जनवरी 21, 2017

मासूम की मौत पर रचा इतिहास......

चन्दन सिंह ------- आज बिहारी फिर एक और इतिहास रचने में सफल रहा. पुरे बिहार में मानव श्रृंखला को लेकर लोग उत्साहित दिखे. पुरे देश में आज इस ह्यूमेन चेन की चर्चा हो रही है लेकिन इस उत्साह के पीछे जो गम है वो इस तरह से इतिहास रचने वालों को कलंकित जरुर करता है. 
जिस तरह से इस इतिहास की संरचन की गई वो विल्कुल अमानवीय है. जिस तरह से लोगो को दिग्भ्रमित किया गया हो विल्कुल अमानवीयता को पार कर गया. कई महिलाये तो इस इंतजार में सड़कों पर खड़ी दिखी की नीतीश बाबु उनका फोटो लेंगे, लेकिन किसी मासूम की बलि पर इतिहास रचना यह कतई मानवीय नहीं हो सकता.
आज इस श्रृंखला में भाग लेने के लिए जा रही सिवान की एक स्कूली छात्रा की मौत सड़क हादसे में हो गई. यह सिवान जिले के जन्दाहा की घटना है. जानकारी के मुताबिक तेज रफ्तार से आ रहे ट्रक ने बच्ची को रोंद दिया जिससे उसकी मौत घटना स्थल पर हो गई. बच्ची को टक्कर मारने के बाद ट्रक चालक फरार हो गया. 
दूसरी घटना पटना के दुल्हिन प्रखंड की है जहाँ टेम्पू पलटने से तीन बच्चों का हाथ टूट गया. सभी बच्चे स्कूल से मानव श्रृंखला में भाग लेने जा रहे थे.
मै इस मानव श्रृंखला की कतई विरोध नहीं करता हूँ बल्कि जिस तरह से इस इतिहास की रचना की गई है उसका में विरोध जरुर करता हूँ. आप स्वयं इस बात की समीक्षा करिये।

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*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।