फ़रवरी 06, 2015

मांझी के तल्ख बयान.........नीतीश भीष्म पितामह...

नीतीश को जहाँ भीष्म पितामह ……के.सी त्यागी यमदूत................  
सहरसा टाईम्स रिपोर्ट:- नौ दिवसीय दीना--भद्री मेले का उदघाटन करने सहरसा के घीना गाँव पहुंचे मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सभा को सम्बोधित करते हुए कई तल्ख़ और हमलावर बयान दिए. जाहिर सी बात है की खुद को मुख्यमंत्री पद से हटाये जाने की पुरजोर कवायद से मांझी बेहद खिन्न दिख रहे थे और सारे खेल को लेकर उन्होने नीतीश को जहाँ भीष्म पितामह की संज्ञा दी वहीँ के.सी त्यागी को यमदूत करार दिया. बड़े हमलावर लहजे में उन्होनें कहा नीतीश जी सामने नहीं आते हैं लेकिन कभी ललन सिंह तो कभी पी.के. शाही और कभी किसी और के माध्यम से बयान दिलवाते हैं. मांझी ने शरद यादव पर भी तीखे हमले किये और कहा की शरद जी द्वारा कल बुलाई गयी बैठक अवैद्य है.उन्होनें कहा कि नीतीश कुमार उनसे बात नहीं करते हैं लेकिन भीष्म पितामह की तरह सारा खेल महाभारत की तरह देख रहे हैं.मांझी यहीं नहीं रुके और उन्होनें कहा की अब जंग का आगाज हो चुका है और वे इस सियासी जंग में उत्तर चुके हैं.अब आरपार की लड़ाई होगी. वे अब पीछे नहीं मुड़ेंगे. 

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*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।