दिसंबर 19, 2012

सामूहिक दुष्कर्म के बाद मासूम बच्ची की ह्त्या

मुकेश कुमार सिंह जिश्म की भूख मिटाने के लिए दरिंदगी की इन्तहा का एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। जिले के सिमरी बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के पूर्वी कोसी तटबंध के भीतर बसे बेलवारा पुनर्वास गाँव में बीते 17 दिसंबर की शाम में महज दस साल की बच्ची को पहले तो अगवा किया गया और फिर इस मासूम से जिश्म की आग शांत कर के इसे हमेशा के लिए खामोश कर दिया गया। घटना के सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ मासूम बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद साक्ष्य छुपाने की गरज से इसकी ह्त्या करके उसकी लाश को नदी के किनारे उगे जलकुम्भी के भीतर छुपा दिया गया। बच्ची की लाश कल 18 दिसंबर की सुबह को ग्रामीणों ने बरामद किया और इसकी सुचना सिमरी बख्तियारपुर पुलिस को दी। पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर इसे पोस्टमार्टम के लिए बीती रात सहरसा भेजा जहां आज 19 दिसंबर को लाश का पोस्टमार्टम कराया गया। इस घटना से जहां पुरे इलाके में सनसनी फैली हुयी है वहीँ पुलिस के अधिकारी फिलवक्त इसे बलात्कार की घटना मानने से परहेज करते हुए कह रहे हैं की उन्हें पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इन्तजार है। वैसे ह्त्या को लेकर अनुसंधान शुरू कर दिया गया है।
सहरसा में सामूहिक दुष्कर्म और उसके बाद ह्त्या का दौर बदस्तूर जारी है। इसबार देखिये एक नन्ही सी जान के जिश्म से ना केवल जीभर के खेला गया है बल्कि इसे दूसरी दुनिया भी पहुंचा दिया गया है। पोस्टमार्टम कक्ष के बाहर टेम्पो में दस वर्षीय सुधा कुमारी की लाश पड़ी है। इसके जिश्म जहां ठंढे पड़े हैं वहीँ इसकी दोनों आँखें बंद है। नन्ही सी बिटिया खामोश है लेकिन जमाने से वह कई बड़े सवाल कर रही है। आखिर उसका क्या गुनाह था। वह लड़की थी,शायद यही उसका गुनाह था। बच्ची के परिजन बता रहे हैं की सुधा 17 दिसंबर की शाम में खेलते----खेलते अचानक गायब हो गयी। कुछ गुंडे उसे उठा ले गए और पहले उसके साथ बलात्कार किया फिर उसकी ह्त्या कर दी। परिजनों को बच्ची के कपड़े और उसके शरीर पर बलाताकर के पुख्ता लक्षण मिले हैं जिसके आधार पर वे इस बात को बता रहे हैं। उसकी चप्पल और चादर नदी किनारे फेंकी मिली जिसे देखकर नदी में उगे जलकुम्भी के भीतर से ग्रामीणों ने उसकी लाश को निकाला। इनकी मानें तो पुलिस की तरफ से अभीतक कोई ख़ास कारवाई होती नहीं दिख रही है।
 जिले के एस.पी तत्काल इसे सामूहिक दुष्कर्म की बात तो छोडिये दुष्कर्म के मामले को मानने से भी इनकार कर रहे हैं। इनकी मानें तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही वे किसी नतीजे पर पहुंचेंगे।वैसे यह सुदूर ग्रामीण इलाके में घटी घटना है। पुलिस तत्काल ह्त्या को लेकर अनुसंधान करने में जुटी हुयी है। डी.एस.पी को जांच के लिए आज उन्होनें घटनास्थल पर भेजा है। इस घटना को अंजाम देने वाले की न केवल गिरफ्तारी होगी बल्कि उनपर कठोर कारवाई भी होगी।
महानगर दिल्ली में चलती बस में गेंगरेप की घटना से पूरा देश अभी जहां मर्माहत है वहीँ कस्बाई इलाके में गेंगरेप के बाद ह्त्या की इस जघन्य घटना ने सभ्य समाज को जद से छलनी करके रख दिया है। आखिर पल भर की काम तृष्णा की तृप्ति के लिए लोग इतने हैवान बनकर जिन्दगी और इंसानियत को एक साथ क्योंकर लील रहे हैं।

3 टिप्‍पणियां:

  1. its very hurting manvata ko sharmshar krnewali ghatna or duniya to khatam nhi hui lekin insaniyat jarur ab khatam ho gayi hyy ...isko dekhne ke bad mere rongte khade ho gye honge masum bachii ko rape krke mar diya aise log hamare samaj pr ek dhabba hyy...manvjati pe kalank hyy..jis desh me ek taraf to nari ko devi saman mana jata hyy uski puja ki jati hyy or ek taraf aise hawaniyat dekhne ko mil rahi hyy,muje yeh jan kr bhut dukh hua or ki hamere jile ke sp ne ispe chanbeen karne me koi khas dilchaspi nahi dikhayi ........

    जवाब देंहटाएं
  2. ऐसे अपराधों में कुकर्मियों का बच निकलना, पुलिस द्वारा बड़ी घटना को मामुली बताना, त्वरित कारवाई न होना साबित हो जाने पर भी अपराधियों का दबंगों द्वारा संरक्षण, बलात्कारियों का मनोबल बढ़ाता है I ज़रुरत है ऐसे घटनाओं में सख्त से सख्त कानून बनाना I अन्यथा बिहार के आम लोग जब अपने 'स्टाइल' में इन्साफ करने पर उतर आएँगे तो .... I जानकारी होगी की पटना में अपहरण से त्रस्त हो चुके लोगों ने कैसी विधि अपनाई थी I

    जवाब देंहटाएं
  3. ..............HAPPY NEW YEAR FRIEND...........................
    ..................... .................................
    //////////////////////

    जवाब देंहटाएं


THANKS FOR YOURS COMMENTS.

*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।