फ़रवरी 18, 2016

घूसखोर सीओ गिरफ्तार .....

मुकेश कुमार सिंह :- आज पटना से आई निगरानी टीम ने सहरसा जिले के कहरा सीओ अनिल कुमार सिंह को बीस हजार रूपये घुस लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया ।गिरफ्त में आये सीओ ने सदर थाना में तैनात एक चौकीदार से उसके बकाये एरियर के भुगतान के बदले चालीस हजार रूपये बतौर नजराने की मांग की थी ।निगरानी की टीम गिरफ्तार सीईओ को लेकर पटना रवाना हो चुकी है ।इधर गिरफ्तार सीओ ने खुद को बेकसूर और साजिश के तहत फंसाये जाने की बात कही है ।गिरफ्तारी के बाद निगरानी टीम ने सीओ के घर की भी सघन तलाशी ली लेकिन इसमें निगरानी को कोई भी दस्तावेज हाथ नहीं लग सके ।
देखिये घूसखोर सीओ को । जनाब मोहन कुमार यादव नाम के चौकीदार से उसके बकाये एरियर दो लाख रूपये की निकासी के लिए बतौर नजराना चालीस हजार रूपये मांग रहे थे ।मोहन यादव ने पहले तो खूब मिन्नतें की लेकिन जब बात नहीं बनी तो उसने इसकी शिकायत निगरानी से कर दी ।निगरानी ने दो दिन पूर्व सहरसा आकर मामले का सत्या  
पन किया फिर धावादल बनाकर आज पहले तो सदर थाना के नया बाजार स्थित इनके घर की घेराबंदी की फिर बीस हजार रूपये लेते हुए रंगे हाथों उन्हें दबोच लिया ।
बताते चलें की शेष बीस हजार रूपये के भुगतान की बात बाद में देने की हुयी थी ।मुन्ना प्रसाद,डीएसपी, निगरानी ने गिरफ्तारी के बाबत तफसील से जानकारी दी। 
इधर गिरफ्त में आये सीओ अनिल कुमार सिंह खुद को बेकसूर और साजिश में फंसाये जाने का राग अलाप रहे हैं ।कह रहे हैं की उन्होनें ललन सिंह नाम के कर्मचारी पर एफआईआर दर्ज करवाया है ।सम्भव है की इसी कारण से उन्हें फंसाया गया है ।उन्होंने मोहन चौकीदार से रूपये की मांग नहीं की थी ।वैसे सभी कुछ जांच के बाद साफ़ हो जाएगा ।
इस मामले ने इतना तो साफ़ कर दिया है की बिहार में घुसखोरी का खेल बदस्तूर जारी है ।वैसे बताते चलें की निगरानी के हत्थे अक्सर छोटी मछलियाँ ही चढ़ती हैं । अमूमन बड़ी मछलियाँ बिना किसी के भय के ही घुसखोरी का परचम लहरा रही हैं।जाहिर तौर पर जो पकड़ा गया वह चोर,वर्ना सन्यासी ।

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।