अक्तूबर 05, 2013

ओवर ब्रिज निर्माण के लिए अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल

समाजसेवी प्रवीण आनंद के नेतृत्व में चार लोग बैठे भूख हड़ताल पर

काल्पनिक ओवर ब्रिज
चन्दन कुमार सिंह :- बीते सत्रह साल से तीन शिलान्यास का तोहफा लिए और पूरी तरह से सियासी ठगी के शिकार बने सहरसा वासी अब ओवर ब्रिज निर्माण के लिए पूरी तरह से आर--पार की लड़ाई के लिए कमर कस चुके हैं.इसी कड़ी में आज समाजसेवी प्रवीण आनंद के नेतृत्व में चार लोग अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. अनशनकारियों का साफ़ कहना है की इसबार किसी बात से समझौता नहीं होने वाला.या तो ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू होगा या फिर अनशन स्थल पर ही उनकी समाधि बनेगी.कोसी क्षेत्र के स्थापित कलाकारों ने भी इस अनशन को अपना समर्थन देते हुए बड़े नायाब अंदाज में विभिन्य तरह के गीत गायन करके इस अनशन का आगाज किया.
स्थानीय कुंवर सिंह चौक के समीप देखिये शामियाना गिराकर समाजसेवी प्रवीण आनंद के नेतृत्व में चार लोग अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं.क्षेत्रीय कलाकार देशभक्ति गीत गाकर जहां अनशनकारियों में भरपूर ऊर्जा भरने की कोशिश कर रहे हैं वहीँ गीतों के माध्यम से ये कलाकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी ललकार रहे हैं.इस ओवर ब्रिज की थोड़ी कहानी जानिये.विगत कई वर्षों से जिला मुख्यालय के बंगाली बाजार में रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण के लिए अनवरत आंदोलनों का दौर बदस्तूर जारी है.पिछले आन्दोलन का जरुर असर हुआ और नतीजतन रेलवे ने ओवर ब्रिज निर्माण की ना केवल अपनी सहमति दे दी बल्कि ब्रिज निर्माण में व्यय होने वाली आधी राशि लेकर भी वह खड़े हैं.आधी राशि जो करीब चालीस करोड़ है वह बिहार सरकार को देनी है.लेकिन बिहार सरकार ना जाने किस दबाब और राजनीति के तहत उक्त राशि नहीं दे रही है और इस ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है.इसी बात से खफा लोगों ने अब आरपार की लड़ाई का मन बना लिया है. चारो अनशनकारी हैं प्रवीण आनंद,आस्कर त्यागी,मोहन मंडल और सुभाष गांधी.
बिना ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू हुए यह भूख हड़ताल इस बार खत्म होने वाली नहीं है.सरकार को तुरंत पूर्वाग्रह से मुक्त होकर ऐसा करना चाहिए जिससे ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू हो जाए.सरकार ने अबकी अगर लापरवाही बरती तो इसका खामियाजा उसे निसंदेह भुगतना पडेगा.चार जन तो भूख हड़ताल पर हैं और सैंकड़ों की संख्यां में लोग अलग से समर्थन में धरने पर हैं.स्थिति विकट और नाजुक है.आगे क्या होता है इसपर हमारी नजर सिद्दत से बनी रहेगी.

2 टिप्‍पणियां:

  1. इस पुनीत कार्य में सम्पूर्ण , सहरसा वासियों को आपना प्रत्क्ष्य या परोक्ष रूप से समर्थन करना चाहिए , अब तक ये overbridge सहरसा की राजनीति का शीकार होता रहा है ! मगर अब इसे मूर्त रूप लेना चाहिए , जिसमे हम-आपका सहयोग जरुरी है !

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  2. हम-आपका परोक्ष रूप से समर्थन करना चाहिए

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