


पन किया फिर धावादल बनाकर आज पहले तो सदर थाना के नया बाजार स्थित इनके घर की घेराबंदी की फिर बीस हजार रूपये लेते हुए रंगे हाथों उन्हें दबोच लिया ।

इधर गिरफ्त में आये सीओ अनिल कुमार सिंह खुद को बेकसूर और साजिश में फंसाये जाने का राग अलाप रहे हैं ।कह रहे हैं की उन्होनें ललन सिंह नाम के कर्मचारी पर एफआईआर दर्ज करवाया है ।सम्भव है की इसी कारण से उन्हें फंसाया गया है ।उन्होंने मोहन चौकीदार से रूपये की मांग नहीं की थी ।वैसे सभी कुछ जांच के बाद साफ़ हो जाएगा ।
इस मामले ने इतना तो साफ़ कर दिया है की बिहार में घुसखोरी का खेल बदस्तूर जारी है ।वैसे बताते चलें की निगरानी के हत्थे अक्सर छोटी मछलियाँ ही चढ़ती हैं । अमूमन बड़ी मछलियाँ बिना किसी के भय के ही घुसखोरी का परचम लहरा रही हैं।जाहिर तौर पर जो पकड़ा गया वह चोर,वर्ना सन्यासी ।
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