अप्रैल 29, 2013

सुरों की बही दरिया


जिला मुख्यालय स्थित स्टेडियम परिसर में एक शाम विकलांग बच्चों के नाम कार्यक्रम के तहत मशहूर लोक सह पार्श्व गायिका देवी और रत्ना प्रिया ने बहाई सुरों की दरिया
सहरसा टाइम्स: 28 अप्रैल की शाम जिला मुख्यालय स्थित स्टेडियम परिसर में वीना वेलफेअर ट्रस्ट  द्वारा आयोजित 'एक शाम विकलांग बच्चों के नाम" कार्यक्रम के तहत मशहूर लोक सह पार्श्व गायिका देवी और रत्ना प्रिया ने ऐसी सुरों की दरिया बहाई की लोगों ने अपना आपा किसी तरह से खोने से बचाया। कार्यक्रम रात के नौ बजे से शुरू हुआ जो देर रात के दो बजे तक चलता रहा जिसमें लोग बस झूमते और थिरकते रहे।यूँ इस कार्यक्रम को मशहूर गायक लोकेश सिंह और पार्श्व गायिका श्रृष्टि सरगम ने भी अपनी जादुई आवाज से चार चाँद लगा दिए।कार्यक्रम में जानी लीवर ने अपने अलग अंदाज से लोगों को खूब गुदगुदाया।
भारी पुलिस बल की मौजूदगी में पुलिस--प्रशासन के आलाधिकारी पुरे कार्यक्रम के दौरान चौकस रहे।देवी ने इस मौके पर आगामी 31 मई को रिलीज होने वाली उनकी पहली फिल्म "जलसा की देवी"जिसमें उन्होनें ना केवल गीत गाये हैं बल्कि फिल्म में नायिका का किरदार भी निभाया है को लेकर भी चर्चा की।देवी ने इस फिल्म के  एक गीत को गाकर भी सुनाया जिसे सुनकर लोगों ने जमकर तालियाँ बजाई।कुलमिलाकर लोगों के लिए यह एक बेहद रोमांचक और यादगार रात थी जिसमें सिर्फ और सिर्फ मदहोशी और नाचने का दिलकश शमां था।हांलांकि थोड़ी देर के लिए कार्यक्रम को ग्रहण जरुर लगा जब अनियंत्रित भीड़ को शांत करने के लिए पुलिस को लाठियां भाजनी पड़ी जिसमें दो युवक जख्मी हुए जिन्हें ईलाज के लिए एस.डी.ओ की गाड़ी में लादकर तुरंत सदर अस्पताल पहुंचाया गया।दोनों युवकों की स्थिति गंभीर मगर खतरे से बाहर है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें


THANKS FOR YOURS COMMENTS.

*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।