मार्च 01, 2013

50 से ज्यादा महादलितों के घर जलकर हुए खाक

 पूर्वी कोसी तटबंध के किनारे राजनपुर गाँव स्थित राम टोले में आई तबाही
सहरसा टाम्स:  बीते दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे सहरसा के महिषी थाना अंतर्गत राजनपुर गाँव के राम टोले में अग्नि देवता ना केवल कहर बनकर बरपे बल्कि भीषण तबाही की बड़ी सुनामी लेकर भी आये।भीषण आगजनी से देखते ही देखते दबे--कुचले महादलितों के जीवन भर की कुल जमापूंजी राख में तब्दील हो गयी।इस भीषण आगजनी में कुल 64 घर जलकर खाक हुए।इस आगजनी में जहां आधा दर्जन से ज्यादा मवेशी जाकर मरे वहीँ तीन लोग भी आग से झुलसकर जख्मी हुए।आग पर ग्रामीण और अगल---बगल के गाँव के लोगों ने मिलकर काबू पाया।इस भीषण आगजनी में लाखों की संपत्ति के नुकशान का अनुमान है। 
 देखिये आग से हुयी तबाही के दर्द से सने नज़ारे को।कल चमन था आज एक सहरा हुआ।जाहिर तौर पर यहाँ पर तबाही की सुनामी आई है। महादलितों के परिवार यूँ ही पहले से सताए हुए किसी तरह अपनी जिन्दगी की गाडी खींच रहे थे की अचानक आई इस आफत ने उन्हें यायावर और मुफलिस बनाकर रख दिया है।पूर्वी कोसी तटबंध के ठीक किनारे बसे इस टोले के बहुतो युवक दुसरे प्रान्तों में रोजी--रोजगार करते हैं।बाहर से उन युवकों ने अपने घर नकद पैसे भेजे थे।इस भीषण सुनामी में किसी के बीस तो किसी के तीस और किसी के चालीस हजार नकद और घर के तमाम कीमती जेवर के साथ--साथ जमीनी दस्तावेज,कपड़े,अनाज सहित अन्य सामान जलकर पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं।कोई अपनी बेटी की शादी के लिए तो कोई गौना के लिए नकदी,जेवर और सामान जमा करके रखे थे।सबकुछ पल में धुंआ--धुंआ हो गया।
सदर एस.डी.ओ,सहरसा
चारो तरफ चीख पुकार मची है। बच्चे--बूढ़े और जवान सभी छाती पीट रहे हैं।देखते ही देखते सबकुछ ख़ाक हो गया और ये सभी बेछप्पर हो गए हैं।अब इनकी रब ही खैर करे।मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने पहले तो पूरी छानबीन करके क्षति का ब्योरा और पीड़ित परिवार की सूचि तैयार की फिर पीड़ित परिवारों के बीच सरकारी मदद के तौर पर प्रत्येक परिवार 2250 रूपये और एक क्विंटल अनाज वितरित कराये।लेकिन इस मदद से इन महादलितों की तबाह हो गयी जिन्दगी पटरी पर आनी नामुमकिन है।सदर एस.डी.ओ,सहरसा राजेश कुमार ने घटना के बाबत जानकारी दी।
पहले से ही क्या गम,दर्द और सीलन कम था। इन महादलितों की बेस्वादी जिन्दगी के उतरे रंग को देखकर भगवान् को भी आखिर क्यों तरस नहीं आया जो कुदरत का ऐसा भीषण कहर इनपर बरपा। इंसानी कहर को दशकों से झेल रहे इन मजलूमों पर आई कुदरत की इस आफत ने उनकी जिन्दगी के सामने एक बड़ी जंग को लाकर खड़ा कर दिया है। अब रब ही इन्हें ताकत बख्सी करे और संभाले।

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