अगस्त 24, 2016

कुदरत ने फिर डराया,कांपी धरती


आखिर बार क्यों हिल रही है धरती 
बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड और उत्तराखंड समेत भूकंप से हिले 9 राज्‍य, घरों से बाहर निकले लोग, केंद्र था म्यांमार 
सहरसा टाईम्स मुकेश कुमार सिंह:----
बिहार, झारखंड,पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड के अलावे देश के विभिन्‍न हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं ।भूकंप का केंद्र पड़ोसी देश म्यांमार में बताया गया है ।भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.8 मापी गई है ।भूकंप शाम करीब 4:05 बजे आया ।भूकंप का केंद्र जमीन 91 किलोमीटर नीचे बताया जा रहा है ।रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.8 थी ।भूकंप का केंद्र म्यांमार में था। भूकंप का केंद्र जमीन से 84 km नीचे था। कोलकाता और पश्चिम बंगाल के अन्य शहरों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए । बिहार के सहरसा, खगड़िया,मधेपुरा,समस्तीपुर, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, नालंदा,नवादा, भागलपुर, बांका, जमुई, गोपालगंज,बेतिया, दरभंगा,कटिहार और शेखपुरा में भी झटके महसूस किए गए हैं ।भूकम्प के झटके से डरे--सहमे लोग आनन---फानन में घरों से निकलकर बाहर आ गए ।
हांलांकि भूकम्प के इन झटकों से पेनिक होने की जरुरत नहीं है ।भूकम्प के समय लोगों को कुछ सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए ।जिस समय भूकम्प के झटके आएं,वे किसी मेज या पलंग के नीचे आ जाएँ ।तेजी से सीढ़ी से ना भागें ।खुले मैदान में जल्दी से पहुँचने की कोशिश करें ।घर से छलांग ना लगाएं ।ऊँची ईमारत,या घने पेड़ के समीप ना खड़े हों ।यह जरूर है की हालिया कुछ महीनों के भूकम्प के झटके ने लोगों की नीवं को हिलाकर रख दिया है ।बार--बार कुदरत इंसानों को हैसियत,औकात और जद में रहने की हिदायत दे रहा है लेकिन ये इंसान है की तमाम डर के बाद भी अपनी आदतों में सुधार नहीं कर रहा ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें


THANKS FOR YOURS COMMENTS.

*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।