मई 31, 2012

भारत बंदी में शरद यादव गिरफ्तार

                      EXCLUSIVE REPORT  

शरद यादव, दिनेश चन्द्र यादव, आलोक रंजन,
केंद्र सरकार द्वारा मंहगाई प़र लगाम नहीं रख पाने से नाराज NDA सहित अन्य विरोधी पार्टियों द्वारा आज का भारत बन्द कार्यक्रम सहरसा में पूरी तरह से ना केवल सफल रहा बल्कि काफी प्रभावशाली भी रहा.अहले सुबह से ही NDA कार्यकर्ता सहित वामदल के कार्यकर्ता शहर के विभिन्य इलाकों में घूम--घमकर ना केवल दुकानें बन्द कराते रहे बल्कि मुख्य मार्गों को जाम कर सड़क यातायात को भी पूरी तरह से ठप्प कर दिया.यही नहीं प्रदर्शनकारियों ने जहां सहरसा जिला मुख्यालय के रेलवे स्टेशन,कचहरी ढाला,गंगजला चौक ढाला प़र ट्रेन को रोका वहीँ सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन प़र राजरानी और कोशी एक्सप्रेस को घंटों रोके रखा.इस बन्द की सबसे ख़ास बात यह रही की जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव खुद सहरसा बाजार बन्द कराने निकले जिन्हें दिन के करीब साढ़े दस बजे शंकर चौक प़र पुलिस अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया.शरद के साथ खगड़िया के जदयू सांसद दिनेश चन्द्र यादव,सहरसा के भाजपा विधायक आलोक रंजन,सोनवर्षा राज के जदयू विधायक सह बिहार विधान सभा में जदयू के सचेतक रत्नेश सदा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.पुलिस ने इसके अलावे सैंकड़ों जदयू और भाजपा कार्यकर्ता सहित वामपंथी दलों के कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया.शरद यादव सहित गिरफ्तार खगड़िया के जदयू सांसद दिनेश चन्द्र यादव,सहरसा के भाजपा विधायक आलोक रंजन,सोनवर्षा राज के जदयू विधायक सह बिहार विधान सभा में जदयू के सचेतक रत्नेश सदा को लेकर पुलिस सदर थाने आई.शरद थाने में करीब साढ़े ग्यारह बजे तक रहे.शरद को थाने से फिर अधिकारी सहरसा अतिथि गृह स्थित वक्ती तौर पर बनाए गए केम्प जेल लेकर गए जहां उन्हें शाम तक हिरासत में रखा जाएगा.इस बंद के मौके पर शरद ने कहा की भारत बंद यूँ ही नहीं होता है.केंद्र सरकार से आमलोग आज हलकान--परेशान और पूरी तरह से त्रस्त है.लोग आज पुरे भारत में एक साथ सड़क प़र उतरकर अपना विरोध जता रहे हैं.लोगों की यह लामबंदी केंद्र सरकार के खात्मे का संकेत है

1 टिप्पणी:

  1. Dramatic politicians do as they now do.When they are in power they humiliate people when they are opposition they do like this No one including media knows common man problem It is very tragic fact. Congress has decided to recover the money involved in various scams done by its leaders from "AAM-ADAMI". Price of commodities is rising despite of buffer stock, no body bothers. It is difficult to survive for the poor, Milk at Rs40+, cooking oil at 80+ , potato at Rs.20+, like wise price sugar, wheat, rice, vegetables are too high .... why only cry on Petrol.... .India has no leader who really feels pain for the common people.. All are misguiding for their own cause!!!!

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*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।