सितंबर 02, 2015

बंद का बड़ा असर ...

* बंद का व्यापक असर........
* बैंक और पोस्टल कर्मियों ने कामकाज को पूरी तरह से रखा बंद...........
* स्टेट बैंक छोड़कर सभी बैंक के एटीएम भी रहे बंद............
* सहरसा बाजार भी पूरी तरह से रहा बंद..........
* आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित ......
सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट------ट्रेड यूनियन के बैनर तले आहूत आज भारत स्तर के बंद का व्यापक असर सहरसा में देखने को मिला जहां ट्रेड यूनियन के मजदूरों ने सहरसा कचहरी ढाला और शिवपुरी ढाला को सुबह से ही जाम कर के रेल परिचालन ठप्प कर दिया वहीँ बैंक और पोस्टल कर्मियों ने कामकाज को पूरी तरह से बंद रखा.स्टेट बैंक छोड़कर सभी बैंक के एटीएम भी बंद रहे.हद बात तो यह थी की सहरसा बाजार स्वस्फूर्त बंद रहा.
देखिये कचहरी हॉल्ट का नजारा.कैसे रेलवे ट्रैक को जामकर मजदूरों ने रेल का परिचालन ठप्प कर दिया है.मजदूर नेता मुकेश कुमार यादव जहां दिनभर रेल परिचालन नहीं होने देने की बात कर रहे हैं वहीँ विवश रेलकर्मी भगवान देव यादव परेशान है और कह रहा है की वह अकेला है और जामकर्ता की भीड़ है.लोगों ने जबरन रेल फाटक को बंद कर दिया है.साढ़े आठ बजे से जाम है और ये कबतक रहेगा,उसे कुछ पता नहीं.
बैंक और पोस्टलकर्मी भी हड़ताल पर हैं.
बैंक कर्मी कह हैं की एटीएम सहित बैंक का सारा काम बंद है.पोस्टलकर्मी भी विभाग के मुख्य द्वार को बंद कर कामकाज को ठप्प कर  नारेबाजी कर रहे हैं. 
इस बंदी में सब से आश्चर्य की बात यह रही की सहरसा बाजार भी पूरी तरह से बंद रहा.दुकानदार अपनी दुकानों को बंद किये हुए थे लेकिन उन्हें बंदी के कारण का पता नहीं था.सुनिए इसे.
इस बंदी का आगे जो भी फलाफल निकले लेकिन इस बंदी ने आज आमलोगों को खासा परेशान किया.जाहिर तौर पर यह बेहद असरदार बंदी रही

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*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।