जनवरी 22, 2017

मानव श्रृंखला में सहरसा ने किया मिसाल कायम...



गाँव से लेकर शहरों तक जुड़ा हाथ
नशा मुक्त बिहार के नारों से गूंजा शहर...
नशा मुक्त बिहार बनाने के लिए लोगों ने जोड़ा हाथों से हाथों...   
कृष्ण मोहन सोनी और मो० अजहर उद्दीन की रिपोर्ट-------विश्व की सबसे बड़ी मानव श्रृंखला बिहार में पूर्ण शराबबंदी के समर्थन में आयोजित राज्य व्यापी अभियान सहरसा जिले में ऐतिहासिक मिसाल कायम किया है ।
बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार के द्वारा किये गये नशा मुक्त बिहार का सपना साकार होने में आज मानव श्रृंखला में जहाँ बिहार वासियों का पुरजोड़ समर्थन अभियान को ऐतिहासिक बनाने में रहा है वही कोशी क्षेत्र के सहरसा जिला ने मिसाल कायम कर मानव श्रृंखला में अपनी अलग पहचान बनायी। 
 अभियान को सफल बनाने के लिए जिले में पूर्व से चली आ रही तैयारियों में सहरसा जिला के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों से लेकर सरकार के आला अधिकारियों ने मशक्कत की थी। बिहार की एक जुटता के साथ--साथ शराब से हो रहे घर--परिवारों की बर्वादी को रोकने लिए राज्य सरकार द्वारा उठाये गए कदम पूर्ण शराबबंदी के समर्थन में आयोजित मानव श्रृंखला को लेकर सहरसा जिले में 88 किलो मीटर मैन रूट और 102 किलो मीटर सब रूट का चैन किया गया था जिसमें मुख्य मार्ग N.H-107,327 और 106 को चिन्हित किया गया था।

मानव श्रृंखला में सहरसा जिले में गाँव से लेकर शहरों तक लोगों को जागरूक करने अभियान में भागेदारी को कहा गया था जिसमें ग्रामीण क्षेत्रो में महिला व पुरुषों व स्कूली बच्चों ने भाग लिया वही शहर में जिला अधिकारी सहित सरकारी के विभिन्न विभागीय अधिकारियों ने भी भाग लिया मानव श्रृंखला में गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों के अलावा व्यापारियों,बुद्धिजीवियों ने भी हिस्सा लिया । अभियान में सरकार के शीर्ष से लेकर बॉटम तक के अधिकारियों ने अपने अपने क्षेत्रो में कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे थे जिसमे सहरसा जिले में पांच लाख लोंगों का मानव श्रृंखला में भाग लेने का लक्ष्य था । 
सहरसा जिले में इस मानव श्रृंखला में भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया।स्थानीय सहरसा स्टेडियम में शराब बन्दी के समर्थन में बिहंगम दृश्य देखने को मिला । स्टेडिम में आयोजित मानव श्रृंखला के मौके  पर  स्टेडियम में बनाये गए बिहार के मानचित्र के बीच स्कूली छात्र छात्राओं और महिलाओं के श्रृंखला से नशा मुक्त बिहार सहरसा का डिजाईन आकर्षण का केंद्र रहा इस मौके पर पंचकोशी के कलाकारों एवं कलाजत्था के कलाकारों ने नशा मुक्त पर लोक गीत प्रस्तुती की ।स्टेडियम में नशा मुक्त पर विभिन्न तरह कि झांकि भी निकाले गये वही मानव श्रृंखला को कैमरे में कैद करने के लिए ड्रोन कैमरे ने तस्वीर खींची। 

हालांकि मानव श्रृंखला में आये सड़कों पर खड़े महिला पुरुष व स्कूली बच्चों के लिए पेयजल के लिए समुचित व्यवस्था नही रहने से लोग खासे परेशान रहे छोटे छोटे बच्चों ने सड़क पर खड़े लोगों को पानी पिलाकर प्यास बुझाया वही कहरा कुटी के पास मानव श्रृंखला में खड़े प्रोफेसर मुख्तार आलम बेहोश होकर  जमीन पर गिर पड़े इस घटना को लेकर लोगों ने वरीय अधिकारी को फोन से सुचना भी दिया वावजूद किसी भी मेडिकल टीम नही पहुंच सकी एन सी सी के युवकों को जानकारी मिलते ही उसे उठा कर चिकित्सा हेतु ले जाया गया। मेडिकल टीम ,व समुचित पेयजल की व्यवस्था की कमी से लोगों में नाराजगी भी देखी गयी।      

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।