जनवरी 21, 2015

अस्पताल में तोड़फोड़ डॉक्टर और कर्मचारी गए हड़ताल पर.....


सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट:- रोड एक्सीडेंट में बुरी तरह से जख्मी हुए सुपौल जिले के सोलनी गाँव निवासी इंद्रमोहन खां की बीती रात सदर अस्पताल सहरसा में ईलाज के दौरान हुयी मौत के बाद परिजनों ने ना केवल जमकर बबाल काटे बल्कि अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में जमकर तोड़फोड़ भी की.ईलाज में लापरवाही को मौत की वजह बताते हुए परिजनों ने हंगामा किया और उस दौरान अस्पताल में मौजूद डॉक्टर और सभी स्वास्थ्यकर्मी वहाँ से भाग निकले.मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों के साथ भी मृतक के परिजनों ने खूब बदसलूकी की. रोड एक्सीडेंट सुपौल जिले के मल्हनी चौक पर हुआ था. बताना लाजिमी है की आक्रोशित परिजनों का गुस्सा सातवें आसमान पर था और वे मीडियाकर्मियों को तोड़फोड़ की तस्वीर भी नहीं लेने दे रहे थे.
सदर एसडीपीओ प्रेम सागर के नेतृत्व में अस्पताल पहुंचे पुलिस जवानों ने आक्रोशित भीड़ को नियंत्रित और काबू में करने के लिए थोड़ा बल प्रयोग भी किया.रात में किसी तरह  में कर लिया गया लेकिन इस बल प्रयोग में कुछ अस्पतालकर्मी और ऑउटसोर्सिंग के कुछ कर्मचारियों को हल्की चोटें आयीं. नतीजतन पुलिस कार्रवाई के विरोध में आज सुबह से ही डॉक्टर, अस्पतालकर्मी और ऑउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी.आलम यह है की अस्पताल का सारा काम--काज ठप्प है और दूर--दराज से आ रहे मरीजों के साथ--साथ अस्पताल में भर्ती मरीजों को भी काफी दिक़्क़तों का सामना करना पर रहा है.आगे देखना दिलचस्प होगा की ऐसी स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल प्रशासन कितना गंभीर कदम उठाता है.

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*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।