दोनों मोबाइल पर जीने मरने की कसमें खाने लगे।फिर क्या था दोनों ने
शादी करने की ठान ली।इसी समय दीपिका की इंट्री होती है।एक दिन अचानक गुमला
के एक बाजार में दीपिका संध्या से टकराती है।दोनों के बीच पहली मुलाक़ात में
ही ढेर सारी बातें हुयीं।ये दोनों भी आपस में दोस्त हो गए और अपने दिल की
बातें एक दुसरे को बताने लगे। दीपिका कुछ दिनों के लिए दिल्ली गयी थी जहां
एक घर में वह काम करती थी।उसी दौरान उसकी पहचान विजय नाम के एक युवक से
हुयी जो दिल्ली के खानपुर का रहने वाला है और वहीँ पर काम करता है।दीपिका
वापिस गुमला लौट आई थी लेकिन उसके पास विजय का मोबाइल नंबर था।फिर शुरू हुआ
बातचीत का सिलसिला।दीपिका भी मुहब्बत में बाबली हो चुकी थी।इधर जब संध्या
मिली तो दोनों सखियों ने फैसला लिया की वे दोनों अपने--अपने प्यार को पाकर
रहेगी।फिर दोनों ने मिलकर मास्टर प्लान बनाया और गुमला अपने घर से भाग
निकली और सहरसा पहुँच गयी।गुमला से भागने से पहले संध्या ने इसकी सुचना
राजू को दे दी थी की वह मधेपुरा से सहरसा पहुँच जाए।
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मोहम्मद राजू |
सहरसा में मोहम्मद राजू
पहले से मौजूद था।यहाँ से ये लोग दिल्ली रवाना होते लेकिन पुलिस बीच में
विलेन बनकर खड़ी हो गयी।अब इधर संध्या प्यार की सारी कहानी तो बता रही है
लेकिन वह यह भी कह रही है की वह अपने घर जाना चाहती है।संध्या अब राजू से
शादी करना नहीं चाहती है।उसका कहना है की राजू के घर वाले तैयार नहीं हैं
इसलिए वह उससे शादी नहीं करेगी।दीपिका की बिमारी संध्या से अलग है।उसकी
मानें तो वह विजय से ही शादी करेगी।विजय उससे शादी करने के लिए तैयार
है।संध्या के शादी के इनकार की एक बड़ी वजह हमारी समझ से राजू का मुस्लिम
होना और उसका कद---काठी बेहतर नहीं होना भी प्रतीत होता है।वैसे अब तो सब
कुछ पुलिस के अनुसंधान पर निर्भर करता है।इस मामले में एक ख़ास बात यह भी है
की दोनों लड़कियां कह रही हैं की वे घर से भागी नहीं है बल्कि अपने घर
वालों से पूछकर आई हैं।

प्यार
में कुछ भी संभव है।इतिहास गवाह है की प्यार में बिकने और लुटने के अनेकों
ऐसे अनगिनत किस्से हैं जो रूह को थर्रा जाते हैं।इस मामले में लड़कियों के
परिजनों के सामने आने के बाद कुछ और राज पर से पर्दा उठेगा।अभी किसी तरह के
अंजाम का कयास लगाना जल्दबाजी होगी।
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