दिसंबर 13, 2011

मत्स्गंधा झील का मुआयना करते नीतीस

आज सुबह साढ़े आठ बजे नीतीश कुमार सहरसा के मत्स्गंधा झील का मुआयना करने पहुँच गए.नीतीश कुमार घूम--घूम--घूमकर ना केवल झील का मुआयना किया बल्कि इस दौरान जिले के बड़े अधिकारियों को झील के जीर्णोधार  और उसको आकर्षक बनाने के लिए कई सख्त निर्देश भी दिए.जिस तरह से बिना समय गंवाए मुख्यमंत्री ने झील का मुआयना किया उस्सेव लग रहा है की इस झील के दिन बाब निश्चित तौर पर बहुरेंगे.मुख्यमंत्री के काफिले में सिंचाई मंत्री विजय चौधरी के साथ कई विधायक भी मौजूद थे. 
देखिये नीतीश कुमार किस तरह से मत्स्यगंधा झील का घूम--घूमकर मुआयना कर रहे हैं.यहाँ पर बता दें की इस झील में चार मौजे की ज़मीन है जिसमें से तीन मौजे के ज़मीन मालिकों को उनका मुआवजा दे दिया गया है लेकिन एक मौजा हकपाड़ा की ज़मीन के मुआवजे का अभीतक भुगतान नहीं हुआ है.एक करोड़ दस लाख रूपये मुआवजे के बांकी हैं.नीतीश कुमार ने जहां ये राशि तुरंत भेजने की बात कही वहीँ इस झील के लिए अलग से बड़ा मैप बनाने का अधिकारियों को निर्देश दिया.यहाँ यह भी बता दें की पिछले एक साल से एक करोड़ रूपये सहरसा जिला प्रशासन के पास झील जीर्णोधार के नाम पर रखे हुए हैं.अब जिस तरह से नीतीश ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं उससे लगता है की इस झील को और आकर्षक बनाने की कोशिश होगी जिसमें जो खर्चे आयेंगे उसे राज्य सरकार वहन करेगी.

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*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।