फ़रवरी 20, 2017

डेंगराही पुल निर्माण के लिए दिया धरना...

रीगन कुमार की रिपोर्ट ------
सलखुआ प्रखण्ड के पूर्वी कोसी तटबन्ध के अंदर चानन पंचायत अंतर्गत डेंगराही घाट पर रविवार को  सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्त्ता के बाबू लाल शौर्य के नेतृत्व में पुल सड़क निर्माण संघर्ष मोर्चा के कैलाश पासवान ओर जन संघर्ष अभियान के सुभाष चंद्र जोशी के संयुक्त तत्वाधान में अनिश्चित कालीन आमरण अनशन धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। 
जनसंघर्ष अभियान के सुभाष चंद्र जोशी ने बताया कि आमरण अनशन का नेतृत्व सामाजिक राजनेतिक कार्यकर्त्ता बाबूलाल शौर्य करेंगे एवं धरना प्रदर्शन का नेतृत्व सुभाष चंद्र जोशी संयोजक जनसंघर्ष अभियान खगड़िया तथा कैलाश पासवान अध्यक्ष पुल सड़क निर्माण संघर्ष मोर्चा के ईश्वर चौधरी, दीनानाथ पटेल इत्यादि लोग सामाजिक कार्य करता करेंगे। 
सामाजिक राजनेतिक कार्यकर्त्ता बाबूलाल शौर्य ने बताया कि हमारी मांग है कोसी नदी के डेंगराही घाट पर पुल का निर्माण हो, चिड़ैया एवं बेलाही के बीच पुलिया का निर्माण किया जाय, कमला नदी पर सुगरकोल घाट ग्राम झीमा पंचायत आनंदपुर मॉडन ग्राम झीमा के पास कमला का मूल धार पर पुल निर्माण , खजुरदेवा कोसी कॉलोनी से धाप कबीरा बेलाही चिड़ैया होते हुए ग्राम सरबजीता खगड़िया सीमा तक सड़क निर्माण एवं सरबजीता से सोनमंखी घाट खगड़िया तक सड़क निर्माण, आवादी के हिसाब से स्वास्थ्य व्यवस्था हेतु अस्पताल का निर्माण, आवादी के हिसाब से उच्च विद्यालय एवं महाविद्याल का निर्माण किया जाय। 
यही मांग के लिए चानन पंचायत के डेंगराही में आमरण अनसन किया जा रहा है।मौके पर जीप सदस्य ओम प्रकाश नारायण ,जन संघर्ष अभियान सहरसा के संयोजक सुनील यादव,जनसंघर्ष अभियान खगड़िया के  संयोजक सुभाष चंद्र जोशी,प्रदेश अध्यक्ष महादलित विकाश मंच के रंजेश सदा,फरकिया पुल निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष कैलाश पासवान,पूर्व मुखिया जुगेश्वर यादव,मंच संचालक जवाहर सिंह, उदेश महतों, नेपाली बाबा,रामभरोश महतों, शम्भू साह, जीवेश पासवान,नागेश्वर चौधरी,मोहन सिंह, जगदीश सिंह, विद्यानंद सिंह, दीनानाथ पटेल,शत्रुघ्न महतों, पांडव यादव,सुनैना देवी,सीता देवी इत्यादि हजारों की संख्या में फरकिया वाशी मौजद थे।

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।