जनवरी 18, 2015

भीषण शीतलर से जनजीवन अस्त-व्यस्त....

अजय कुमार की रिपोर्ट:- अनुमंडल सिमरी बख्तियारपुर, सलखुआ एवं बनमा ईटहरी प्रखंड क्षेत्र इन दिनों भीषण शीतलहर की चपेट में है. भीषण ठंड से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. जिसका बड़ा असर गरीब-गुरबा, मोटिया-मजदूर, रिक्शा, टमटम, टेम्पो चालक पर ज्यादा है. काम के अभाव में दो जून की रोटी का भी जुगाड़ नहीं होने से भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. हाट बाजार, रेलवे स्टेशन वीरान पड़ गया है. खास कर ठण्ड के कारण मवेशी हाट भी सुना नजर आने लगा है.
अनुमंडल एवं अंचल प्रशासन इस दिशा में बिलकुल संवेदनहीन बना हुआ है. प्रशासनिक स्तर से कहीं भी अलाव की समुचित व्यवस्था नहीं की गई है.गत माह कुछ जगहों पर लकड़ी गिराकर राशि की बन्दर बाँट कर ली गयी थी. गरीबों के बीच कम्बल वितरण की बात तो दूर अलाव तक की व्यवस्था नहीं हो पाने से गरीब -गुरबा, मोटिया -मजदूर एवं फूटपाथ पर रह रहे लोगों को जान बचाना मुस्किल सा हो  गया है.
मजदूरी कर जीविका चलाने वाले रामइकवाल, रमेश मिस्त्री, सोनिया देवी आदि ने कहा की हाकिम लोग तो रूम हीटर में मस्ती काट रहे है हम गरीब-गुरबा टूटी फूटी झोपड़ी, खुले आकाश के तले रहने के लिए मजबूर हैं. 

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*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।