फ़रवरी 11, 2017

दबंग बलात्कारी को पकड़ने में पुलिसिया तंत्र विफल

सहरसा टाईम्स रिपोर्ट 
सुशासन बाबू के राज्य में महिला सशक्तिकरण की बातें आम हो गई हैं . गरीब बेटियों के स्वाभिमान के साथ खिलवाड़ हो रहा है. यह घटना एक ऐसी गांव की है जहाँ तीन बार कोशी नदी को पार करके जाना पड़ता है.
 21 जनवरी के दिन  की घटना है जब लोग मानव श्रृंखला में एकजुट हो रहे थे वही भागलपुर जिले के बिहपुर प्रखंड के मुसहरी टोला, गोविंदपुर गांव में एक दबंग दरिंदे ने 8 साल की मासूम मुस्लिम बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसे लहूलुहान कर फरार हो गया. घटना घटी 20 दिन बीत चुके हैं लेकिन बलात्कारी खुलेआम घूम रहा है और अपराधी के रिश्तेदार पीड़िता को पैसों से कीमत लगा रहा है. 
इस नावालिक अल्पसंख्यक गरीब परिवार की बच्ची के साथ दबंग प्रभास चौधरी ने बलात्कार के घटना को अंजाम दिया था. इस घिनौनी घटना को इलाके में झूठी कहानी गढ़कर नाबालिक बच्ची के इंसाफ के सवाल को दबाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है .जिसमें स्थानीय प्रतिनिधि के साथ पुलिस प्रशासन की भी संलिप्ताता जाहिर होती है .पीड़िता का FIRभी नहीं लिया गया. 
इस परिवार को इंसाफ दिलाने के लये पीड़ित परिवार द्वारा अपराधी की गिरफ्तारी एवं सख्त सजा को लेकर भागलपुर स्टेशन चौक से लेकर डीएम कार्यालय तक इंसाफ मार्च निकाला गया जिसमें सामाजिक कार्यकर्ता प्रियंका आनंद भगत, अध्या कुमारी एवं इंसाफ इंडिया की तरफ से यह मार्च निकाला गया .वहीं डीएम कार्यालय में पहुंच कर dm साहब के सामने पीड़िता ने अपना बयान भी दिया। डीएम साहब ने नवगछिया sp को फोन करके आदेश दिया कि बलात्कारी को अविलंब गिरफ्तार किया जाए एवं कुर्की-जब्ती का भी आदेश दिया गया और पीड़िता को सदर अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया.
मैं काजल की मां हूं . मैं नेत्रहीन एवं मजदूर हूँ .मैं बिहड़ में रहती हूं मेरी 8 साल की बेटी का बलात्कार हुआ है .मैं गरीब और अकेली हूं बलात्कार करने वाला दबंग और राजनीतिक पहुंच वाला है अभी तक पुलिस घर पर जांच के लिए नहीं आई है और वहां के महिला प्रतिनिधि होने के बावजूद भी महिला की सुध लेने नहीं पहुंची.
मैं पीड़िता की बड़ी बहन ननहकी खातून मेरी छोटी बहन काजल खातून के साथ बलात्कार का घटना तब हुआ जब हम लोग अपनी नेत्रहीन मां का इलाज हेतु भागलपुर गए थे .तभी उसे अकेला देखकर उसके साथ दुष्कर्म कर अंजाम दिया गया.

प्रियंका आनन्द भगत, समाज कार्यकर्ता -- जब मैं पीड़िता के घर पहुंची तो कोसी नदी को पार करने के बाद खेतों के बीच पीड़िता का घर मिला .यह परिवारजन गरीब हैं और उनके खेतों में काम करते थे और उन्हीं लोगों ने पीड़िता के साथ बलात्कार किया .मां की इलाज कराने भागलपुर पहुंचे हुए थे उसी दौरान उस छोटी बच्ची को घर के अंदर ले जाकर मुंह में कपड़ा ठूंसकर दुष्कर्म को अंजाम दिया गया और लहूलुहान कर छोड़ दिया गया. उस व्यक्ति का नाम प्रभास चौधरी है .हम लोग भागलपुर इंसाफ मार्च के तहत भागलपुर रेलवे स्टेशन चौक से लेकर डीएम कार्यालय तक मार्च कर dm कार्यालय पहुंचकर dm साहब से पीड़िता का गुहार लगाई .पीड़िता का संपूर्ण ईलाज नहीं हुआ था इसलिए सदर अस्पताल रेफर किया गया.

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