अक्तूबर 14, 2016

स्कूल में गुंडाराज


स्कूल में गुंडाराज
सेंट्रल स्कूल हो या निजी स्कूल कारनामों की है लम्बी फेहरिस्त
अभिभावकों की कमजोरी और लचर स्कूल प्रबंधन की वजह से स्कूल में मच रहा ग़दर

मुजफ्फरपुर से मुकेश कुमार सिंह की दो टूक---->>
आज हम बेहद गंभीर मसले को लेकर हाजिर हो रहे हैं ।हांलांकि घटना एक महीना पुरानी है लेकिन इस घटना का वीडियो 8 अक्टूबर को वायरल हुआ है ।घटना की मुकम्मिल तहकीकात के लिए हम खुद मुजफ्फरपुर पहुंचे और तमाम हकीकत से रूबरू हुए हैं ।

अब हम कहानी की शुरुआत करते हैं ।ऊपर की तस्वीर बिहार के मुजफ्फरपुर सेन्ट्रल स्कूल की है ।वर्ग कक्ष में किसी बात को लेकर एक छात्र की पिटाई हो रही है वह भी दो छात्रों के द्वारा जो की रिश्ते में सगे भाई हैं और ग्यारहवीं कक्षा के छात्र हैं ।बिल्कुल फ़िल्मी स्टाईल में सभी कुछ हो रहा है ।इस वीडियो के सामने आने पर अब खलबली मची है ।हम इस घटना की पुरजोर निंदा करते हैं । आखिर कहाँ है स्कूल प्रबंधन ?पुलिस और प्रशासन को तत्काल मुजफ्फरपुर के तथाकथित जितने नामी निजी स्कूल हैं उसके अंदर और बाहर भी नजर रखनी चाहिए ।हांलांकि इस वीडियो के वायरल होने और हमारे सहित अन्य मीडिया के हस्तक्षेप से मुजफ्फरपुर सेंट्रल स्कूल मामले में एसएसपी विवेक कुमार ने संज्ञान लिया है और आरोपी दोनों भाई विशाल कुमार और विक्की कुमार के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश दिया है ।हमारी बातचीत जिले के डीएम धर्मेन्द्र सिंह से हुयी ।उन्होनें इस घटना को बेहद दुःखद बताया और ऐसी घटना की कभी पुनरावृति ना हो,इसकी वे अपने स्तर से पुरजोर कोशिश करेंगे ।मुजफ्फरपुर सेन्ट्रल स्कूल की घटना तो महज एक बानगी है ।बिहार और झारखंड के लगभग सभी नामी गिरामी स्कूल में गुंडाराज कायम है ।बच्चे भविष्य संवारने की जगह लठैत बनने की ट्रेनिंग लेने स्कूल आते हैं ।इस घटना के बाबत हमने सेंट्रल स्कूल के प्रिंसिपल राजीव कुमार से मिलना चाहा लेकिन उनकी व्यस्तता प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी से भी ज्यादा थी और उन्होनें हमसे मिलना गंवारा नहीं किया ।अपने मोबाइल का स्विच भी अक्सर वे बंद ही रखते हैं ।मुजफ्फरपुर के इस सेन्ट्रल स्कूल में एक माह पूर्व विशाल और विक्की नाम के दो सगे भाईयों का उत्तम कुमार नाम के लड़के से किसी बात पर कहा--सुनी हुयी थी ।बस इसी बात पर वर्ग कक्ष में ही विशाल और बिक्की ने उत्तम की धुनाई फ़िल्मी स्टाईल में की ।हद की इंतहा है की वर्ग कक्ष में गुंडागर्दी चलती रही लेकिन स्कूल प्रबंधन कहीं नजर नहीं आया । जाहिर सी बात है की स्कूल प्रबंधन बेहद कमजोर है ।हम डीएम और एसपी से गुजारिश करेंगे की प्रिंसिपल राजीव कुमार पर भी कारवाई की जानी चाहिए ।इस घटना के परिपेक्ष्य में आवश्यक है की कुछ अन्य घटनाओं की भी चर्चा करें ।हम अपने पाठकों को बताना चाहते हैं की वर्ष 2013 में झारखण्ड के बरियातू स्थित हाई क्यू इंटरनेशनल स्कूल में विदिशा रॉय नाम की बच्ची की हत्या हुयी थी ।मृतका बच्ची के पिता विकास रॉय ने स्कूल के निदेशक पर बच्ची के साथ लगातार यौन शोषण के बाद ह्त्या का आरोप लगाया था ।यही नहीं झारखंड के रांची के सफायर इंटरनेशनल स्कूल में इसी वर्ष 7 फ़रवरी को विनय महतो नाम के छात्र की छत्रावास में हत्या हुयी थी ।आखिर ये सब क्या है ?शासन और प्रशासन दोनों को सेंट्रल स्कूल सहित तमाम निजी स्कूलों के प्रबंधन पर ना केवल नकेल कसना होगा बल्कि प्रबंधन का शख्त गाईड लाईन तैयार करना होगा ।एक तो निजी स्कूल प्रबंधन मोटी फ़ीस वसूल कर बच्चों के परिजनों को फ़क़ीर बना रहे हैं,वहीं दूसरी तरफ गुण्डागर्दी का अलग से पाठ पढ़ाया जा रहा है । सरकार के साथ--साथ स्थानीय पुलिस--प्रशासन को अब इन स्कूल संचालकों से मित्रता निभाने की जगह बड़ी कार्रवाई का फर्ज निभाना चाहिए । आखिर में हम यही कहेंगे की मुजफ्फरपुर सेंट्रल स्कूल के इस वीडियो से सभी स्कूल प्रबंधन को सीख लेनी चाहिए ।


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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।