मार्च 31, 2013

नर्स के साथ गैंगरेप

रिपोर्ट सहरसा टाइम्स:  एक तरफ जहां रेप और गैंगरेप के मामले को लेकर पुरे देश में ना केवल खलबली मची हुयी है बल्कि लोग इसके लिए कठोरतम दंड के कानून बनाए जाने की जिद पर भी अड़े हैं।लेकिन सहरसा में रेप और गैंगरेप के मामले में कमी होने की जगह ईजाफा होता ही दिख रहा है।बीती रात सदर थाना के हटिया गाछी स्थित एक निजी नर्सिंग होम जनता पॉली क्लिनिक में कार्यरत प्राईवेट नर्स ----- क्लिनिक से फकीर टोला स्थित अपने घर लौट रही थी।उसी दौरान पहले से घात लगाए तीन लोगों ने उसे दबोच लिया और बगल के ही एक बगान में ले जाकर बारी---बारी से उसके साथ गैंगरेप किया। गंभीर स्थिति में पीड़िता को रात में ही सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसका ईलाज चल रहा है।पैसे की खातिर एक तरफ जहां पीड़िता के पति जयपुर में नौकरी कर रहे हैं वहीँ उसके दो मासूम बच्चे नाना---नानी के यहाँ पल रहे हैं।दो पैसे की जुगात में .....प्राईवेट नर्स की नौकरी कर रही थी।रो--रोकर वह अपने साथ घटी घटना को तफसील से बता रही है।उसके साथ गैंगरेप करने वाले तीनों आरोपी क्लिनिक के आसपास के ही रहने वाले हैं।...... बता रही है की रात में मेडिकल जांच के लिए उसका पेटीकोट महिला पुलिस ने लिया था लेकिन अभीतक उसे दुसरा पेटीकोट नहीं दिया गया है।वह रात से सिर्फ साड़ी में है।पीड़िता यह भी बता रही है की रात में जिस शख्स ने उसे ईलाज के लिए सदर अस्पताल लाया था,पुलिस ने उसे भी थाने में बंद कर दिया है। 
पुलिस के अधिकारी बता रहे हैं की पीड़िता के बयान पर तत्काल आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन पुलिस ने इस घटना के सूचक फिरोज को भी थाने में बिठा रखा है।पुलिस सूत्रों के मुताबिक़ फिरोज और घटना के आरोपियों के बीच पुराना जमीनी विवाद है।पुलिस इस मामले को किसी षड्यंत्र का हिस्सा मानने से भी परहेज नहीं कर रही है।आपको बता दें की पुलिस पीड़िता के पुराने इतिहास को भी खंगाल रही है।जाहिर तौर पर इस मामले में पुलिस फूंक--फूंककर कदम रख रही है।थानाध्यक्ष सह इन्स्पेक्टर सदर सूर्यकांत चौबे को श्वेता के चरित्र पर भी शक है।यानि इस मामले बहुत रहस्य ऐसे हैं हैं जिसपर पर्दा गिरा हुआ है।
मामला बेहद संवेदनशील और बड़ा है।पुलिस अधिकारियों के लिए मामले की तह तक जाकर मामले का पटाक्षेप करना आगे आसान नहीं होगा।यूँ बताते चलें की सहरसा जिले में इस घटना से पूर्व अभीतक रेप और गैंगरेप की सात घटना घट चुकी थी यह आठवीं घटना है वह भी गैंगरेप की।

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अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।