फ़रवरी 07, 2017

CBI के हत्थे चढ़ा बिहारी इनकम टैक्स कमिश्नर


 बिहार,सूरत से चेन्नई तक करोड़ों की संपत्ति मिली
दिल्ली हाईकोर्ट के निर्देश पर 12 ठिकानों पर एक साथ छापामारी
CBI के साथ आयकर विभाग के भी अधिकारी थे इस छापामारी में शामिल 
दिल्ली से मुकेश कुमार सिंह खास रिपोर्ट----
देश के भीतर बड़े अधिकारी और ओहदेदारों के  द्वारा आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई और आयकर विभाग की संयुक्त कार्रवाई और छापामारी का ना केवल ग्राफ बढ़ता जा रहा है बल्कि कईयों पर कानूनी शिकंजा भी कसता जा रहा है ।
इसी कड़ी में बिहार के सहरसा जिले के आरापट्टी गाँव निवासी और वर्तमान में दिल्ली में इनकम टैक्स कमिश्नर (अपील) के पद पर तैनात हरिवंश कुमार चौधरी उर्फ जीवन चौधरी अब पूरी तरह से सीबीआई के लपेटे में आ गए हैं ।CBI की एक विशेष टीम और आयकर विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से बिहार और दिल्ली सहित उनके देश भर के कई ठिकानों पर बीते कल सोमवार को एक साथ रेड कर करोड़ों की संपत्ति अर्जन का खुलासा किया है ।
मिल रही जानकारी के अनुसार सीबीआई ने 1988 बैच के आइआरएस अधिकारी हरिवंश चौधरी के खिलाफ दिल्ली में आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है ।इससे पहले सीबीआई की अलग-अलग टीमों ने उनके कई ठिकानों पर एक साथ रेड किया जिसमें करोड़ों की बेनामी संपत्ति का खुलासा हुआ है ।इसमें हरिवंश चौधरी के सहरसा जिले के महिषी स्थित पैतृक गाँव आरापट्टी निवास,सहरसा के महिषी स्थित उग्रतारा मार्केट,सहरसा जिला मुख्यालय के कचहरी चौक स्थित उनके आवास के अलावा दिल्ली स्थित कार्यालय और आवास के साथ ही चेन्नई और सूरत में भी,कुल मिलाकर 12 ठिकानों पर सीबीआई ने छापा मारा और जांच-पड़ताल की ।हम तक पहुंची जानकारी के मुताबिक जांच में करीब पांच करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति रखने की बात सामने आई है ।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार उन्हें चौधरी के ठिकानों से काफी दस्तावेज और कई अहम्  कागजात मिले हैं ।कई संपत्ति उनकी पत्नी अनुपमा चौधरी,बेटे और अन्य सगे-संबंधी के नाम पर भी मिली है ।चार कम्पनी भी इनके हैं,इस बात का भी खुलासा हुआ है ।साथ ही उनके नाम से कई निजी कंपनियों के कागजात और शेयर भी मिले हैं ।
सीबीआई और आयकर विभाग ने आयकर कमिश्नर के निकटवर्ती चेन्नई के चार्टड एकाउंटेंट नितिन जैन और सूरत के कुछ चार्टड एकाउंटेंट जिसमें भूपेंद्र छबीलदास और बिरजू साह खास हैं के ठिकाने पर भी छापामारी की ।ये सभी कथित रूप से श्री चौधरी के साथ उनकी कंपनियों में अवैध कमाई को व्हाइट करने के खेल में शामिल थे ।जांच टीम का मानना है कि ये आइआरएस अधिकारी जिन-जिन स्थानों पर ज्यादा समय तक पोस्टेड रहे हैं, वहां-वहां इन्होंने बड़े स्तर पर अवैध संपत्ति बनायी है ।
सीबीआई और आयकर विभाग के अधिकारियों ने इनकम टैक्स कमिश्नर के बिहार के सहरसा जिले स्थित पैतृक गाँव आरापट्टी में इनके आवास की सुरक्षा में लगे गाँव के दो व्यक्ति काली चौधरी और पवन चौधरी के अलावे दागी कमिश्नर की बूढ़ी माँ से भी गहन पूछताछ की ।देश के कई हिस्सों में एक साथ हुए इस तमाम छापे को लेकर इन अधिकारियों ने प्रेस से कोई बात नहीं की ।हद तो यह है की कोई प्रेस विज्ञप्ति भी इन अधिकारियों ने जारी नहीं किया ।जानकारी तो यह भी मिली है की इन अधिकारियों से सहरसा में हो रही छापामारी के दौरान जब पत्रकारों ने सीबीआई अधिकारी से बात करनी चाही, तो, सीबीआई के डीएसपी स्तर के एक अधिकारी बी.भट्टाचार्या ने पत्रकारों के मोबाइल और कैमरे तोड़ने की धमकी तक दे डाली ।हांलांकि दोनों तरफ से हुयी तू--तू,मैं--मैं के बाद स्थानीय लोगों ने मामले को शांत करा लिया ।
कहीं कुछ साजिश तो नहीं ?
हमें विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिल रही है की इनकम टैक्स कमिश्नर हरिवंश कुमार चौधरी के बेटे से सीबीआई के एक बड़े अधिकारी अपनी बेटी की शादी करना चाहते थे लेकिन हरिवंश चौधरी ने किसी वजह से शादी करने से इनकार कर दिया ।सीबीआई अधिकारी को श्री चौधरी के इस व्यवहार से गहरा आघात लगा और उन्होनें हरिवंश कुमार चौधरी की बर्बादी की पटकथा लिख दी ।अब इस बात में कितनी सच्चाई और कितना दम है,यह परदे के पीछे की बात हो गयी । पुरे घटनाक्रम के बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं की आखिर वजह जो भी रही हो लेकिन हरिवंश कुमार चौधरी ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए इतना धन संचय किया है ।अभी छापे की सही तस्वीर उभरकर सामने नहीं आई है लेकिन हम यह ताल ठोंककर कहते हैं की इस इनकम टैक्स कमिश्नर ने आरा--तिरछा कर के खूब अवैद्य कमाई की है,जो कहीं से भी जायज नहीं है ।ऐसे अधिकारियों पर नकेल कसने के साथ--साथ कठोर कानूनी कार्रवाई भी की जानी चाहिए ।
फोटो--सहरसा में हो रही छापे की है ।

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