फ़रवरी 10, 2017

शुदूर क्षेत्रों में दम तोड़ती शिक्षा व्यवस्था....

जीतापुर से पिन्टू भगत की रिपोर्ट ---
मुरलीगंज प्रखंड के कई विद्यालय का निरीक्षण प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, रामगुलाम गुप्ता ने किया। जिसमे विद्यालय में व्याप्त अनियमितता एवम टीचर के विद्यालय नहीं पहुचने पर कई शिक्षकों र की हाजरी काट दी एवम शख्त हिदायत दी.

प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सबसे पहले उत्क्रमित मध्य विद्यालय मुशहर्नियारही गये. जिसमे तीन टीचर अनुपस्थित थे तीनों की हाजरी को काट दी गई और पिछले डेढ़ महीने से मध्यान भोजन (एम.डी.एम) बंद रहने पर एच.एम. को शख्त निर्देश देते हुए कहा की किसी भी हालात में एम.डी.एम. बंद नहीं रहना चाहिए। पूर्व एच.एम. को फटकार लगाते हुए कहा जल्द खाता का प्रभार नये  एच.एम. को सौपने का आदेश दिया ।
इस स्कूल का निरीक्षण करने के बाद वहाँ से 10:10 बजे उत्क्रमित कन्या मध्य विद्यालय भातखोरा गोठ गये. वहा ग्यारह टीचर में तीन मौजूद थे. बच्चे नगण्य थे. आठ शिक्षक की हाजरी काट दी गई. बच्चे की उपस्थिति को सुन्य कर दिया एवम कड़ी हिदायत भी दी.
सबसे अहम बात की विद्यालय में पाच सौ से ज्यादा बच्चे नामांकित है फिर भी बच्चे नहीं आ रहे है. ये अफ़सोस की बात है, फिर उत्क्रमित मध्य विद्यालय राजपूत टोला तमौट परसा गये जहाँ की स्थिति काफी बदहाल थी दस बजकर तीस मिनट पर सात बच्चे मौजूद थे. जब की नामांकन तीन सौ से जयादा बच्चे की है. गेर मौजूदगी पर एच.एम. को कड़ी फटकार लगाईं सभी बच्चे का सुन्य का हाजरी बनाया।  इसके साथ ही कई और स्कूलों का निरिक्षण किया गया जिसकी हालत और भी नाजुक है. 
इस निरिक्षण से साफ जाहिर होता है की सुदूर क्षेत्र में किस तरह से सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की मनमर्जी चलती है. सरकार की शिक्षा नीति यहाँ किस कदर दम तोडती है ये तो सिर्फ बानगी भर है. आप खुद सरकारी स्कूलों की बदहाली की जीता जगता तस्वीर देखिये और उस स्कूल में पढ़ रहे गरीब गुरबों के बच्चों के बारे में जरुर सोचिये। आप बने रहिये सहरसा टाईम्स पर एक से बढ़कर एक शिक्षा व्यवस्था की नग्न तस्वीर से आपको रु बी रु कराते रहेंगे। 

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।