जुलाई 23, 2016

गुड़िया की हत्या ने समाज के क्रूर चेहरे को किया वेपर्दा

झूठी शान में हुयी गुड़िया की ह्त्या...
प्रेम में गुड़िया ने गंवाई जान.....
ऑनर किलिंग से दहला इलाका .....
60 हजार में सुपारी देकर बाप ने करायी बेटी की हत्या....... 
मुकेश कुमार सिंह की दो टूक----
मधेपुरा--बीते 3 जुलाई को चौसा प्रखंड के खलीफा टोला से बेहोशी की हालत में लाई गई गुड़िया कुमारी के साथ हुए हादसा का खुलासा आखिरकार हो ही गया ।लड़की को प्यार करना,वह भी किसी दूसरी जाति के लड़के से ना केवल मंहगा पड़ा बल्कि इसकी कीमत उसे अपनी जान गंवाकर चुकानी पडी ।पिछले तीन जुलाई को एक पिता ने अपने मान और सम्मान को लेकर बेटी की जान की कीमत 60 हजार रूपये लगाई और उसकी हत्या कराने की सुपारी दे डाली ।
हमारे पाठकों,आप को याद होगा जब हमने चौसा के एक पोखर में घायल मिली लड़की की कहानी को प्रमुखता से उठाया था ।
यही नहीं,उसी समय हमने ये बात भी उठाई थी की लड़की की मौत सहज नहीं बल्कि ऑनर किलिंग से जुड़ा यह हत्या का मामला हो सकता है ।मधेपुरा जिला के सीमावर्ती चौसा थाना क्षेत्र के अरजपुर पश्चिमी पंचायत के खलीफा टोला के पोखर में 03 जुलाई की सुबह एक अज्ञात लड़की बेहोशी की हालत में मिली थी जिसे गला दबा कर मारने का प्रयास किया गया था ।बाद में पता चला था की उसे जहर भी खिलाया गया था ।5 दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद आखिरकार उसकी मौत डीएमसीएच में हो गई थी ।
 शुरूआती समय में,गुड़िया की मौत सभी के लिए एक रहस्य बना हुआ था । लेकिन 20 दिन बाद पुलिस ने इस रहस्य पर से पर्दा उठा दिया है  ।और अब जो सच्चाई सामने आई है,वह ना केवल चौंकानेवाली बल्कि रोंगटे खड़े करने वाली है । गुड़िया के बारे में बताया गया की वो फ़रवरी 2016 को घर से अपने कथित प्रेमी गजेन्द्र के साथ भाग गई थी ।महीनों बाद 04 जून को वो वापस अपने घर आई लेकिन 21 जून को वो फिर अपने घर से गायब हो गई ।लेकिन इस बार वह सही सलामत वापिस नहीं आई बल्कि 03 जुलाई को बेहोशी की हालत में चौसा थाना क्षेत्र के खलीफा टोला के पास सड़क किनारे पोखर में फेकी मिली ।
गुड़िया जिंदगी और मौत के बीच झूल रही थी ।गुड़िया को बचाने की भरपूर कोशिश हुयी लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका ।गुड़िया की मौत की गुत्थी अनसुलझी थी ।लेकिन पुलिस हर तरह की जांच में जुटी हुयी थी ।आखिरकार पुलिस ने सच को बेनकाब कर ही दिया ।अब पुलिस को दिए बयान में गुड़िया के पिता ने बताया की गुड़िया के बार-बार घर से भागने से समाज में उनकी प्रतिष्ठा पर असर हो रहा था इसलिए उन्होनें अपने रिश्ते के एक साले को 60 हजार में गुड़िया को मारने की सुपारी दे दी ।
