अगस्त 11, 2015

कार्यपालक सहायकों का हड़ताल जारी...........

* पटना में आंदोलनकारियों पर पुलिसिया बर्बरता के खिलाफ बढ़ा आक्रोश .......   
* नियमितिकरण को लेकर अनिश्चितकालिन हड़ताल……… 
*  सहरसा में सरकार से भेजे गये एकरारनामे को आंदोलनकारियों ने जला कर जताया विरोध.......     
 हड़ताल से R T P S सेवा ठप …
*  सरकार की मंशा संविदाकर्मियों के आंदोलन को कमजोर करना........... 
कृष्णमोहन सोनी की रिपोर्ट:- विभिन्न विभागों में कार्यरत नियोजित कार्यपालक सहायकों ने अपनी सेवा सुरक्षा गारंटी ,नियमितीकरण सम्मानजनक वेतन एवं अन्य मांगो  को लेकर चरणबद्ध आंदोलन को तेज  कर दिया है. धरना प्रदर्शन के अलावे अब ये डीएम का घेराव करेंगे और अपनी मांगो को सामने रखेंगे. सहायको ने बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ एवं बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोपगुट से संबध जिला इकाई सहरसा द्धारा  एक प्रेस ब्यान जारी कर कहा  गया है।
एकरारनामे को आंदोलनकारियों ने जलाया 
बिहार राज्य के सभी विभिन्न कार्यालयों में कार्यरत नियोजित कार्यपालक सहायको का संयुक्त संगठन के द्धारा यह लड़ाई लड़ी जा रही है जिसमे यह भी कहा गया है कि बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी बिहार सरकार पटना के विभिन्न विभागों में सहायक कार्यरत हैं लेकिन सरकार के नुमाइंदो ने कई बार हमारी मांगो  को अनसुनी कर ठन्डे बस्ते में डाल कर इस पर कभी विचार तक नही किया है. जारी ब्यान में संघ के जिला सचिव संजीव कुमार सिंह ने कहा है कि संघ द्धारा सरकार से कई बार काला  बिल्ला लगाकर सांकेतिक हड़ताल कर धरना, प्रदर्शन कर अपनी मांग को रखता रहा हूँ. लेकिन सरकार के नुमाइंदे इस पर किसी भी प्रकार का कोई नोटिस नही लिया. उन्होंने कहा कि हर बार चुनावी समय नजदीक आने पर आनन फानन में एक उच्च स्तरीय कमिटी का गठन कर संविदा कर्मिओं के नियमितीकरण करने हेतु अनुसंशा तीन माह के अंदर करने को कहा गया था. सरकार की मंशा संविदाकर्मियों के आंदोलन को कमजोर करना है लेकिन हम सभी हारने वाले नही है अब यह और आंदोलन तेज किया जायेगा अब डीएम का घेराव कर अपनी मांगो  को रख कर अधिकार लेना है.इस आंदोलन का फलाफल जो भी हो फिलवक्त बिहार सरकार का सभी  R T P S  काउंटर से लेकर विभाग के तमाम कार्यालय में कंप्यूटर से होने वाले कार्य ठप है. 

1 टिप्पणी:

  1. एक तरफ सरकार कहती है की युवाओ को रोजगार दे रही है और दुसरी ओर कम पैसे में कुते की भाती खता रहे है और रह गई बात कार्यपालक सहायक और आई0टी0 सहायक की तो जब सरकार शुरू से जब वेतन मे 1000 का फर्क था तो फिर इतनी दुरी क्‍यो और रही बात कार्यपालक सहायक और बिकास मित्र और टोलो सेवक की तो हम बोलना चाहेगे की जो नियम हम पर लागू है और वही विकास मित्र पर तो सरकार उसकी 60 साल और हमे कुछ भी नही हम सरकार का ऑंफिस से हर काम कर के Email और भी अहुत कार्य हम कार्यपालक सहायक से कराये जाते है तो हमे कुछ भी नही और वोट बैक के लिए विकास मित्र को 60 साल और सरकार कहती है कि 2016 मे पेपर लेस विभाग करना है और हम अपनी कुछ मांग करते है तो लाठी चार्ज

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*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।