जनवरी 30, 2012

मूर्ति विसर्जन में खूनी खेल

बीते कल दोपहर बाद मूर्ति विसर्जन के दौरान नशे में धुत्त एक अन्नेलाल नाम के व्यक्ति ने देशी पिस्तौल से गोलीबारी कर दी जिसमें गोली जहां एक बच्ची के सीने के आरपार हो गयी और वह मौके प़र ही ढेर हो गयी वहीँ दो अन्य बच्चियों को भी गोली सर और चेहरे को खरोंचती निकल गयी.घटना सलखुआ थाना क्षेत्र के चिरैया ओ.पी अंतर्गत अलानी गाँव की है.इस घटना से जहां मृतका घर में कोहराम मचा है वहीँ पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी है.घटना के बाद अन्नेलाल फरार है.पुलिस ने काण्ड दर्ज कर लाश को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है.इस गाँव में पूजा मातम की पूजा में तब्दील हो गयी.
दस वर्षीय रेशम कुमारी की लाश यहाँ प़र पोस्टमार्टम के लिए लायी गयी है.देखिये गोली इसके सीने के कैसे आरपार हुई है.विसर्जन के लिए मूर्ति गाँव के बाबा जय सिंह स्थान प़र मैदान में रखी हुई थी.महिलायें माँ सरस्वती का खोइंछा भर रही थी की अचानक गोली चली और रेशम धडाम से ज़मीन प़र गिर कर छटपटाने लगी और देखते ही देखते इस दुनिया से कूच कर गयी.इस गोलीबारी में सुप्रिया और नेहा नाम की दो लड़कियों को भी गोली सर और छाती को खरोंचती निकल गयी.भगवान् का शुक्र है की वह दोनों बच गयी है जिसका इलाज सिमरी बख्तियारपुर अस्पताल में किया जा रहा है.
पूजा शब्द ही आज बेमानी हो चला है.पढने वालों को तो पढने सी ही फुर्सत नहीं मिलती लेकिन निठल्लों की जमात चंदा इकट्ठे कर माँ सरस्वती की पूजा--अर्चना करते हैं.पूजा के दौरान भक्ति कम और शराब का दौड़ ज्यादा चलता है.पूजा के नाम प़र हो रहे मजाक का ही यह नतीजा है की एक बच्ची असमय इस दुनिया से विदा हो गयी.

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*अपनी बात*

अपनी बात---थोड़ी भावनाओं की तासीर,थोड़ी दिल की रजामंदी और थोड़ी जिस्मानी धधक वाली मुहब्बत कई शाख पर बैठती है ।लेकिन रूहानी मुहब्बत ना केवल एक जगह काबिज और कायम रहती है बल्कि ताउम्र उसी इक शख्सियत के संग कुलाचें भरती है ।