अगस्त 05, 2015

बड़ी घटना का संकेत............

कृष्ण मोहन सोनी की रिपोर्ट:- शहरवासी हो सावधान इन दिनों शहर में बिजली विभाग द्धारा लगाये जा रहे नए मॉडल के तार व बॉक्स भले ही आप सभी उपभोक्ताओं को सुविधाजनक लग रही हो मगर शहर के रिहायशी इलाको में लगाये जा रहे इस तरह की सुविधा किसी अनहोनी घटना का कोई शिकार न बन जाय इसके लिए विभाग भले सावधान हो या न हो लेकिन सहरसा टाईम्स आपको जरूर सावधान कर रहा है----
इस तस्वीर को देखिये  किस तरह से आग ने बिजली CONNECTION बॉक्स को अपने आगोश में ले लिया है. सहरसा नगर परिषद क्षेत्र के शारदा नगर वार्ड नम्वर 27 स्थित अन्नपूर्णा मंदिर के पास की घटना है. सरकार भले ही बिजली जैसी मूल बहुत सुविधा में अमूल परिवर्तन कर विभागीय स्तर से  सुविधा देने के लिए व्यवस्था की है मगर यह कैसी  व्यवस्था व तकनिकी है अगर लोग सावधान नही रहे तो किसी कि  भी जाने जा सकती है और इसके जिम्मेवार कौन होंगे यह सवाल भी खड़ा होगा तब विभाग तकनिकी गड़बड़ी की जाँच में जुट ने की बात  कर अपनी पल्ला झाड़ लेंगे। 
विभाग द्धारा ठेके पर ऐसे काम कराये जाने से लोग खासे नराज भी है. लोगो का कहना है कि जहां -जहां बिजली के खम्भे गाड़े गए हैं उसमे भी व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी हो रही है लोगो ने बताया कि बिजली के खम्भे को सिर्फ मिट्टी का गढा बना कर उसमे सिमेंट कंक्रीट  से बना  बिजली का खम्भा डाल दिया गया जो कभी आंधी तो कभी तेज बारिश में टेढ़े हो जाते है तो कभी गिरने लगता है. जिससे लोगो  को हमेशा जानमाल के क्षति का डर बना  रहता है. लोगो ने  कहा कि गाड़े  गए खम्भे में सीमेंट व कंक्रीट से जाम भी नही किया जा रहा है ताकि उसकी मजबूती हो मालूम हो की सोमवार को करीब 10 बजे दिन में अचानक बिजली के खम्भे में लगी बॉक्स में आग लग जाने से लोगो के बीच अफरा - तफरी बनी रही वही लोग दहशत में  रहे और इस घटना की जानकारी बिजली विभाग को दिया लेकिन विभाग ने एक कर्मी को भेजकर घटना की जानकारी लेकर अपना पल्ला झाड़  लिया। 
विभाग की लापरवाही देखिये जब कर्मी घटना स्थल पर पहुंच कर तो हमने आग बुझाने की बात की तो बताया कि बिजली तत्काल काट दिए है लेकिन आग को बुझाने के लिए मेरे पास कोई साधन नही है फिर अपने मोबाईल से  विभाग को फोन करके आग कैसे बुझे इस पर बातें  करने लगे जिस पर उन्हें उत्तर मिला कि जिनको गाड़ी का जिम्मा दिया गया है उनसे सम्पर्क करे गाड़ी भेजना विभाग के वरीय अधिकारी काम है इस तरह की विभागीय व्यवस्था से आप खुद समझ सकते है की यह कैसी  व्यवस्था है अगर ऐसी कोई घटना आपके आस पड़ोस में कही घटे तो आप सावधान रहे ताकि कोई अप्रिय घटना व किसी की जानमाल  की कोई  क्षति  न हो.   

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।