मई 31, 2012

हैवानियत की इंतहा

खीरा तोड़ने के सवाल प़र नंगा नाच
सदर थाना के गोबरगढ़ा गाँव में बीते कल दोपहर बाद हैवानियत का ऐसा नंगा नाच हुआ जिससे ना केवल इंसानियत का सीना चाक हुआ बल्कि आदमी किसी भी हद तक गिर सकता है इसका खुल्लम--खुल्ला इंजहार भी हुआ.महज एक खीरा तोड़ने के सवाल प़र एक ही परिवार के तीन लोगों ने मिलकर एक 12 वर्षीय मासूम पिंटू को पहले तो बेरहमी से पीटा लेकिन जब उससे भी उनलोगों का जी नहीं भरा तो बिजली करेंट लगाकर उसकी इहलीला खत्म करने की कोशिशि की.भला हो उस मासूम के कुछ दोस्तों का जिसने उस मासूम के परिजनों को इस बात की फ़ौरन इतल्ला कर दी.पहले बच्चे के पिता दौड़े--दौड़े पहुंचे,फिर पीठ पीछे चाचा भी पहुंचे.आतातायियों ने मासूम पिंटू को तो छोड़ दिया लेकिन इस दौरान फरसे से हमला कर पिंटू के चाचा को भी जख्मी कर दिया.पूरे गाँव में कोहराम मच गया.जख्मी मासूम और उसके चाचा को लेकर गाँव के लोग सदर अस्पताल लेकर आये जहां दोनों का इलाज हो रहा है.अब हद की इंतहा यहाँ प़र भी देखिये.सदर थाना को इस घटना की सूचना करीब चार बजे शाम में दी गयी लेकिन कुछ फलांग प़र ही स्थित थाने से पुलिसवाले साढ़े नौ बजे रात में पीड़ित का बयान लेने पहुँचे.इस दौरान मासूम पिंटू अस्पताल परिसर के मैदान में पडा रहा और लोगों के हुजूम के साथ एक पुलिसवाला भी बेशर्मी से महज तमाशा भर देखता रहा.पुलिस के रवैये से आगे की जांच किस कदर होगी कुछ अनुमान तो लगाया ही जा सकता है.फिलवक्त इस मामले ने इलाके में ना केवल सनसनी फैलाकर रख दी है बल्कि यह भी सोचने को मजबूर कर दिया है की आदमी इस हद तक भी गिर सकता है.बाबूजी धीरे चलना,बड़े धोखे हैं इस राह में.    
                                                       वीडियो देखे
                                                 http://youtu.be/HJJjcHGtl30

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*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।