जनवरी 21, 2015

अपराधियों ने दिया एक और घटना को अंजाम, दूकान लूटा महिला को मारी गोली.......

कृष्णमोहन सोनी की रिपोर्ट:- शहर में अपराधी और पुलिस के आँख मिचौली के खेल में लूटी जा रही है जनता बेचारी जी हाँ ऐसा ही हो रहा है.सहरसा शहर  में एक तरफ अपराधियों द्धारा अपराध को लगातार अंजाम दिया जा रहा है तो दूसरी तरफ सहरसा  पुलिस अपराधियों के ठिकानों पर छापेमारी और पकड़-धकड़  और उसकी गिरफ्तारी के लिए मुस्तैद है. शहर में घटित कई विभिन्न घटनाओं की छानबीन भी चल रही है. लेकिन  अपराधी और  पुलिस की इस आँख मिचोली के खेल में अंजाम आखिर कार शहर वासियों को ही भुगतना पर रहा है. अपराधियों का अपराध न तो थम रहा है न ही पुलिस अपराधियों द्धारा किये जा रहे अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगा पा रही है। अब तो अपराधियों का हौसला इतना बुलंद होता जा रहा है अब दिन दहाड़े लूट और गोली मार दी जाती है.
आज गौतम नगर में अपराधियों ने एक घर, दवा की दूकान में जाकर लूटपाट की और गोली मार कर एक महिला को बुरी तरह जख्मी कर दिया. जख्मी महिला का इलाज स्थानीय सदर अस्पताल में किया जा रहा है. सदर थाना क्षेत्र के गंगजला स्थित वार्ड नंबर 16 में भाजपा के पूर्व विधायक संजीव कुमार झा के घर के निकट  मनोज झा के घर दवा की दुकान में दिन दहाड़े करीब 12 बजे दिन में अपराधियों ने लूटपाट की फिर गोली चलाई. जिससे  मनोज झा की पत्नी महालक्ष्मी देवी के हाथ में गोली लगने से वह बुरी तरह जख्मी हो गयी. 
पीड़िता  के पुत्र पवन झा ने बताया की अपराधी तीन की संख्यां में दुकान पर आया और मेरी माँ महालक्ष्मी देवी दुकान में थी कि अचानक अपराधियों ने लूट पाट शुरू कर दी काउंटर से कुछ रूपये भी लिया और गोली भी चलाया. गोली माँ के हाथ में लगी. घटना की जानकारी पुलिस को मिलते ही सदर एस०डी०पी०ओ० प्रेम सागर ने घटना  को गंभीरता से लेते हुए अस्पताल पहुंच मामले की छानबीन में जूट गए हैं और मामला दर्ज कर घटना स्थल पर जाकर तहकीकात, अपराधियों की ठिकानों पर छापेमारी और गिरफ्तार करने को लेकर पुलिस जवानो को लगा दिया  गया है.
भाजपा के पूर्व विधायक संजीव कुमार झा ने कहा की हम स्नान कर के आये ही थे कि मेरे घर के बगल में गोली मारने, लूटपाट की घटना को अंजाम देकर अपराधी भाग जाने की जानकारी मिली है।  
समाज सेवी पिंटू सरकार ने कहा की शहर में अपराध बढ़ता जा रहा है.लोगों में दहशत है असुरक्षित जीवन जीने के लिए लोग मजबूर हो रहे है. यह बड़ी चिंता की बात है पुलिस आखिर क्या कर रही है.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें


THANKS FOR YOURS COMMENTS.

*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।