सितंबर 01, 2015

पुलिस की गुंडागर्दी ........

* एक बार फिर दिखी खाकी की हनक......
* पुलिस जवानों ने ना केवल गुंडागर्दी का नंगा नाच किया बल्कि जुल्म की सारी सीमाएं भी तोड़ डाली....
* महज पानी फेंकने के विवाद में घंटों मचा रहा ग़दर...........
* बेरहम पुलिस वालों ने अंगद के गले में रस्सी डालकर उसे फर्श पर घसीटा भी.........
* आक्रोशित लोगों ने समाहरणालय मार्ग को घंटों किया जाम,अस्पताल में की तोड़फोड़ और पत्थरबाजी 
सहरसा टाईम्स के लिए मुकेश कुमार सिंह की एक्सक्लूसिव और खास रिपोर्ट---एक बार फिर खाकी की हनक दिखी .एक बार फिर पुलिस जवानों ने ना केवल गुंडागर्दी का नंगा नाच किया बल्कि जुल्म की सारी सीमाएं तोड़ डाली .आज वर्दी वाले गुंडों ने बीते आठ दिनों से सदर अस्पताल में भर्ती एक मरीज और उसकी पत्नी की बेरहमी से पिटाई कर डाली.महज पानी फेंकने के विवाद में घंटों ग़दर मचा रहा.आक्रोशित लोगों ने ना केवल सड़क को घंटों जाम किया बल्कि अस्पताल परिसर में जमकर पत्थरबाजी भी की. जब रक्षक ही भक्षक बन जाए और दरिंदगी की सारी सीमाएं तोड़ दे,तो आप भला किसपर और कैसे यकीन करेंगे? 

सदर अस्पताल सहरसा में तैनात सुरक्षा गार्डों ने आज बीते आठ दिनों से अस्पताल में भर्ती इंदरवा गाँव के रहने वाले मरीज अंगद यादव और उनकी पत्नी सीता देवी की जमकर धुनाई कर दी.बीमार अंगद को बेशर्म,बेदर्द और बेरहम पुलिस वालों ने महज लाठी--डंडे से ही पिटाई नहीं की बल्कि इन जालिमों ने अंगद के गले में रस्सी डालकर उसे फर्श पर घसीटा भी. ये निशान पुलिस की काली करतूत की बाखूबी गवाही दे रहे हैं. अंगद को बचाने आई उनकी पत्नी सीता देवी को भी इन दरिंदों ने नहीं बख्सा और उनकी भी जमकर पिटाई कर दी. 
आप पूरी घटना के बारे में जानेंगे तो हैरान हो जाएंगे.बीमार अंगद के बेटे ने अस्पताल की दूसरी मंजिल पर भर्ती अपने पिता के कक्ष से गलती से नीचे पानी फेंक दिया. पानी पुलिस जवानों के ऊपर आ गिरा. बस इसी बात से खफा खाकी,बाबली हो गयी और गलती मानने के बाद भी अंगद और उसकी पत्नी पर कहर बनकर टूट पड़ी.बाद में दूसरे मरीज के परिजन और स्थानीय लोगों ने इस घटना का पुरजोर विरोध किया.पहले तो लोगों ने अस्पताल के ठीक सामने समाहरणालय मुख्य मार्ग को घंटों जाम कर के रखा,जहां से कई पुलिस अधिकारी और पुलिस गाड़ी को भी वापिस लौटना पड़ा. 
आक्रोशित लोग पुलिस जुल्म से इतने आहत थे की वे इतने पर ही नहीं रुके.आक्रोशित लोगों ने सुरक्षा जवानों के अस्पताल स्थित आश्रय स्थल पर हमला कर के जमकर पत्थरबाजी की.इस पत्थरबाजी में तीन जवानों को चोट आई है जिसमें एक जवान गंभीर रूप से जख्मी है. बाद में सैकड़ों की तायदाद में पुलिस जवान के साथ अस्पताल पहुंचे पुलिस के बड़े अधिकारियों ने मामले को शांत कराया.
मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने अंगद के साथ--साथ अन्य मरीजों से भी पूछताछ की.सभी ने समवेत स्वर में पुलिस अधिकारी को पुलिस जवानों के जुल्म की कहानी सुनाई.सुनिए इस मरीज को जो कह रहा है की अंगद की बेरहमी से पिटाई की गयी है.इस घटना में गंभीर रूप से जख्मी जवान अजीत कुमार बता रहा है की लोगों ने पुलिस जवानों पर हमला और पथराव किया,जिसमें वह जख्मी हो गया.
संजय कुमार सिंह, एसएचओ,सदर
इधर पुलिस के अधिकारी संजय कुमार सिंह, एसएचओ,सदर ने घटना की जानकारी देने के साथ-साथ कहा की वे दोनों पक्षों की तरफ से घटना के बाबत मिले आवेदन के आधार पर विधि सम्मत कार्रवाई
कमोबेस अब पुलिस वाले गुंडों की राह पर हैं.आमलोगों की सुरक्षा को गुंडों के साथ-साथ अब पुलिस वालों से भी खतरा है.स्वस्थ्य व्यक्ति से लेकर बीमार किसी पर भी खाकी का कहर बरप सकता है.आखिर में हम तो यही कहेंगे की "सहरसा पुलिस से खबरदार रहिये",वर्ना......?

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।