मई 03, 2016

सहरसा में सीएम के जलवे............

मुकेश कुमार सिंह की कलम से:- अपने एक दिवसीय दौरे पर सुबह साढ़े नौ बजे सहरसा पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सबसे पहले सहरसा स्टेडियम परिसर में जीविका स्व्यं सहायता समूह की महिलाओं को शराबबंदी को लेकर ना केवल संबोधित किया बल्कि उनके द्वारा बनाये गए सामानों को भी करीने से देखा ।अपने भाषण में नीतीश कुमार ने शराबबंदी को जहां सामाजिक परिवर्तन के लिए आवश्यक बताया वहीं मंच पर खुद नीतीश और उनके मंत्री सोते दिखे जो इतने गंभीर विषय को हल्का बना रहा था ।इस कार्यक्रम के अलावे नीतीश कुमार ने दो अन्य कार्यक्रम में भी शिरकत किया। 
सबसे पहले देखिये सहरसा स्टेडियम में पांडाल के नीचे बैठी जीविका से जुड़ी स्व्यंसेवी समूह की महिलाओं के इस जत्थे को ।कोसी प्रमंडल के तीन जिले मधेपुरा,सुपौल और सहरसा जिले की ये सारी महिलायें हैं ।इन महिलाओं के द्वारा निर्मित सामानों को पहले मुख्यमंत्री ने गंभीरता से देखा और परखा ।स्टेडियम परिसर में स्टॉल बने थे,जहां मुख्यमंत्री ने घूम--घूमकर जायजा लिए ।इसके बाद मुख्यमंत्री मंचासीन हुए ।नीतीश के साथ वित्त सह ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव,आपदा मंत्री प्रोफ़ेसर चंद्रशेखर और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री डॉक्टर अब्दुल गफूर भी थे ।मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर इस कार्यक्रम का आगाज किया ।
मंच पर सहरसा टाईम्स की एक्सक्लूसिव तस्वीर को देखिये ।खुद मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गहरी नींद में है ।लग रहा है है की वे सभा स्थल की जगह अपने दीवाने ख़ास पर मौजूद हैं और नींद के मजे लूट रहे हैं ।
ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव भी मुख्यमंत्री का भरपूर सहयोग दे रहे थे और वे भी मंच पर ही नींद का भरपूर आनंद ले रहे थे ।चूँकि शराबबंदी को लेकर यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा था,लिहाजा विषय बेहद गंभीर था ।
ऐसे में मुख्यमंत्री के साथ मंत्री का मंच पर सोना,कहीं से भी जायज नहीं कहा जा सकता है ।इस मौके पर नीतीश कुमार ने कहा की शराबबंदी महज एक साधारण सरकारी फैसला नहीं है ।समाज में परिवर्तन के लिए उन्होनें यह फैसला लिया है और परिवर्तन शुरू है ।उन्होनें मजाकिया लहजे में कहा की कुछ अंग्रेजी दा लोग कहते हैं की उनके खाने--पीने का अधिकार हम छीन रहे हैं ।उन्होनें इसलिए कठोर कानून बनाया है की कानून को कठोर होना ही चाहिए ।उन्होनें संविधान का हवाला देते हुए कहा की संविधान में यह लिखा हुआ है की राज्य सरकार यह तय करे की राज्य में शराब पीना है या नहीं ।
सर्वोच्च न्यायालय का भी इस दिशा में शख्त निर्देश है । उन्होनें आगे कहा की झारखण्ड में भी जल्द शराबबंदी लागू होगी ।यही नहीं यूपी,बंगाल सहित पुरे देश में एक दिन शराबबंदी होगी ।और जब शराबबंदी हो जायेगी,तो फिर शराब आएगी कहाँ से ।नीतीश कुमार इस सभा में ग्यारह बजे आये और सवा बजे तक यहां रहे ।इस कार्यक्रम के बाद वे डेढ़ बजे से विकास भवन में जन प्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक की ।शाम चार बजे से प्रमंडलीय सभागार में वे प्रमंडल के सभी बड़े अधिकारियों के साथ उन्होनें समीक्षा बैठक की जिसमें सरकार के सात निष्चय को लेकर कई महत्व्पूर्ण टिप्स दिए। 
जीविका से जुड़ी महिलायें काफी खुश हैं और संकल्प के साथ कह रही हैं की पुरे राज्य में घूम--घूमकर शराबबंदी को पूरी तरह से धरातल पर उतार कर रहेंगी ।आने वाले दिनों में शराब पूरी तरह से बिहार से बाहर होकर रहेगा ।
मुख्यमंत्री का संकल्प और महिलाओं के बीच उनका अनुभव बांटना निश्चित रूप से आने वाले दिनों में मील का पत्थर साबित होगा । लेकिन मंच पर नीतीश के साथ--साथ उनके मंत्री का इस तरह से सोना,कई जलते हुए सवाल जरूर छोड़ गए हैं ।

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