अक्तूबर 20, 2013

दबंग विधायक का प्रचंड गुस्सा देखो सरकार

छातापुर जदयू विधायक नीरज कुमार बबलू
बैंक कैश वेन लूटकांड और कैश वेन के ड्राईवर ह्त्या मामले में चालीस दिनों तक कटिहार जेल में बंद रहने के बाद अठारह अक्तूबर को बाइज्जत बरी होने के बाद आज अपने जिला मुख्यालय के गंगजला स्थित आवास पर सुपौल जिले के छातापुर जदयू विधायक नीरज कुमार बबलू ने सहरसा टाईम्स से खास बातचीत की.बातचीत की दौरान नीरज कुमार बबलू ना केवल अगिया-बेताल थे बल्कि रह--रहकर अपना आपा भी खो रहे थे.नीरज कुमार बबलू पुलिस की कार्यशैली से खासे खफा थे और कह रहे थे की उन्हें झूठे मुकदमें में फंसाकर चालीस दिनों तक जेल के भीतर बंद रखा गया.वे इस मामले को हल्के में लेकर खामोश बैठने वाले नहीं हैं.वे इस मामले में पुलिस अधिकारियों पर मुकदमा करेंगे.दबंग विधायक बबलू दैनिक हिन्दुस्तान अखबार के रवैये से भी काफी आहत दिख रहे थे.उन्होनें कहा की जबसे उन्होने न्यायालय में समर्पण किया तभी से यह अखबार भ्रामक ख़बरें छाप रहा है.अखबार ने लिखा की वे चुपके से जेल चले गए.उन्होनें अखबार पर सवाल खड़े करते हुए कहा की क्या उन्हें गाजे---बाजे के साथ जेल जाना चाहिए.और क्या वे चूहे थे जो सुरंग बनाकर जेल चले गए.
अखबार द्वारा कोर्ट से बरी होने के पूर्व यह छापने पर की इस मामले में न्यायालय से उन्हें फांसी तक की सजा मिल सकती है पर वे काफी बिफरे और कहा की इस खबर से उन्हें,उनके परिवार के लोगों के साथ--साथ उनके लाखों समर्थकों को काफी मानसिक यंत्रणा झेलनी पड़ी.अगर अखबार ने अपनी ख़बरों का खंडन पंद्रह दिनों के भीतर नहीं छापा तो वे अखबार के सम्पादक से लेकर मालिक तक पर मुकदमा करेंगे.नीरज इतने पर ही नहीं रुके और कहा की इस झूठे मुकदमें में उन्हें चार दिनों में ही बरी कर दिया जाना चाहिए था लेकिन उन्हें चालीस दिनों तक जेल में रखा गया.उन्होनें अदालत को झूठे मुकदमें में निर्दोषों को ना घसीटने की सलाह दी और कहा की इस तरह के कानून में बदलाव के लिए वे आगे बड़ी लड़ाई लड़ेंगे जिससे निर्दोषों को बड़ी मुसीबत का सामना न करना पड़े.
इस तमाम बयानबाजी के बाद विधायक के बरी होने की ख़ुशी में विधायक के घर बेमौसम की होली और दिवाली एक साथ मनाई गयी.विधायक के समर्थक उन्हें ना केवल जमकर गुलाल लगा रहे थे बल्कि पटाखे चलाकर अपनी ख़ुशी का इजहार भी कर रहे थे.
नीरज बबलू के इस तेवर का आगे क्या हस्र होगा उसपर हमारी गिद्ध दृष्टि तो लगी रहेगी ही लेकिन अभी के उनके इन तल्ख़ बयानों ने कोसी--सीमांचल इलाके के सियासी गलियारे में नयी गर्मी जरुर ला दी है.

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।