अगस्त 20, 2011

मैं भी अन्ना तू भी अन्ना पूरा सहरसा अन्ना

अन्ना तुझे सलाम




 
अन्नादोलन की लहर अब पूरे देश में है.देश का जर्रा--जर्रा अन्ना की इस क्रान्ति में शामिल है.इसी कड़ी में कल  सहरसा जेल के सभी 480 बंदी पूर्व सांसद आनंद मोहन के नेतृत्व में दो दिनों की भूख हड़ताल पर चले गए हैं.हद की इन्तहा तो यह है की इस अनशन में जेल अधीक्षक, जेलर,सुरक्षा जवान सहित जेल के सभी कर्मी भी शामिल हैं और वे भीं इन बंदियों के साथ दो दिनों के उपवास पर हैं.इस मौके पर बंदियों का कहना है की वे सभी भी अन्ना के देश हित की इस लड़ाई में शामिल हैं और इसी वजह से उन्होनें दो दिनों की भूख हड़ताल की है.

मैं भी अन्ना तू भी अन्ना,पूरे देश में बस अन्ना ही अन्ना.अन्ना की लहर सहरसा जेल में भी पहुँच चुकी है और जेल के सभी बंदियों ने खुद को अन्ना के इस आन्दोलन में शामिल करने की गरज से दो दिनों की भूख हड़ताल कर दी है.सहरसा जेल के सभी 480 बंदी पूर्व सांसद आनंद मोहन के नेतृत्व में आज से दो दिनों के लिए भूख हड़ताल पर हैं.बंदियों का कहना है की वे तो जेल में बन्द हैं लेकिन अन्ना की इस लड़ाई में खुद को शामिल करना चाहते हैं.उनका कहना है की अन्ना देश के लिए लड़ रहे हैं इसीलिए जेल के सभी बंदी अभी दो दिनों की भूख हड़ताल पर हैं.आगे जबतक अन्ना की लड़ाई चलेगी,वे अन्ना के साथ रहेंगे.


              जेल अधीक्षक का कहना है की पूर्व सांसद आनंद मोहन के नेतृत्व में जेल के सभी बंदियों ने उपवास की शुरुआत की है.इस उपवास में उनके साथ---साथ जेल के सभी अधिकारी,कर्मी और सुरक्षा जवान भी उपवास पर हैं.अन्ना की लहर इस जेल में भी है.



अन्ना की लहर में पूरा देश हिलोरें ले रहा है.इस आंधी को देखकर लगता है की अब इस देश का भला होने वाला है,देश के दिन बहुरने वाले हैं.अन्ना तुझे सलाम.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें


THANKS FOR YOURS COMMENTS.

*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।