फ़रवरी 16, 2016

आक्रोश में धरती के भगवान ....


मुकेश कुमार सिंह की कलम से----अपराधियों के द्वारा लगातार रंगदारी मांगे जाने सहित उनके अपहरण और ह्त्या की साजिश किये जाने के विरोध में आज सहरसा के डॉक्टर्स काफी आक्रोश में दिखे । आक्रोशित डॉक्टरों ने जिला मुख्यालय के शंकर चौक से लेकर प्रमंडलीय आयुक्त,डीआईजी,एसपी के साथ--साथ डीएम कार्यालय तक विरोध मार्च निकाला। इस विरोध मार्च के दौरान इन डॉक्टरों  ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की । डॉक्टर ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है की उन्हें बेहतर सुरक्षा दी जाए नहीं तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे । भय के माहौल में वे काम नहीं कर सकते हैं । हद की इंतहा तो इस विरोध मार्च में यह रही की इन डॉक्टरों ने खुद से अपनी सुरक्षा का जिम्मा उठाने की बात करते हुए पुलिस और प्रशासन के अधिकारी से आर्म्स लाइसेंस की मांग की है ।

देखिये धरती के भगवान् कहे जाने वाले इन डॉक्टरों के सड़कों पर फूटे आक्रोश को ।आज इनके हाथों में चिकित्सीय सामग्री की जगह बैनर और तख्तियां हैं ।जाहिर तौर पर इनको अपनी और अपने परिवार के लोगों की जान की पड़ी है ।विगत कुछ दिनों से लगातार इन डॉक्टरों से ना केवल रंगदारी की मांग की जा रही है बल्कि उनके अपहरण की साजिश के साथ---साथ उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है ।अपराधियों ने बीते कुछ दिनों के भीतर सहरसा के ख्यातिलब्ध डॉक्टर आई डी सिंह से एक करोड़,डॉक्टर ब्रजेश  कुमार सिंह से बीस लाख,डॉक्टर ललन कुमार से दस लाख,कोसी पैथोलॉजी से दस लाख,डॉक्टर सिद्दार्थ से पांच लाख रूपये रंगदारी की मांग की है । यही नहीं डॉक्टर गणेश यादव के अपहरण की कोशिश भी की गयी है ।इसके अलावे ग्रामीण क्षेत्र के कुछ डॉक्टरों से भी रंगदारी की मांग की गयी है ।
जाहिर सी बात है की डॉक्टर समुदाय डरा--सहमा हुआ है ।पुलिस की अबतक की हुयी कार्रवाई  इनके खौफ को कम करने में कहीं से भी कामयाब नहीं हो पा रहा है ।नतीजतन आज डॉक्टर विरोध मॉर्च निकाल कर अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं ।
सहरसा के एसपी विनोद कुमार
प्रमंडलीय आयुक्त टी विन्देश्वरी और डीआईजी नागेन्द्र प्रसाद सिंह  फिलवक्त अवकाश पर हैं । ऐसे में इन डॉक्टरों ने एसपी और डीएम से मुलाक़ात कर उन्हें अपनी पीड़ा से अवगत कराया । डॉक्टर का साफ़ कहना था की उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किये जा रहे हैं ।ऐसे में पुलिस और जिला प्रशासन उन्हें हथियार का लाइसेंस मुहैया कराये जिससे वे भयमुक्त होकर मरीज का इलाज कर सकें। सहरसा के एसपी विनोद कुमार का कहना है की डॉक्टरों से रंगदारी मांगे जाने,उन्हें जान से मारने की धमकी दिए जाने और उनके अपहरण की साजिश को लेकर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है ।
डीएम विनोद सिंह गुंजियाल
वैसे सुरक्षा के लिए डॉक्टर्स हथियार का लाइसेंस चाह रहे हैं, इसके लिए उन्होनें डीएम से बात की है । डीएम विनोद सिंह गुंजियाल डॉक्टरों की पुलिस को लेकर शिकायत के बारे बताते हुए कहते हैं की इन्हें आर्म्स का लाइसेंस चाहिए।पुलिसिया कार्रवाई को लेकर उन्होने पुलिस कप्तान से बात की है। रही बात आर्म्स लाइसेंस की तो वे इस मामले में आगे विधि सम्मत कार्रवाई करेंगे।
मसला बेहद गंभीर और डॉक्टर्स की जान और कमाई पर मंडराते गुंडों की काली नजर को लेकर है ।आज जिस तरह से डॉक्टर्स सड़कों पर उतरकर अपने आक्रोश का इजहार कर रहे हैं,वह सरकार के लिए कहीं से भी शुभ संकेत नहीं है ।वैसे सबसे खास बात यह है की डॉक्टर्स अपनी सुरक्षा के लिए हथियार के लाइसेंस की मांग कर रहे हैं ।पुरे मामले में बड़ा सवाल यह है की क्या आगे हथियार की नोंक या फिर हथियार के खौफ के साये में मरीजों का इलाज होगा ?

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