जनवरी 31, 2017

CRPF जवान ने अपनी गर्दन काटकर चढ़ाई बलि

सीआरपीएफ जवान ने अपनी गर्दन काटकर चढ़ाई बलि......

माँ छिन्नमस्तिके मन्दिर में खुद की दी बलि......
मन्दिर परिसर में मचा कोहराम......
मृतक संजय नट बिहार के बक्सर जिले के बलियापुर गाँव का था रहनेवाला........
मन्दिर में लगा ताला,तत्काल पूजा--अर्चना हुयी बन्द......
पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी........
अंधविश्वास में बलि या फिर आत्महत्या ?

रामगढ़(झारखंड)से मुकेश कुमार सिंह की खास रिपोर्ट-----यहां के रजरप्पा थाना क्षेत्र स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर परिसर में एक व्यक्ति ने मंगलवार की सुबह पहले तो पूजा--अर्चना की,उस के बाद खुद का गला रेत डाला ।मौके पर ही उसकी मौत हो गयी ।मन्दिर परिसर में खून की अविरल धारा बह रही थी जिसे देखकर मंदिर में पूजा कर रहे लोगों के बीच खलबली मच गयी । लोग चीत्कार करने लगे ।सही मायने में इस जघन्य और क्रूरतम घटना से लोगों के बीच भगदड़ मच गयी ।लोग डरे--सहमे और सकते में थे की ये क्या हो गया और वे अब क्या करें ?मन्दिर प्रबंधन ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी । मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को कब्जे में ले लिया और तत्काल मन्दिर में ताला लगवाकर पूजा--अर्चना रोक दी ।
क्या कह रहे हैं लोग ?
मन्दिर के आसपास घटना के समय मौजूद लोगों ने बताया कि इस व्यक्ति ने मंदिर में पहले मां छिन्नमस्तिके की पूजा--अर्चना की,फिर मंदिर की परिक्रमा की और उसके बाद अपने साथ लाये कटार से माँ के सामने खुद की बलि चढ़ा दी । लोगों ने यह भी बताया की बीते कल यानि सोमवार को भी मृतक शख्स मंदिर आया था और उसने माँ की पूजा अर्चना की थी ।अब ना जाने क्या वजह थी की उसने अपनी बलि देकर अपनी ईहलीला खत्म कर ली ।
कौन है यह मृतक ?
मृतक व्यक्ति की पहचान बिहार के बक्सर जिले के बलियापुर गांव निवासी 45 वर्षीय संजय नट के रूप में की गई है ।संजय सीआरपीएफ का जवान था और फिलवक्त हजारीबाग में तैनात था ।दो दिन पूर्व ही वह अपने गाँव से वापिस अपनी ड्यूटी पर लौटा था ।


क्या कहती है पुलिस ?

मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने बताया की प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक संजय को सोमवार से ही मंदिर परिसर के आसपास देखा गया था ।आज मंगलवार की सुबह उसने मां छिन्नमस्तिका की पूजा की और फिर मंदिर की परिक्रमा करने लगा ।इसी दौरान उसने खुद के साथ लाए कटार से मंदिर के मुख्य द्वार के पास अपना गला रेत डाला ।इस घटना में मंदिर के मुख्य द्वार पर खून फैल पड़ा और संजय वहीं गिर गया ।उसकी मौके पर ही मौत हो गई ।मंदिर के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया गया है और तत्काल पूजा--अर्चना बन्द कर दी गयी है ।पुलिस अधिकारी ने संजय के पॉकेट की तलाशी ली तो एक कागज मिला,जिससे उसकी पहचान हुई ।कागज में मिले फोन नम्बर से उसके घरवालों को सूचना दे दी गई है ।पुलिस इस मामले को आत्महत्या का मामला मानकर काण्ड अंकित कर के अनुसंधान में जुट चुकी है की आखिर किस वजह से संजय ने अपनी जान दी है ।
क्या कहते हैं मृतक के परिजन ?
मृतक के परिजनों के अनुसार,संजय की मानसिक स्थिति बिल्कुल ठीक थी और वो जब भी गाँव आता था,तो,खेती-किसानी का काम करता था । उसका घर में किसी से कोई विवाद या झगड़ा भी नहीं हुआ था ।मृतक संजय को दो बेटी और दो बेटे हैं ।हमने मृतक की पत्नी शारदा देवी से मोबाइल पर बात करनी चाही लेकिन वह बदहवास थीं और कुछ भी बताने में असमर्थ थीं ।

बेहद खास बात-----

संजय ने जिस कटार से अपनी बलि दी,ठीक उसी तरह की कटार माँ छिन्नमस्तिके के हाथ में भी है । लोगों का यह भी कहना है की सम्भव है की संजय तंत्र--मन्त्र के चक्कर में,या फिर किसी मन्नत को लेकर खुद की बलि दी है ।
पुरातन काल की याद हुयी ताजा ---
रौंगटे खड़े करने वाली और रूह को थर्रा देने वाली इस घटना ने पुरातन काल की यादें ताजा कर दी है ।उस काल में अंधविश्वास और तंत्र--मन्त्र के चक्कर में ऐसी घटना बाहेआम घटती रहती थी ।तभी समाज के चिंतकों और समाज सुधारकों ने भगीरथ प्रयास कर के लोगों को अंधविश्वास से निकालकर ना केवल नयी रौशनी दिखाई थी बल्कि नए समाज का निर्माण भी किया था ।
आखिर इस घटना की क्या वजह हो सकती है ?
हमने अपने चश्मे नजर से इस घटना को तह में उतरकर देखना चाहा ।हर एक पहलू पर गहन मंथन किया है ।हमारी समझ से घटना की तीन वजहें हो सकती हैं ?पहली वजह यह है की संजय नट ने तंत्र--मन्त्र के चक्कर में इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया ।दूसरी वजह यह है की उसने किसी मन्नत की वजह से यह कदम उठाया । तीसरी वजह कोई गंभीर पारिवारिक बात थी जिसने उसे मरने को मजबूर किया ।
आगे पुलिस की तफ्तीश जारी है ।पुलिस आत्महत्या का मामला मानते हुए जांच में जुटी हुयी है ।आगे यह देखना बेहद जरुरी है की पुलिस की जांच में क्या कुछ निकलकर सामने आता है ?वैसे इस घटना ने जहां एक परिवार के मुखिया को खत्म किया है,वहीं सभी को सकते में भी ला दिया है ।इस घटना से मृतक के साथ--साथ जिन्हें जानकारी मिल रही है,वे सभी अंतरतम से दुःखी हैं ।

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