ह्त्या के
तीन सप्ताह हैं गुजरने वाले लेकिन पुलिस पानी पर डंडा मारने में है जुटी
हुयी......


इधर मामले के लगभग तीन सप्ताह हो चले हैं और पुलिस अगले एक हफ्ते के
भीतर छानबीन मुकम्मिल कर लेने की बात कर रही है.इस काण्ड की जांच की
जिम्मेवारी एक खास अधिकारी दिलीप मिश्रा,A.S.P को सौंपी गयी है जो अभीतक जांच को दो कदम भी आगे
नहीं ले जा पाए हैं लेकिन आदतन दावों की बौछार वे जरुर कर रहे हैं.
पुलिस ने मामले में नामजद दो आरोपियों में से एक को
गिरफ्तार 




बहरहाल अब आगे यह देखना काफी दिलचस्प होगा की पुलिस कितने दिनों में मामले के दुसरे मुख्य आरोपी मुरारी सिंह की गिरफ़्तारी करती है और ह्त्या में इस्तेमाल हथियार कब बरामद होता है.यही नहीं पुलिस की जांच बस खेल--खेल में हुयी ह्त्या का मामला बनकर खत्म हो जाता है या फिर ह्त्या के पीछे के कुछ अन्य रहस्यों पर से भी पर्दा उठता है.इस पुरे मामले में पुलिस की जांच आखिर जहां पर भी खत्म हो लेकिन हम फेसबुक की दोस्ती मंहगी पड़ सकती है इसका एलान करते हैं. सहरसा टाईम्स कम उम्र के नौनिहालों से लेकर हर उम्र के लोगों लोगों को खबरदार करता है की फेसबुक की दोस्ती जानलेवा और बड़ी तबाही वाली साबित हो सकती है.फेसबुक पर दोस्ती करें लेकिन ज़रा संभल के.
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