अगस्त 26, 2015

पेट्रोल पम्प से काले कारोबार का खुलासा ..........

** ESSAR बाबा विश्वकर्मा सर्विस स्टेशन पेट्रोल पम्प पर हो रहा था मिलावट .........
** पेट्रोल और डीजल में किरासन तेल मिलाकर बेचा जा रहा था .............
** लोगों की गाड़ियों को बर्बाद कर के मालामाल होने का गोरखधंधा फल--फुल रहा है.............
** पुलिस ने पम्प के दो स्टाफ और लोरी के ड्राईवर को हिरासत में लिया...........
सहरसा टाईम्स की रिपोर्ट :-  पेट्रोल और डीजल में किरासन तेल मिलाकर बेचने का सहरसा पुलिस ने ना केवल खुलासा किया है बल्कि तीन लोगों को हिरासत में लेने के साथ--साथ एक ट्रैंक लोरी को भी जब्त किया है. 
सदर थाना का पटुआहा स्थित ESSAR बाबा विश्वकर्मा सर्विस स्टेशन पेट्रोल पम्प.पर गुप्त सूचना पर सहरसा पुलिस ने आज दिन के दस बजे छापा मारा. छापेमारी में एक ऐसा काला सच सामने आया,जिसे देख--सुनकर,आपके पाँव के नीचे की जमीन खिसक जायेगी. इस पम्प के डीजल और पेट्रोल में "केरोसिन ट्रैंक लोरी" से केरोसिन निकालकर मिलाया जा रहा था. करीब तीन हजार लीटर केरोसिन मिला दिया गया था और साढ़े नौ हजार लीटर केरोसिन ट्रैंक लोरी में बचा था जिसे डाला जा रहा था. ठीक इसी समय सहरसा पुलिस ने रंगे हाथ काले कारोबारियों को काला कारोबार करते हुए धड़ दबोचा. 
पेट्रोल पम्प को एस.डी.ओ. जहांगीर आलम और एस.डी.पी.ओ. सुबोध विश्वास ने सील कर दिया है..सदर थाना में जब्त कर लायी गयी JH 17 E 2126 नंबर की ट्रैंक लोरी में अभी भी साढ़े नौ हजार लीटर केरोसिन बचा हुआ है. 

पुलिस ने पम्प के दो स्टाफ और लोरी के ड्राईवर को हिरासत में लिया है जबकि इस पुरे कारोबार का असली खिलाड़ी, यानि पम्प का मालिक तरुण यादव फरार है.

 गिरफ्त में आया लोरी ड्राईवर शाहजहाँ बता रहा है की वह मिलावट कर रहा था. बतातें चलें की इक्कीस अगस्त को यह लोरी बरौनी से मनीगाछी दरभंगा के लिए चली थी लेकिन यह पहुँच गयी सहरसा. आप बस अंदाजा लगाईये की इस इलाके के लोगों की गाड़ियों को बर्बाद कर के मालामाल होने का गोरखधंधा कैसे फल--फुल रहा है. महज इस कार्रवाई से पुरे इलाके को दुरुस्त समझ लेना बड़ी भूल साबित होगी.
पुलिस और प्रशासन के लिए यह एक बड़ी कामयाबी है लेकिन इस खुलासे ने आम लोगों की चिंताएं और बढ़ा दी है.जाहिर सी बात है की पेट्रोल और डीजल लेने वाले ग्राहकों के मन में असली और नकली को लेकर खलबली सी मच गयी है.सही मायने में उपभोक्ता बाजार में किसी का नियंत्रण नहीं है,जिसका खामियाजा विभिन्य क्षेत्रों में फकत आम लोग भुगत रहे हैं.

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।