मार्च 24, 2017

दो दिवसीय कोसी महोत्सव का आग़ाज

कोसी की धरोहर को याद करने के लिए कोसी महोत्सव   -- विनोद सिंह गुंजियाल, डीएम सहरसा।  
कृष्ण मोहन सोनी की रिपोर्ट ;
कोसी क्षेत्र की कला सांस्कृति को अक्षुन्न बनाये रखने को लेकर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कोसी महोत्सव का आयोजन किया गया।  इस महोत्सव में बिहार के अलावा अन्य राज्यो से एक से एक कलाकारों ने शिरकत किया।

  इस महोत्सव में खासकर कोसी क्षेत्र की पौराणिक विरासत और कला संस्कृति व इसकी धरोहर को याद करने के लिए स्थानीय स्टेडियम मैदान में शुक्रवार को कोसी महोत्सव का आगाज किया गया। 
इस महोत्सव की विधिवत उद्घाटन अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ड़ॉ अब्दुल गफूर एवं कोसी प्रमंडलीय आयुक्त ललन सिंह, सहरसा जिलाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल, पुलिस अधिक्षक अश्वनी कुमार, नवपदस्थापित सदर एस.डी.ओ. सौरभ जोड़वाल आदि ने संयुक्त रूप से दिप प्रज्वलित कर किया। मंच संचालन मुक्तेश्वर मुकेश ने किया।
महोत्सव में विभिन्न विभागो के अधिकारियों कर्मियों, राजनीतिक दलो सहित बुद्धिजीवियों साहित्यकारों व क्षेत्र के भारी संख्या में लोगो ने भाग लिया वही  कोसी क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रो से स्थानीय कलाकारों सहित अन्य राज्यो से आये कलाकारों ने एक से एक सांस्कृतिक कार्य कर्मो  की प्रस्तुति की  जिसमे दर्शको ने जमकर  लुत्फ़ उठाया।
महोत्सव में कोसी क्षेत्र के अध्यात्मिक व ऐतिहासिक पौराणिक दर्शन आदि कई महत्वो पर प्रकाश डाला गया वही कोसी दर्पण स्मारिका का भी विमोचन किया गया इस मोके पर  क्षेत्रिय व अन्य राज्यो से आये  कलाकारों द्धारा सांस्कृतिक कार्यकर्मो की प्रस्तुति की गयी। 
महोत्सव की शुरूआती दौर में सबसे पहले स्थानीय स्वरांजलि के कलाकारों द्धारा स्वागतगान एवं नृत्य संगीत की प्रस्तुति कर कोसी क्षेत्र की कला संस्कृति एवं धरोहरों को याद करने के लिए मजबूर कर दिया। 

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।