अगस्त 21, 2015

राजन आनंद बने "मांझी युवा ब्रिगेड" के महासचिव ..........

* राजनीति की नयी पारी का आगाज......... 
* पूर्व सांसद आनंद मोहन के भतीजे हैं राजन............ 
* राजन भी संभालेंगे आनंद मोहन की राजनीतिक विरासत......... 
* मिली जिम्मेवारी को सिद्दत से निभाने का राजन ने किया वायदा.......... 
मुकेश सिंह के साथ चन्दन सिंह की रिपोर्ट:- पूर्व सांसद आनंद मोहन की राजनीतिक विरासत को संभालने और उसे जद से हवा देने अब राजनीति के मैदान में उतरे उनके भतीजे राजन आनंद ने सहरसा टाईम्स से खास बातचीत की.राजन आनंद ने बातचीत की शुरुआत में ही जानकारी देते हुए कहा की जीतन राम मांझी की नयी पार्टी "हम" ने उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें प्रदेश युवा महासचिव के पद पर मनोनीत किया है.जिम्मेवारी बड़ी और प्रदेश की युवा शक्ति को लामबंद करने के साथ-साथ उन्हें उनके हक़ से दो--चार कराने के अलावे उन्हें आदर्श तरीके से निर्देशित करने की है.
जाहिर तौर पर युवाओं की अनदेखी अब किसी भी पार्टी की जड़ कुरेदने के लिए काफी है. प्रदेश के युवा आजतक ठगी और छलावे के शिकार होते रहे हैं लेकिन अब वक्त और हालात बदल चुके हैं. यह एक बड़ा सच है की तमाम राजनीतिक पार्टियां युवाओं को अपने साथ लेने की जुगत में जुटी हुयी हैं. जीतन राम मांझी की प्रदेश और देश भर में एक अलग छवि है. राजन ने बातचीत को आगे बढ़ाते हुए कहा की वे फ्रेंड्स ऑफ आनंद के प्रदेश महासचिव रहते हुए लम्बे समय से युवाओं के बेहद करीब रहे हैं. उन्हें युवाओं की समस्याओं का पूरा भान है. उनका पिछ्ला अनुभव, इस नयी जिम्मेवारी में उनकी भरपूर मदद करेगा.
उन्होंने बड़ी गंभीरता से कहा की वे प्रदेश के तमाम जिलों में घूम--घूमकर युवाओं को ना केवल लामबंद करेंगे बल्कि उनमें आशा और उम्मीद का नया जोश भी भरेंगे.वे अपने काम से शीर्ष नेतृत्व को हमेशा संतुष्ट रखेंगे.आगामी बिहार विधान सभा चुनाव के दौरान युवाओं का बड़ा जत्था मांझी जी के निर्देश पर बिहार के घर--घर तक पहुँचने की ना केवल कोशिश करेगा बल्कि राज्य हित को लेकर सन्देश भी देगा.राजन आनंद बेहद उत्साहित थे और कह रहे थे अभी तो जो जिम्मेवारी मिली है,पहले उसे सिद्दत से निभानी है.आगे देखियेगा "हम' को आसमान की ऊंचाई मयस्सर हो,इसके लिए हम कोई कोर--कसर नहीं छोड़ेंगे.देश मैं अभी जैसे "मोदी--मोदी" के नारे लग रहे हैं,आने वाले दिनों में 'मांझी---मांझी' के नारे लगेंगे.

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*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।