जून 23, 2012

रिपोर्ट : चन्दन सिंह: कल चमन था आज एक सहरा हुआ.बीती रात सदर थाना क्षेत्र के गंगजला चौक प़र पहले कबाड़ी की दूकान जलकर ख़ाक हुई.फिर उसी की आग ने बगल के सात अन्य घरों को अपनी जद में लेकरपूरी तरह से जलाकर ख़ाक कर दिया.जिन्दगी भर की कुल जमापूंजी पलक झपकते ही ख़ाक में तब्दील हो गयी.सारे लरजते सपने आग में धू--धू कर जल गए.आग रात के बारह बजे के बाद सबसे पहले कबाड़ी की दूकान में लगी और वह आग इतनी भयानक थी की उसने बगल के सात अन्य घरों को भी अपनी चपेट में ले लिया.रात में ही अग्निशमन की दो गाड़ियों ने भारी मशक्कत के बाद आग प़र काबू पाया.इस भीषण आगजनी में पच्चीस लाख से अधिक की संपत्ति के जलकर ख़ाक होने का अनुमान है.अभीतक आग लगने की वजह क्या थी इसका खुलासा नहीं हो सका है.आग ने ऐसा कहर बरपाया है की कई जिंदगियां एक साथ सड़क पर आ गयी हैं.इस सदमे और दर्द से उबरने में इन्हें आगे ना जाने कितने वक्त लगेंगे और इनकी जिन्दगी कितनी मुश्किलों से दो--चार होंगी,इसका कयास लगाना मुश्किल है.हम तो दुआ करेंगे की जल्द से जल्द इनकी जिन्दगी पटरी पर लौट आये.

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*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।