गुड़िया बचपन से शंकरपुर थाना क्षेत्र में अपने-नाना--नानी के साथ रहती थी ।बताया जाता है की उसी गाँव के दूसरी जाति के उसके एक सहपाठी से उसके मधुर संबंध थे और धीरे--धीरे वह उसके प्रेमपाश में समाती चली गयी ।मिले साक्ष्य के मुताबिक़ गुड़िया ने अपने आधार कार्ड बनवाने के लिए अपने प्रेमी के मोबाईल नंबर का इस्तेमाल किया था ।बाद में कथित प्रेमी के साथ गुड़िया का यह प्रेम प्रसंग परिवार वालों को नागवार गुजरा । जब गुड़िया गंभीर हालत में अस्पताल लाई गई थी तो उसने पुलिस को अपनी कुछ पहचान भी बतायी थी लेकिन गला दबने के कारण गुड़िया कुछ बोल नहीं पा रही थी इसलिए कुछ स्पष्ट नहीं हो रहा था ।
जाहिर तौर पर पुलिस को भी अनुसंधान में परेशानी हो रही थी ।फिर भी,पुलिस वालों ने दो दिन बाद उसके परिवार का पता लगा ही लिया और उससे संपर्क किया ।लेकिन परिवार वाले गुड़िया से मिलने से कतरा रहे थे ।पुलिस के दबाव में वे गुड़िया से मिलने तो पहुंचे लेकिन गुड़िया की हालत बिगड़ती गई और आखिरकार 5 दिन बाद डीएमसीएच में उसकी मौत हो गई । गुड़िया की मौत के बाद पुलिस ने गुड़िया के पिता के बयान पर उसके कथित प्रेमी और अन्य 03 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था ।लेकिन अब सारा धुंध छंट चुका है और पुलिसिया अनुसंधान में यह मामला ऑनर किलिंग का निकला है ।पुलिस ने मृतक गुड़िया के पिता और रिश्ते में लगने वाले सुपारी किलर मामा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है ।
उक्त मामले की जानकारी देते हुए ए.एस.पी.राजेश कुमार ने बताया की मुख्य आरोपी अभी भी फरार चल रहा है जिसने इस घटना को अंजाम दिया है ।जल्द ही उसे भी पकड़ कर जेल भेजा जाएगा ।इस दौरान सदर थानाध्यक्ष मनीष कुमार और चौसा थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह भी मौजूद थे ।हमारे समाज में लड़के और लड़की के प्यार और मुहब्बत से लोग नफरत करते हैं,यह घटना उसकी बानगी है ।यही नहीं,गुड़िया की मौत हमारे समाज की उस सोच को भी बयाँ करती है,जहाँ जाति और परम्परा के बंधन में जकड़े लोग ना तो प्रेम को पचा पाते हैं और ना ही अंतरजातीय प्रेम संबंध को स्वीकार करना ही चाहते हैं ।जाहिर तौर पर,आज के इस दौर में,प्यार करना गुड़िया के लिए इतना मंहगा साबित हुआ की उसकी ईहलीला ही खत्म कर डाली गयी ।
गुड़िया अब इस दुनिया में नहीं है ।लेकिन समाज से वह कई सवाल कर रही है ।क्या उसे अपने तरीके से जीने का हक नहीं था ?उसकी ख़ुशी से ज्यादा उसके घर वालों को आखिर किस सम्मान की भूख थी ?आखिर जाति और धर्म की दीवार कब धराशायी होगी ?जिसने पैदा किया आखिर उसने ही दरिंदगी से उसे क्यों मार डाला ?
समाज में झूठी शान की बलि चढ़ गयी गुड़िया ।हद तो यह है की ऑनर किलिंग की घटना अब सभ्य और विकसित समाज में भी ना के बराबर ही देखने को मिलती है लेकिन बिल्कुल रिमोट इलाके में जहां विकास भी ठीक से नहीं पहुंचा है,वहाँ इस तरह की घटना,निश्चित रूप से सकते में डाल रहा है ।प्यार करने वाले हो जाओ होशियार और खबरदार....मौत तुम्हारा पीछा कर रही है ।

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