* कोसी बरपा रही है कहर......
* छतवन गाँव के सैंकड़ों लोग हुए बेघर....
* डेढ़ सौ से ज्यादा घर कोसी में समाये ......
* विस्थापित रिंग बाँध पर ले रहे हैं शरण ......
* सरकारी मदद अभीतक नहीं हुयी है मयस्सर.........
* छतवन गाँव के सैंकड़ों लोग हुए बेघर....
* डेढ़ सौ से ज्यादा घर कोसी में समाये ......
* विस्थापित रिंग बाँध पर ले रहे हैं शरण ......
* सरकारी मदद अभीतक नहीं हुयी है मयस्सर.........
मुकेश कुमार सिंह की खास रिपोर्ट----- हर साल हमें उजाड़ना है और फिर बसना है.हम कोसी के पेट में रहने वाले हैं.हमारी जिंदगी एक जंग है.हमें सतरंगी सपने देखने की ईजाजत नहीं है.यह एक बड़ा सच है की पूर्वी और पश्चिमी कोसी तटबंध के भीतर बसे लाखों लोगों की मुकम्मिल जिंदगी उजड़ने और फिर बसने में ही गुजर जाती है.आज हम अपनी इस खास रिपोर्ट में नवहट्टा प्रखंड के छतवन गाँव,जिसे कोसी ने लील लिया है,उस गाँव के वैसे लोगों के दर्द से आपको रूबरू कराने जा रहे हैं जो गाँव से किसी तरह निकल कर पूर्वी कोसी तटबंध पर आकर अपनी जान बचाने की जुगत कर रहे हैं.

एक जगह हो तो बताएं की दर्द यहां होता है,यहां तो जिधर दबाईये उधर मवाद है.इन पीड़ितों का दर्द देखो सरकार.
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