अक्टूबर 15, 2012

लड़कियों को छेड़ना पड़ा मंहगा

सहरसा टाइम्स के खबर का असर 
 चन्दन सिंह की रिपोर्ट : दिनांक 13 दोपहर बाद दो लड़कियों के साथ छेड़छाड़ कर रहे दो युवकों में से एक को लोगों ने न केवल दबोच लिया बल्कि उस युवक की पहले तो जमकर धुनाई की गयी फिर उसे पुलिस को सौंप दिया गया।सदर थाना के जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के सामने घटी इस घटना को सहरसा एस. पी ने गंभीरता से लिया है।सदर थाना में मामला दर्ज कर पुलिस इस मामले के दुसरे आरोपी को गिरफ्त में लेने के लिए छापामारी कर रही है।पुलिस की गिरफ्त में आया युवक सदर थाना क्षेत्र के पंचवटी चौक का रहने वाला है जबकि उसका फरार दोस्त संत नगर का रहने वाला है।बताना लाजिमी है की पिछले चार दिनों से दो युवक इन दोनों लड़कियों को परेशान कर के रख दिया था।लड़कियों ने पूछने पर बताया की दो लड़के पिछले चार दिनों से उसका पीछा करते थे और बाईक उनके आगे लगाकर गन्दी--गन्दी बातें करते थे।यही नहीं कागज़ पर इन युवकों ने अपना मोबाइल नंबर कागज़ पर लिखकर उनके आगे यह कहकर फेंक दिया की इसे उठा लो।
सोनी,राधा कुमारी-पीड़ित लडकियां।
आगे इसी से दिल की बातें परवान लेंगी।उन दोनों ने इस बात की जानकारी अपने परिजनों को दी।परिजनों ने आज जाल बिछाकर लड़की से इन युवकों को फोन करवाया और उन्हें जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के सामने बुलवाया।दोनों युवक सज--धज कर मिलन स्थल पर पहुंचे।इन मजनुओं को कहाँ पता था की यहाँ तो उनकी शामत आने वाली थी।दोनों लड़के अलग--अलग बाईक से आये थे।लड़के ने बाईक दोनों लड़कियों के सामने खड़ी की और उन्हें गाडी पर बिठाने का प्रयास किया की चलो कहीं दूर सन्नाटे में मुहब्बत की पींगें बढ़ाएंगे।लेकिन एक लड़की ने राहुल की बाईक की चाभी ले ली और उसे बहलाने लगी की थोड़ी देर यहीं रुको।इतने में स्थानीय लोगों का हुजूम और परिजनों का कारवां इन दोनों युवकों की तरफ लपका।विजय नाम के युवक ने मौके की नजाकत को भांप लिया और अपनी बाईक स्टार्ट कर वहाँ से उड़न छू हो गया लेकिन राहुल फंस गया।फिर हुआ दे दनादन।
इस मामले को एस.पी ने गंभीरता से लिया है।उनकी माने तो गिरफ्त में आये युवक को फिलवक्त जेल भेजा जा रहा है।एक अन्य आरोपी युवक जो भागने में कामयाब हुआ है पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर रही है।दोनों आरोपियों के खिलाफ सदर थाना में काण्ड दर्ज कर लिया गया है। अजित सत्यार्थी,एस पी   ने आगे कहा की इन मौसमी मजनुओं से निपटने के लिए अलग से रणनीति बनायी गयी है।स्कुल,कॉलेज और कोचिंग संस्थानों के आसपास पुलिस की गस्ती बढ़ाई जा रही है।ऐसे किसी भी शख्स को बख्सा नहीं जाएगा जो इस तरह की ओछी हरकत करेंगे।
जो पकड़ा गया वह चोर और जो बच गया वह साधू।कच्ची उम्र में फिकरे कसना और पाँव का फिसलना अब आम बात हो गयी है।यह नजारा तो एक बानगी भर है।सहरसा में छेड़छाड़ की अक्सर बड़ी घटनाएं देखने को मिलती रहती है।यह अलग बात है की इस बार परिजनों की पहल से एक मजनू दबोचा गया।लड़का और लड़की दोनों के परिजनों को आज उन्हें बेहतर साँचा देने की जरुरत है।जीवन के अंधदौड़ में आज बहुत कुछ पीछे छूटते जा रहे हैं। खुलेपन का यह मतलब नहीं की सड़क पर नैतिक मूल्यों का सर कलम किया जाए।

1 टिप्पणी:

  1. achha kiya un donon ko chhorna nahi chahiye ,dono mawaliyon ko adi-2 saza milni chahiye taki aur kisi ka nazar bhi ladki par jaye to wo kanp jaye.
    ye log aise kyon hote hai pata hai kisi ko ?

    chaliye hum batate hain aaz sabhi ko inke bare me...{ZARUR PADHIYE IMPOTANT HAI}
    1. jinke baap ke paas kafi paisa ho.
    2. jo kabhi bhi school ya college ka munh hi nahi dekha ho.
    3. jiske ghar me sabhi bade bujurg uspar dhayan nahi dete ho.
    4. kaam se fizul paisa dete ho .
    5. bike ya mobile and laptop baap ke dwara paye gaye paisa ye sab bhi karan hai in sabhi ka.
    6. ghar me careless baap and maa ke karan bhi bachha aisa kaam karna suru krta hai.
    7. baal badha karke apne aap ko hero samajhne wal aur SIKHAR,GUTKA,PAAN,ETC KHANE WAL SAB KA YAHI KAAM HOTA HAI.
    8. aur aise admi raat ko der se jarur se jarur aata hoga but uske prijan ,baap ya fir maa usse ye tak nahi puchta hai ki "BETA ITNI RAAT KO GHAR SE BAHAR MAT JAYA KARO ".
    9. AUR JYADA MAIN KYA LIKHUN YAHI KAFI HAI AISE LOGO KO PAHCHANE KE LIYE.

    THANKS FOR READING...

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*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।