जून 24, 2016

एक बेटी ने फिर आसमानी वजूद का परचम लहराया

मुकेश कुमार सिंह की रिपोर्ट----आधी आबादी की हद की ऊंचाई पर काबिज हो सकती है, इसका सहज अनुमान लगाना आसान नहीं है । देश की एक बेटी ने फिर आसमानी वजूद का परचम लहराया है । बिहार के दरभंगा की रहने वाली भावना कंठ की कामयाबी का जश्न अभी खत्म भी नहीं हुआ था की बोकारो की अरुंधति भट्टाचार्य ने एक नया इतिहास ही बना डाला ।
अरुंधति भट्टाचार्य भारतीय रिजर्व बैंक (R.B.I.) की प्रथम महिला गवर्नर होंगी । वह वर्त्तमान में रघुराम राजन का पद सम्भालेंगी ।वर्त्तमान में वे भारतीय स्टेट बैंक में चेयरमैन के पद पर विराजमान हैं ।।   अरुंधति,बोकारो (झारखंड)की रहने वाली हैं ।उनके पिता श्री पी. के. मुखर्जी बोकारो स्टील में अधिकारी हैं ।उनकी प्रारंभिक शिक्षा -दीक्षा संत जेवियर स्कूल,बोकारो में बारहवीं तक हुई है ।नींव बेहतरीन रहने के कारण इससे आगे वे यहाँ तक आ गई ।झारखंड कभी बिहार का हिस्सा हुआ करता था,इसलिए बिहार और झारखंड दोनों के लिए यह कामयाबी निसंदेह गौरव का विषय है । झारखंड और बिहार वासी उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना दिल से कर रहे हैं ।

1 टिप्पणी:

  1. Bhattacharya was born in a [[Bengali Hindu]] [[Kulin Brahmin]] family in the city of [[Kolkata]]. She spent her childhood in Bhilai. Her father, Prodyut Kumar Mukherjee worked at [[Bhilai Steel Plant]]. Her mother, Kalyani Mukherjee was a homeopathy consultant in Bokaro. She completed her schooling from St. Xavier's School, Bokaro

    Please Do Not Write just anything.
    Refer Wikipedia for complete info

    जवाब देंहटाएं


THANKS FOR YOURS COMMENTS.

*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।