अगस्त 23, 2011

सहरसा में चोरो का आतंक,जागते रहो

 सहरसा में चोरो का आतंक , जागते रहो
सहरसा में लगातार हो रहे बड़े अपराधों के साथ--साथ चोरी की घटनाओं में हुई वृद्धि ने आमलोगों की नींद उड़ाने के साथ पुलिस के भी होश उड़ाकर रख दिए हैं.सिर्फ एक महीने की बात करें तो चोरों ने तेरह बड़ी चोरी की घटना को अंजाम दिए हैं जिसमें 60 लाख से ज्यादा के आभूषण, कीमती सामान और नकदी की चोरी हुई है.बीती रात चोरों ने सदर थाना क्षेत्र के मानस नगर मुहल्ले में डॉक्टर के घर और गौतम नगर में एक इंजीनियर के घर लाखों की चोरी की और चलते बने.पुलिस दोनों घटनाओं को लेकर काण्ड दर्ज कर अनुसंधान में जुट चुकी है.                                  
सबसे पहले हम आपको गौतम नगर स्थित रेलवे के सेक्टर इंजीनियर के घर का नजारा दिखा रहे हैं.चोरों ने यहाँ से 12 लाख के कीमती आभूषण और 50 हजार की नकदी चुराए हैं.हांलांकि गृहस्वामी इनकम टेक्स की वजह से चोरी गए आभूषण के आंकड़े और कीमत कम बता रहे हैं.इस घर में चोरी के वक्त घर में कोई नहीं था.बताना लाजिमी है की सेक्टर इंजीनियर रंजन कुमार के श्वसुर बिजलपुर के मुखिया उपेन्द्र यादव की बीते 20 अगस्त को अज्ञात अपराधियों ने हत्या कर दी थी और परिवार के सभी सदस्य वहीँ पर दाह--संस्कार में गए थे.

अब हम आपको चोरी की दूसरी घटना का नजारा दिखा रहे हैं.मानस नगर मुहल्ले में यह घर डॉक्टर रविन्द्र कुमार का है.रविन्द्र कुमार सौर बाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित हैं.बीती रात चोरों ने यहाँ से चार लाख के आभूषण,40 हजार का NSC,एक मोबाइल और 8 हजार रूपये नकद उडाये हैं.यहाँ भी चोरी अधिक की हुई है लेकिन आंकड़े कम दिखाए जा रहे हैं.यहाँ पर पीड़ित चिकित्सक के साथ पुलिस का रवैया काफी बुरा रहा.चोरी की घटना की जब उन्होनें सदर थाने को जानकारी दी तो मौके पर मौजूद दारोगा L.N.रॉय ने उनके घर आकर चोरों को दबोचने की जगह उनसे पूछा की आप तो सौर बाजार में हैं तो फिर आपको कैसे पता चला की आपके घर में चोरी हो रही है.
पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसन्धान शुरू कर दिया है.पुलिस अधिकारी जल्द से जल्द चोरों को पकड़ने का दावा कर रहे हैं.पुलिस अधीक्षक का कहना है की कल जन्माष्टमी को लेकर बाहरी लोगों की भीड़ थी.चोर उसी में शामिल रहकर इस घटना को नन्जाम दिया है.
चोरी की लागातार बढ़ रही घटनाओं से लोगों का जीना मुहाल है.लोगों की गाढ़ी कमाई पर चोर हाथ फेर रहे हैं लेकिन पुलिस दावों के सिवा कुछ भी नहीं कर पा रही है.

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।