जनवरी 07, 2012

नेपाल से अगवा किशोर बरामद Kidnapped Teenager Recovered From Nepal

अस्मित देवकोटा
बीते 3 दिसंबर को नेपाल के भारदह से अपने मित्र के साथ अगवा हुआ अस्मित  किसी तरह अपहर्ताओं की चंगुल से भाग निकला और सहरसा पुलिस की शरण में आ गया.नेपाल के राजविराज का रहने वाला अस्मित देवकोटा है काठमांडू के कैम्ब्रिज कॉलेज के बारहवीं कक्षा का छात्र अस्मित अपने दोस्त प्रतीक की बहन की शादी में शामिल होने भारदह आया था.वहाँ से वे दोनों घुमने के लिए कोसी बराज की तरफ चले आये.वाकया बीते तीन दिसम्बर का है.अस्मित और प्रतीक को बुलेरो सवार अपराधियों ने हथियार की नोंक प़र अगवा कर लिया.अस्मित बताता है की अपहर्ताओं ने उनके परिजन से पचास लाख की फिरौती मांगी थी लेकिन उसके घरवालों को इतने पैसे नहीं थे.उसके पिता कुंदन प्रसाद देवकोटा बैंक ऑफिसर थे जिनकी छः साल पूर्व ही मौत हो गयी है.अपहर्ता उसकी माँ से फिरौती की रकम मांगते थे.ऐसे में अपहर्ता उसे इतने दिन तक इसलिए रखे हुए थे की उन्हें भरोसा था की उनको फिरौती की रकम मिल जायेगी.प्रतीक लामिछाने के पिता लक्ष्मण लामिछाने सेवानिवृत पासपोर्ट अधिकारी हैं.अस्मित बताता है की अपहर्ता उसे हर वक्त आँखों में पट्टी बांधकर रखते थे और उसके साथ मारपीट भी करते थे.ठीक से खाने भी नहीं देते थे.उसे अपहर्ता कहाँ--कहाँ लेकर गए और उसे कहाँ-कहाँ रखा,इसका उसे कुछ पता नहीं है.फारविशगंज से अपहर्ता उसे ट्रेन से सहरसा लाये थे जहां से वे उसे कहीं और ले जाते लेकिन ऊपर वाले के रहम से वह सहरसा कचहरी ढाला रेलवे हॉल्ट प़र अपहर्ताओं को चकमा देकर फरार हो गया.संयोग देखिये थोड़ी ही दूर प़र सदर थाना की पुलिस मौजूद थी,जिसे अस्मित ने अपना दुखड़ा सुनाया.सदर थाना की पुलिस ने इस बात की जानकारी तुरंत पुलिस अधीक्षक को दी.पुलिस अधीक्षक ने आनन्--फानन में एक टीम बनाकर अस्मित के साथ रेलवे स्टेशन,ट्रेनें सहित कई संभावित ठिकानों पर छापामारी करवाई लेकिन किसी भी अपहर्ता का कोई सुराग नहीं मिला.अस्मित का दोस्त प्रतीक अभी भी अपहर्ताओं की चंगुल में है.
मोहम्मद रहमान,पुलिस अधीक्षक,सहरसा
बताते चलें की अपहर्ताओं ने अस्मित के परिजन से पचास लाख की फिरौती मांगी थी लेकिन फिरौती नहीं मिलने की वजह से वे उसे अभीतक इसलिए रखे थे की फिरौती रकम उन्हें मिल जायेगी.लेकिन भगवान् का लाख--लाख शुक्र है की अस्मित बच निकला.पुलिस अधीक्षक ने इस बाबत नेपाल पुलिस को सूचना दे दी और नेपाल की पुलिस सहरसा आकर अस्मित को सकुशल लेकर नेपाल गई.पुलिस अधीक्षक मोहम्मद रहमान ने अस्मित की माँ से फोन प़र बातचीत की और घटना को लेकर पूरी जानकारी दी.उनके मुताबिक़ सहरसा पुलिस ने अपहर्ताओं को दबोचने की कोशिश की लेकिन कामयाबी नहीं मिली.वैसे अगर अपराधी कोसी क्षेत्र के हुए तो उन्हें वे पकड़ने को पूरी कोशिश करेंगे

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें


THANKS FOR YOURS COMMENTS.

*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।